‘कोरोना व्हायरस’ वैश्‍वीकरण का गणित बदल सकता है – फ्रेंच अर्थमंत्री की चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

अथेन्स/रियाध/बीजिंग – दुनिया भर में फैल रही कोरोना व्हायरस की महामारी वैश्वीकरण का गणित बदलनेवाली है| चीन पर फिजूल तरीके से निर्भर रहना कितना गैरजिम्मेदाराना है, यही इस महामारी के प्रभाव ने दिखाया है| वैद्यकीय उत्पाद समेत अन्य चीजों के लिए चीन पर ८० से ८५ प्रतिशत निर्भर रहना इसके आगे संभव नही रहेगा, यह इशारा फ्रेंच अर्थमंत्री ब्रुनो ले मेर ने दिया है|

कुछ दिन पहले सौदी अरब में हुईजी २०परिषद में भी वैश्वीकरण और चीन में फैलीकोरोना व्हायरसकी महामारी के मुद्दे पर कई देशों ने आग्रहता से भूमिका रखने की बात सामने आयी थी| इस पृष्ठभूमि पर फ्रेंच अर्थमंत्री का यह इशारा ध्यान आकर्षित करनेवाला साबित हो रहा है| जी २० परिषद में भी फ्रेंच अर्थमंत्री ने अपना मुद्दा रखते समय वाहन क्षेत्र, औषध निर्माण, हवाई क्षेत्र जैसें क्षेत्रों में ९० से ९५ प्रतिशत तक चीन पर निर्भर रहना उचित साबित होगा क्या, यह सीधा सवाल उपस्थित किया था

अपनी भूमिका विस्तार के साथ रखते समय दुनिया के अलग अलग हिस्सों में नए कारखाने एवं उत्पाद के साधन उपलब्ध कराने के लिए जोर देना होगा, यह सलाह फ्रेंच अर्थमंत्री ब्रुनो ले मेर ने दी थी| साथ ही अपना बयानरक्षावादकी भूमिका के तौर पर ना देखा जाए, यह भी ले मेर ने कहा था| औद्योगिक उत्पाद के नजरिए से विचार करें तो सार्वभूम और स्वतंत्र होना जरूरी होने का मुद्दा फ्रेंच अर्थमंत्री ने डटकर रखा था|

जी २० परिषद के लिए उपस्थित रहे नेताओं ने भीकोरोना व्हायरसकी महामारी जागतिक अर्थव्यवस्था के लिए निर्णायक परिक्षण साबित हो सकती है, यह कहकर फ्रेंच अर्थमंत्री के बयान का समर्थन किया था| जापान के अर्थमंत्री ने चीन से फैल रही महामारी के कारण अर्थव्यवस्था पर हुए असर का मुकाबला करने के लिए अलग अलग देशों को काफी बडी आर्थिक सहायता का प्रावधान करना होगा, यह कहा है|

इसी बीच चीन की इस महामारी का काफी बडा असर जागतिक शेअर बाजार पर हुआ है| अमरिका, यूरोप और एशिया के अधिकांश शेअर बाजार शुक्रवार के दिन बडी गिरावट का सामना करते दिखे| यह गिरावट वर्ष वर्ष २०१६ के बाद देखी गई सबसे बडी गिरावट होने की बात कही गई है|

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