ऑस्ट्रेलिया किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकेगा – प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन की चीन को फ़टकार

कैनबेरा/बीजिंग – ‘द्विपक्षीय संबंध बरक़रार रखने हों, तो उसके बारे में चर्चा करते समय कोई भी शर्तें नहीं रखी जायेंगी, इसका स्पष्ट एहसास चीन रखें। ऑस्ट्रेलिया माध्यमों की आज़ादी पर पाबंदियां लगायेगा अथवा देश में कौन निवेश कर सकता है इसके बारे में होनेवाले नियमों को बाजू में रखेगा, इस प्रकार की उम्मीदें ना रखें। यह बात कुछ ख़ास अक़्लमंदी की नहीं होगी, यह ध्यान में रखें’, इन शब्दों में ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने यह जताया कि उनका देश चीन के किसी भी दबाव के आगे नहीं झुकेगा।

aus-chinaपिछले कुछ महीनों से चीन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ व्यापारयुद्ध छेड़ा है। ऑस्ट्रेलिया से आयात होनेवालीं मछलियाँ, सागरी उत्पादन, कपास, मांस तथा वाईन इनपर भारी मात्रा में आयात कर थोंपे गये हैं। ये कर थोंपते समय ही, ऑस्ट्रेलिया से चीन के बंदरगाहों में दाखिल हुए उत्पादन कई दिनों से वहीं रोक भी रखे गये हैं। उसके बाद अब ऑस्ट्रेलिया से आयात होनेवाला कोयला ‘ब्लॅकलिस्ट’ किया गया है, ऐसा चीन द्वारा बताया गया है। इस संदर्भ में ख़बर जारी करते समय चीन के सरकारी मुखपत्र ‘ग्लोबल टाईम्स’ ने यह जानकारी दी है कि इसके बाद चीन मंगोलिया, इंडोनेशिया तथा रशिया से कोयला आयात करेगा।

aus-chinaऑस्ट्रेलिया से चीन में हर साल तक़रीबन १४ अरब डॉलर्स के कोयले की निर्यात होती है। लेकिन इस साल उसमें लगभग ७८ प्रतिशत गिरावट आयी होने की बात सामने आयी है। पिछले दो महीनों से, एक अरब डॉलर्स से अधिक कोयला होनेवाले ८० से अधिक ऑस्ट्रेलियन जहाज़ चीन के बंदरगहों में खड़े हैं। लेकिन उनमें से कोयला उतारने से चीन ने इन्कार किया है। इसके लिए, पर्यावरणीय निकषों की पूर्तता नहीं की होने का बहाना आगे किया है। लेकिन दरअसल यह चीन ने छेड़े हुए व्यापारयुद्ध का भाग होने की बात ‘ब्लॅकलिस्ट’ के फ़ैसले से स्पष्ट हुई है।

aus-chinaपिछले दो सालों में ऑस्ट्रेलिया ने चीन के खिलाफ़ आक्रामक भूमिका अपनायी है। उसके पीछे, चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट हुक़ूमत द्वारा ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न क्षेत्रों में शुरू हस्तक्षेप और प्रभाव बढ़ाने की कोशिशें कारणीभूत हैं। इस प्रभाव को रोकने के लिए ऑस्ट्रेलिया सरकार ने कई रणनीतिक निर्णय लिये होकर, क़ानूनी तथा राजनीतिक स्तर पर भी ठोंस पैंतरा अपनाया है। ऑस्ट्रेलिया में हुए इस बदलाव से चीन बौखला गया होकर, अपने विरोध में किये गए फ़ैसलें रद करें, अन्यथा परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें, ऐसी धमकी दी है।

aus-chinaलेकिन चीन की धमकियों के सामने झुकने से ऑस्ट्रेलिया ने स्पष्ट रूप से इन्कार किया होकर, प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने दी हुई चेतावनी उसीका भाग साबित होता है। कोयले की आयात रोकने के मुद्दे पर भी मॉरिसन ने चीन को खुलेआम चुनौती देने की भूमिका अपनायी है। चीन का फ़ैसला, यह जागतिक व्यापार संगठन के नियमों का उल्लंघन है और चीन के अलावा जापान और भारत ये देश भी ऑस्ट्रेलिया से कोयला आयात करते हैं, ऐसा ऑस्ट्रेलियन प्रधानमंत्री ने जताया।

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