शरणार्थियों के समूहों को रोकने के लिए पोलैंड ने इमरजेंसी की अवधि बढ़ाई – बेलारुस ने शरणार्थियों के मुद्दे पर होनेवाले आरोप ठुकराए

वॉर्सा/मिन्स्क – बेलारूस से आनेवाले शरणार्थियों के समूह को रोकने के लिए लागू की इमरजेंसी की अवधि बढ़ाने का ऐलान पोलैंड ने किया है। पोलंड-बेलारुस सीमा भाग में लागू की इमरजेंसी अगले दो महीनों के लिए कायम रखने का फैसला पोलैंड की सरकार ने किया है। वहीं, स्वयंसेवी संस्थाओं ने आरोप किया है कि पोलैंड जबरदस्ती से शरणार्थियों को पीछे धकेल रहा है। बेलारूस ने शरणार्थियों को प्रोत्साहन दिया जा रहा होने के दावे ठुकरा दिए हैं।

Poland-immigrants-Belarusयुरोपीय महासंघ ने बेलारूस के सर्वेसर्वा अलेक्झांडर लुकाशेन्को समेत सरकार पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। लुकाशेन्को का विरोध करनेवाले नेताओं को कुछ युरोपीय देशों ने आश्रय भी दिया होकर, बेलारूस पर दबाव डालने की कोशिशें भी शुरू हैं। महासंघ की इस कार्रवाई को प्रत्युत्तर देने के लिए बेलारूस ने शरणार्थियों का इस्तेमाल शुरू किया होने की बात सामने आ रही है। पिछले दो महीनों में बेलारूस से आठ हज़ार से अधिक शरणार्थियों ने घुसपैंठ की कोशिश की, ऐसा दावा पोलैंड ने किया है।

इस पृष्ठभूमि पर पोलैंड ने अधिक आक्रामक भूमिका अपनाई है। अवैध शरणार्थियों को रोकने के लिए पोलैंड ने इससे पहले ही सीमा भाग में बाड़े का निर्माण करने की शुरुआत की होकर, लष्करी टुकड़ी भी तैनात की है। उसके बाद पिछले महीने में पोलैंड सरकार ने पॉडलास्की और लुबेल्स्की इन प्रांतों में इमरजेंसी लागू की थी। अब इस इमरजेंसी की अवधि बढ़ा दी गई होकर, अगले दो महीनों तक वह लागू रहेगी। लेकिन इस इमरजेंसी और अन्य सख्त उपायों को लेकर पोलैंड के विरोध में आलोचना की धार अधिक से अधिक तीव्र होने लगी है।

Poland-immigrants-Belarus-01इमरजेंसी के दौरान और उससे पहले पोलैंड की सुरक्षा यंत्रणाओं ने, शरणार्थियों को जबरदस्ती से बेलारूस की सीमा में धकेल दिया होने का दावा स्वयंसेवी संगठनों ने किया है। पिछले कुछ दिनों में लगभग छह शरणार्थियों की सीमा भाग में मृत्यु होने के कारण स्वयंसेवी गुट तथा विरोधी पार्टियाँ अधिक ही आक्रामक हुईं हैं। ‘अ‍ॅम्नेस्टी इंटरनॅशनल’ इस गुट ने नाराज़गी ज़ाहिर की है कि पोलैंड की यंत्रणाओं का बर्ताव मानवताविरोधी है। इस संदर्भ में एक रिपोर्ट भी जारी की गई है।

इसी बीच, बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष अलेक्झांडर लुकाशेन्को ने शरणार्थियों के मुद्दे पर किए गए आरोप ठुकराए हैं। बेलारूस ने किसी भी शरणार्थियों को ज़बरदस्ती से युरोपियन सीमा पर नहीं भेजा है, ऐसा लुकाशेन्को ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा है। उल्टे पोलैंड की यंत्रणाएँ शरणार्थियों को ज़बरदस्ती से बेलारूस में धकेल रहीं हैं, ऐसा दावा उन्होंने किया। पोलैंड और लिथुआनिया ने ऐसा आरोप किया था कि बेलारूस रशिया की सहायता से शरणार्थियों की घुसपैंठ युरोपियन सीमा में कर रहा होकर , यह ‘हायब्रिड वॉरफेअर’ का भाग है।

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