ऑस्ट्रेलिया चीन का बदला ले रही हैं – चीन के सरकारी मुखपत्र का आरोप

वॉशिंग्टन – ऑस्ट्रेलिया की सरकार चीन की हुकूमत की ओर विरोधी विचारधारा से देख रही है और चीन को खतरा मानकर निर्णय ले रही है, ऐसा दावा चीन के सरकारी मुखपत्र ने किया है। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने किया नया निर्णय भी चीन के खिलाफ प्रतिशोध का हिस्सा होने का आरोप चीन के ‘पीपल्स डेलि’ अखबार ने किया है। ऑस्ट्रेलिया ने यह आरोप स्पष्ट शब्दों में ठुकराए है।

aus-chinaबीते कुछ महीनों से ऑस्ट्रेलिया और चीन के बीच व्यापारयुद्ध जारी है और चीन ने एक के बाद एक ऑस्ट्रेलियन उत्पादों पर प्रतिबंध लगाए है। ऑस्ट्रेलिया ने इससे संबंधित पेश किए मुद्दों पर चीन ने फिजूल जवाब दिए थे। इस वजह से ऑस्ट्रेलिया ने यह मुद्दा सीधे विश्व व्यापार संगठन के सामने उपस्थित करने की तैयारी शुरू की हैं। इसी बीच ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने चीन के किसी भी दबाव के सामने नहीं झुकेंगे, यह इशारा भी दिया है।

चीन ने ऑस्ट्रेलिया के विरोध में शुरू किए व्यापारयुद्ध के पीछे बीते दो वर्षों में ऑस्ट्रेलिया की सरकार के निर्णयों एवं रपट को ज़िम्मेदार बताया है। ऑस्ट्रेलिया में राजनीति के साथ उद्योग, प्रौद्योगिकी, शिक्षा क्षेत्र में भी चीन अपना प्रभाव बड़े पैमाने में बढ़ाने में जुटा होने की बात सामने आयी थी। चीन की इस दखलअंदाज़ी को रोकने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने एक के बाद एक नए कानून तैयार करने के साथ आक्रामक निर्णय करने का सिलसिला शुरू किया। साथ ही विश्‍वभर में कोरोना की महामारी के मुद्दे पर चीन के खिलाफ पुख्ता भूमिका अपनाकर इस संक्रमण की जाँच करने की माँग भी की। साउथ चायना सी, हाँगकाँग, ५ जी जैसे कई मुद्दों पर ऑस्ट्रेलिया ने चीन का दबाव ठुकराया है।

aus-chinaइन गतिविधियों के कारण चीन बौखलाया हुआ है और उसने लगातार धमकाने का एवं इशारे देने का सिलसिला जारी किया है। चीन के मुखपत्र के नए इशारे के पीछे कुछ दिन पहले ऑस्ट्रेलिया की संसद में मंजूर हुए कानून की पृष्ठभूमि है। इस कानून के अनुसार ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री को देश के विभिन्न प्रांतों एवं संस्थाओं ने विदेशी हुकूमतों के साथ किए करार रद करने का अधिकार प्राप्त हुआ है। ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया प्रांत की सरकार ने चीन के साथ कई समझौते किए हैं और इसके खिलाफ नए कानून का इस्तेमाल किया जाएगा, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे हैं। इस वजह से चीन की हुकूमत क्रोधित है और मुखपत्र के माध्यम से ऑस्ट्रेलिया को धमकाने का उद्योग कर रही है।

लेकिन, चीन की इन गतिविधियों पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी तीव्र प्रतिक्रिया उमड़ रही है और ऑस्ट्रेलिया के सहयोगी और मित्रदेशों ने ड़टकर ऑस्ट्रलिया का साथ देने का वादा किया है। कुछ दिन पहले ही ‘फाईव आईज्‌ अलायन्स’ नामक गुप्तचर एजन्सीयों के गुट ने चीन के विरोध में संघर्ष के लिए ऑस्ट्रेलिया को सहयोग प्रदान करने के लिए कदम उठाने के संकेत भी दिए थे।

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