बेलारूस से हो रही शरणार्थियों की घुसपैठ यानी ‘स्टेट टेररिज़म’ – पोलैण्ड के प्रधानमंत्री का आरोप

belarus-state-terrorismवार्सा/मिन्स्क/ब्रुसेल्स – बेलारूस की सीमा से पोलैण्ड में शरणार्थियों की घुसपैठ यानी एक देश के समर्थन पर आतंकवाद का तरीका है, ऐसा आरोप पोलैण्ड के प्रधानमंत्री मैटेस्ज़ मोराविकी ने लगाया। बेलारूस से बीते महीने में कुल लगभग १५ हज़ार शरणार्थियों ने पोलैण्ड में घुसपैठ की है और हज़ारों शरणार्थी पोलैण्ड-बेलारूस की सीमा पर दाखिल हुए हैं। यूरोपिय महासंघ ने भी इस मुद्दे पर आक्रामक भूमिका अपनाई है और बेलारूस पर नए प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। इसी बीच रशिया भी बेलारूस के समर्थन में उतरा है और गुरूवार के दिन रशिया ने अपने दो बॉम्बर विमानों को बेलारूस रवाना किया है। इस घटना की पृष्ठभूमि पर पोलैण्ड और नाटो की बैठक होने की जानकारी सूत्रों ने साझा की।

belarus-state-terrorism-1बीते कुछ महीनों में बेलारूस से यूरोपिय देशों में भारी संख्या में शरणार्थियों के झुंड़ों की घुसपैठ करवाई जा रही है। इसके पीछे बेलारूस और यूरोपिय महासंघ के बीच का तनाव ज़िम्मेदार बताया जा रहा है। बीते वर्ष बेलारूस में सर्वेसर्वा राष्ट्राध्यक्ष ऐलग्ज़ैन्डर लुकाशेन्को के खिलाफ प्रदर्शन शुरू हुए थे। इन प्रदर्शनों को अमरीका तथा यूरोपिय महासंघ ने समर्थन दिया है। लुकाशेन्को के विरोधी नेताओं को कुछ यूरोपिय देशों ने आश्रय भी दिया है और बेलारूस पर दबाव ड़ालने की कोशिश भी हो रही है। इस लिए क्रोधित होकर लुकाशेन्को ने रशिया की सहायता से शरणार्थियों को यूरोप में घुसाने की कोशिश शुरू की है।

अगस्त और सितंबर में पोलैण्ड में लगभग आठ हज़ार से अधिक शरणार्थियों ने घुसपैठ की कोशिश की थी। अक्तुबर में इसमें लगभग दोगुनी बढ़ोतरी हुई है और १५ हज़ार से अधिक शरणार्थियों को घुंसाने की कोशिश होने का बयान पोलैण्ड ने किया है। बेलारूस की सुरक्षा यंत्रणा शरणार्थियों को घुसपैठ करने के लिए सहायता प्रदान करने की बात सामने आ रही है। यह घुसपैठ रोकने के लिए पोलैण्ड ने पहले ही सरहदी क्षेत्र में बाड़ खड़ी करना शुरू किया है और पौडलास्की और लुबेल्स्की प्रांत में आपातकाल का ऐलान किया गया है। इसके बाद सीमा पर १५ हज़ार से अधिक सैनिक तैनात किए गए हैं।

belarus-state-terrorism-2लेकिन, इन उपायों के बावजूद बेलारूस से घुसपैठ की गतिविधियाँ शुरू हैं। इन हरकतों में रशिया का साथ होने से बेलारूस अधिक ही आक्रामक होने की बात कही जा रही है। इस आक्रामकता की वजह से बेलारूस-पोलैण्ड सीमा पर तनाव अधिक बढ़ रहा है। दोनों ओर से एक-दूसरे पर आरोप लगाए जा रहे हैं और पोलैण्ड के प्रधानमंत्री का आरोप इसी का हिस्सा है। प्रधानमंत्री मोराविकी ने बेलारूस पर आतंकवाद का आरोप लगाने से पहले यूरोपिय महासंघ ने लुकाशेन्को की कार्रवाईयों की तुलना गैंगस्टर के रवैये से की थी।

रशिया ने बेलारूस को पूरा समर्थन देने के संकेत दिए हैं और महासंघ शरणार्थियों के बदले में बेलारूस को आर्थिक सहायता प्रदान करे, यह सूचना रशियन विदेशमंत्री ने की है। बेलारूस की सीमा पर निर्माण हुए तनाव के लिए पोलैण्ड की आक्रामक नीति ज़िम्मेदार होने का आरोप भी रशिया ने लगाया है। बेलारूस के समर्थन में रशिया ने गुरूवार के दिन अपने २ ‘टीयू-१६० बॉम्बर’ विमानों को रवाना करने की बात सामने आयी है। रशिया के प्राप्त ऐसे समर्थन की वजह से बेलारूस के नेता लुकाशेन्को और भी आक्रामक बने हैं और यूरोप को होनेवाली र्इंधन की आपूर्ति रोक सकते हैं, ऐसा धमकाया भी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.