कोरोना टीकाकरण के मोरचे पर भारत द्वारा 200 करोड़ का पड़ाव पार – जागतिक स्वास्थ्य संगठन द्वारा भारत की सराहना

नई दिल्ली – कोरोना की महामारी की तीव्रता तथा भारत में उपलब्ध स्वास्थ्यविषयक सुविधाओं के मद्देनज़र, सभी भारतीयों का टीकाकरण करने में इस देश को लई सालों की अवधि लगेगी, ऐसे दावे पश्चिमियों ने किये थे। लेकिन महज़ 18 महीनों में ही भारत ने टीकाकरण के मोरचे पर 200 करोड़ का पड़ाव पार करके इतिहास रचा है। ‘भारत ने हासिल की इस सफलता के कारण कोरोना महामारी के विरोध में चल रही जागतिक लड़ाई को ताकत प्राप्त हुई है’, ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है। साथ ही, इस टीकाकरण की प्रक्रिया में सहभागी होनेवाले हर एक का प्रधानमंत्री ने अभिनंदन किया। इस सफलता के लिए जागतिक स्वास्थ्य संगठन ने भारत की सराहना की है।

रविवार को कोरोना के टीकों की 200 करोड़ खुराक देने का रिकार्ड़ पड़ाव भारत ने पार किया। 16 जनवरी 2021 के दिन देश में कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी। कोरोना की पली 100 करोड़ खुराक देने के लिए नौं महीनों की अवधि लगी थी। वहीं, 100 करोड़ के दूसरे पड़ाव तक पहुँचने के लिए भी लगभग उतनी ही अवधि लगी है। पिछले साल 21 अक्तूबर को देश ने 100 करोड़ का पड़ाव पार किया था।

सन 2020 के शुरू में देश में कोरोना की महामारी ने प्रवेश किया था। विकसित और प्रगत देशों की स्वास्थ्य यंत्रणाएँ कोरोना की महामारी के कारण लुढ़क गयीं थीं। उनकी तुलना में प्रंचड आबादी होनेवाले तथा स्वास्थ्यसुविधाएँ पर्याप्त मात्रा में ना होनेवाला भारत कोरोना की महामारी के सामने टिक नहीं सकेगा, ऐसे दावे किये जा रहे थे। भारत में कोरोना के मृतकों की संख्या भयावह होगी, ऐसी चिंता भी कुछ लोगों ने ज़ाहिर की। लेकिन भारत ने इस महामारी का अधिक समर्थता से मुक़ाबला करके सारी दुनिया को चौंका दिया।

भारत में जहाँ सॅनिटायझर, मास्क, पीपीई किटस्‌‍ और व्हेटिंलेटर्स भी आयात करने पड़ते थे, बहाँ कुछ ही महीनों में, भारत इस सामग्री का निर्यातक बन गया। साथ ही, भारत ने कोरोना के टीके भी रिकार्ड़ समय में विकसित करके सारी दुनिया को चौंका दिया। कोरोना के टीके विकसित करने में हालाँकि सफलता मिली, फिर भी अपनी 130 करोड़ जनता को टीके की खुराक देने के लिए कई सालों की अवधि लग सकती है, ऐसे निष्कर्ष पश्चिमी माध्यम दर्ज़ कर रहे थे। लेकिन भारत के टीकाकरण की मुहिम की रफ़्तार विकसित देशों को भी पिछाड़नेवाली साबित हुई।

भारत ने कोविन ऐप, टीकाकरण कार्यक्रम के लिए बनाई यंत्रणा इनका प्रभावी इस्तेमाल कर टीकाकरण कार्यक्रम को तेज़ी से आगे बढ़ाया। टीकाकरण के पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मचारी तथा फ्रन्ट लाईन वर्कर्स के लिए टीकाकरण शुरू हुआ। मार्च 2021 से टीकाकरण का दूसरा चरण शुरू हुआ। इसमें 60 साल से उपर के नागरिकों को टीके लगाये गये। तीसरे चरण में 45 साल से उपर के, वहीं, 2021 के मध्य में शुरू हुए तीसरे चरण में 18 साल से उपर के सभी लोगों का टीकाकरण शुरू किया। प्रतिदिन 70 लाख से एक करोड़ टीके की खुराक इस कार्यक्रम के तहत दीं जा रहीं थी। इसके द्वारा भारत ने अपनी क्षमता दिखा दी।

जागतिक स्वास्थ्य संगठन ने इस सफलता के लिए भारत की सराहना की है। लेकिन कोरोना की लड़ाई अभी तक ख़त्म नहीं हुई है, ऐसी चेतावनी जागतिक स्वास्थ्य संगठन ने दी है।

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