अमरिका के साथ शांति समझौते की बातचीत अंतिम दौर में होते समय ही तालिबान ने किया अफगानिस्तान के ‘कुंडूझ’ पर बडा हमला

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरकाबुल – अफगानिस्तान से अमरिकी सेना पूरी तरह से हटाना मुमकिन नही है, यह इशारा अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने देने के बाद २४ घंटों के भीतर ही तालिबान ने ‘कुंडूझ’ शहर पर बडा हमला किया है| इस हमले में अफगानस सैनिक, स्थानिय नागरिक और तालिबानी आतंकियों समेत कुल ४० से भी अधिक लोग मारे गए है| अमरिका के साथ सुरू शांति वाता अंतिम चरण में होने के दावे तालिबान कर रही है| इसी बीच तालिबान ने अफगानिस्तान में फिर से एक बडा हमला किया है और इस हमले के साथ तालिबान ने अपनी ताकद दिखाने की कोशिश की है|

शुक्रवार की रात ८.३० बजे आतंकियों ने एक ही समय पर कुंडूझ के अलग अलग हिस्सों में भीषण हमलें शुरू किए| १२ घंटों से भी ज्यादा समय तक यह हमलें शुरू रहे और इस दौरान तालिबानी आतंकियों ने शहर के अस्पताल समेत अहम सरकारी इमारतों पर कब्जा प्राप्त किया है, ऐसा दावा तालिबानी प्रवक्ता कर रहा है| अफगान सेना की कमांडो फोर्स और वायुसेना ने यह हमला खतम करने के लिए आक्रामकता से कदम उठाए है और इस दौरान तालिबान के कुल ३४ दहशतगर्द मारे जाने का दावा हो रहा है|

तालिबान के हमले के बाद स्थानिय सुरक्षा यंत्रणाओं ने लोगों को सुरक्षित जगह पर स्थानांतरित करना शुरू किया है और शनिवार तक यह पूरा शहर खाली कराया गया| लेकिन, तालिबान का इस शहर के कुछ हिस्सों पर अभी भी कब्जा है और अफगान सेना और तालिबान में तीव्र संघर्ष शुरू है, यह जानकारी लष्करी सूत्रों ने दी| तालिबान के इस हमले में कुछ आम नागरिक भी मारे गए है, यह ऐलान सेना ने दी है| इस बीच अफगान सेना ने कितने सैनिक खोए, यह जानकारी अभी घोषित नही हुई है|

पिछले हफ्ते में अमरिका और तालिबान की बातचीत कामयाब होने का दावा किया गया था| अगले १५ से २४ महीनों में अफगानिस्तान से सेना हटाने के लिए अमरिका तैयार होने की बात तालिबान ने कही थी| साथ ही अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल अन्य देशों पर आतंकी हमलें करने के लिए नही होने देंगे, यह वादा तालिबान ने किया है, ऐसा अमरिका ने कहा था| अन्य अफगान प्रतिनिधिओं समेत राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी की सरकार के साथ बातचीत करने की तैयारी भी तालिबान ने दिखाई है, यह दावा अमरिकी सूत्रों ने किया था|

लेकिन, इसके बाद अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अमरिका अपने कुछ सैनिक पीछे हटा रही है, फिर भी अफगानिस्तान पर अमरिका ने बनाया नियंत्रण खतम ही होगा, इसका कडा एहसास कराया था| इस वजह से तालिबान ने फिर से आक्रामकता से हिंसा करवाई और अपनी क्षमता दिखाने की कोशिश शुरू की है, यही बात ‘कुंडूझ’ पर हुए हमलें से दिखाई दे रहा है|

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