हर कोई जीझस के साथ कभी भी बात कर सकता है – ख्रिस्तधर्मियों के सर्वोच्च धर्मगुरू पोप फ्रान्सिस

Third World Warरोम: हम येशु को किसी भी क्षण कॉल कर सकते हैं| हम सभी उससे सीधे जुड़े हैं| वह हमारी सारी बातें सुनने के लिए तैयार हैं| क्योंकि वह हमारे निकट हैं और हम सभी को मदद करने के लिए उत्सुक हैं, ऐसा भावुक करने वाला संदेश ख्रिस्तधर्मियों के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रान्सिस ने दिया हैं| रोम में प्रार्थना से पहले भक्तों से बात करते हुए सम्मानित पोप फ्रान्सिस ने यह संदेश दिया हैं|

रविवार को रोम के एक चर्च में प्रार्थना से पहले पोप फ्रान्सिस भक्तों से बात कर रहे थे| ‘हम सभी के पास येशु का मोबाइल नंबर हैं| हम सभी उसे संपर्क कर सकते हैं| वह हमारा प्रेम से स्वागत करता हैं| वह हमेशा ही हम सभी का कहां सुनता हैं और वह हमारे बहुत निकट रहता हैं| इसी का अर्थ उसे ढूंढना बहुत आसान हैं| येशु हमारे साथ रहता हैं, वह हमें लगातार देखता रहता हैं और हम पर प्रेम करता रहता हैं| उसे सब कुछ पता हैं और वह हमें समझ लेता है’, ऐसा बता कर पोप फ्रान्सिस ने भक्तों को येशु से सीधा संवाद करने का आवाहन किया हैं|

जीझस, साथ, कभी भी बात, सकता, ख्रिस्तधर्मियों, सर्वोच्च धर्मगुरू, पोप फ्रान्सिस, रोम‘येशु के समक्ष कभी भी बिना किसी मुखोटे के अपने मन की बातें उसके सामने स्पष्ट रूप से पेश करें| मन में होने वाले संदेह और डर भी उसके सामने व्यक्त करें’, ऐसा आवाहन पोप फ्रान्सिस ने किया हैं| ‘इतना ही नहीं तो जिस समय आप येशु से नाराज होंगे, उस समय भी उससे बातें करना जारी रखें| क्योंकि उस पर नाराज होने का अर्थ भी आपने की प्रार्थना जैसा ही होता हैं| येशु हमेशा शांत रहता हैं और वह सब कुछ शांति से सुनता रहता हैं’, ऐसा बता कर पोप फ्रान्सिस ने भक्तों को येशु से बात करते रहने का संदेश दिया हैं|

दो हजार सालों पहले के संतो को पोप संपर्क कर सकते हैं, ऐसा मुझे मेरे दादाजी ने बताया था, ऐसा बता कर एक भक्त ने इस बारे में पोप फ्रान्सिस से प्रश्न पूछा था| उस पर बात करते हुए पोप फ्रान्सिस ने अपने पास सेंट पीटर और अन्य संतों के फोन नंबर नहीं हैं, परंतु येशु का मोबाइल नंबर हैं, ऐसा बताया| हम सभी येशु से संपर्क कर सकते हैं ऐसा बता कर पोप फ्रान्सिस ने इस प्रश्न पूछने वाले को उत्तर दिया हैं|

इससे पहले भी पोप फ्रान्सिस ने शैतान को नहीं बल्कि भगवान को चूने और उस पर पूर्ण विश्वास रखें, ऐसा संदेश विश्व के सभी भक्तों को दिया था| साथ ही भगवान का मार्ग कितना भी कठिन हो और उस मार्ग से आगे जाते हुए, कितनी भी पीड़ा सहन करनी पड़े फिर भी उस मार्ग पर भगवान अपने साथ रहता ही हैं, ऐसा पोप फ्रान्सिस ने कहा था| इसीलिए पूर्ण विश्वास से भगवान के मार्ग से भक्तों को आगे बढ़ते रहना चाहिए, ऐसा पोप फ्रान्सिस ने कहा था|

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