मानवजाति को खतरनाक साबित होने वाले ‘किलर रोबोट्स’ पर पाबन्दी लगाने की मांग – ऑस्ट्रेलिया और कनाडा सरकार को ३०० से अधिक विशेषज्ञों का आवाहन

ओटावा/मेलबर्न: ‘आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस’ और ‘रोबोटिक्स’ की सहायता से विकसित होने वाले ‘किलर रोबोट्स’ का निर्माण साथ ही इस्तेमाल, यह नैतिकता की सीमा लांघने वाली बात है, उस पर पाबन्दी लगाने के लिए कोशिश की जाए, ऐसा खुला खत ३०० से अधिक खोजकर्ता और विशेषज्ञों ने लिखा है। ऑस्ट्रेलिया और कनाडा देशों की सरकार को संबोधित करते हुए यह खत लिखा गया है। अगले हफ्ते में, संयुक्त राष्ट्रसंगठन ने ‘लेथल ऑटोनोमस वेपन्स सिस्टम’ इस विषय पर स्थापित किए गए ‘ग्रुप ऑफ़ गवर्नमेंटल एक्सपर्ट्स’ की बैठक होने वाली है, उस पृष्ठभूमि पर यह खत ध्यान आकर्षित करने वाला साबित हुआ है।

‘किलर रोबोट्स’, पाबन्दी, मानवजाति, आर्टिफिशल इंटेलिजन्स, युद्ध, ऑस्ट्रेलिया, कनाडामानव समूह के जीवन और मृत्यु का निर्णय मशीन्स के हाथ में सौंपना यह नैतिकता की मर्यादा लांघने वाली बात है, एस इशारा इस खत में दिया गया है। ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स और रोबोटिक्स की सहायता से किलर रोबोट्स का विकास किया गया, तो इसके पहले हुए युद्ध से भी बड़ा युद्ध भड़क सकता है और उसकी व्यापकता मानवी समाज की कल्पना से परे होगी। मशीन्स के हाथों में मानवी समूह के जीवन मृत्यु का निर्णय सौंपने जैसी दूसरी भयानक बात नहीं है, इन शब्दों में ‘किलर रोबोट्स’ के निर्माण के पीछे के खतरे का एहसास इस खत से कराया गया है।

‘किलर रोबोट्स’, पाबन्दी, मानवजाति, आर्टिफिशल इंटेलिजन्स, युद्ध, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा‘किलर रोबोट्स’ के मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को खुला आवाहन करने की पिछले तीन महीनों में यह दूसरी कोशिश है। इसके पहले अगस्त महीने में मेलबर्न शहर के ‘इंटरनेशनल जॉइंट कांफ्रेंस ओन आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस’ (आईएजेसीएआई) की पृष्ठभूमि पर ११६ से अधिक उद्योजक और विशेषज्ञों ने इस बारे में इशारा देने वाला ख़त प्रसिद्द किया था। संयुक्त राष्ट्रसंघ को संबोधित करते हुए लिखे इस खत पर ‘टेस्ला’ कंपनी के प्रमुख एलोन मस्क, ‘गूगल डीपमाइंड’ के मुस्तफा सुलेमान के साथ अमरिका, चीन, रशिया, ब्रिटन,कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, भारत और विविध यूरोपीय देशों के ११६ उद्योजक और विशेषज्ञ के हस्ताक्षर थे।

इस खत में, ‘आर्टिफिशल इंटेलिजन्स’ और ‘रोबोटिक्स’ की सहायता से तैयार किए गए हथियारों के खिलाफ कदम उठाने के लिए ज्यादा समय बाकी नहीं है ऐसा कहकर, स्वचालित हथियारों की वजह से युद्ध भड़कने का इशारा दिया गया था। उसी दौरान, ‘घातक स्वचालित हथियार यंत्रणा’ अर्थात ‘पैण्डोराज बॉक्स’ है, वह एक बार खुल गया तो बंद करना असंभव होगा, ऐसा इशारा भी दिया गया था।

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