जम्मू-कश्‍मीर के ‘ऑल वेदर’ कनेक्टिविटी के सभी काम २०२२ तक पूरे होंगे

श्रीनगर – जम्मू-कश्‍मीर की चिनाब नदी पर निर्माण हो रहे विश्‍व के सबसे ऊंचे पुल का काम अगले वर्ष पूरा होगा। इस पुल की वजह से २०२२ तक कश्‍मीर घाटी रेल मार्ग के ज़रिये शेष भारत के साथ जुड़ जाएगी। इसके अलावा जम्मू-कशमीर में हो रहे ‘ऑल वेदर रोड’ के काम पूरे करने के लिए २०२२ तक का समय प्रदान किया गया है और यह काम पूरा होने पर जम्मू-कश्‍मीर के साथ सालभर ‘कनेक्टिविटी’ बनी रहेगी।

Jammu-Kashmirचिनाब नदी पर बन रहे रेल पुल का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। आयफेल टॉवर से अधिक ऊंचाई वाले इस पुल की ऊंचाई ३५९ मीटर हैं। प्रति घंटा २६६ किलोमीटर गति से बहनेवाली हवां भी इस पुल को नुकसान नहीं पहुँचा सकती। इसके अलावा ८ रिश्‍टर स्केल तीव्रता का भूकंप भी नुकसान ना पहुँचा सके इतनी मज़बूती से इस पुल का निर्माण किया जा रहा है। अगले वर्ष तक इस पुल का निर्माणकार्य पूरा होगा और वर्ष २०२२ तक रेल सेवा भी शुरू हो जाएगी। पिछले वर्ष से इस पुल का निर्माणकार्य गतिमान किया गया हैं।

जम्मू-कश्‍मीर में रेल का नेवटर्क स्थापित करने के लिए विशेष कोशिश की जा रही है। इसके तहत उधमपुर-कटरा इस २५ किलोमीटर के रेल मार्ग के साथ बनिहाल-काज़ीगुंड़ के १८ किलोमीटर का रेल मार्ग और काज़ीगुंड-बारामुल्ला के बीच ११८ किमी रेल मार्ग पहले ही जनता के लिए शुरू किया गया है। ऐसे में अब कटरा-बनिहाल के दौरान १११ किमी दूरी के रेल मार्ग का निर्माण कार्य शुरू है। इस मार्ग पर दिसंबर २०२२ तक रेल सेवा शुरू होगी।

जम्मू-कश्‍मीर में विभिन्न परियोजनाओं के लिए वर्ष २०१५ में ‘प्रधानमंत्री विकास पैकेज’ के तहत ८०,०६८ करोड़ रुपयों के निवेश का ऐलान किया गया था। बीते वर्ष अगस्त महीने में धारा ३७० हटाकर जम्मू-कश्‍मीर से विशेष दर्जा हटाया गया। साथ ही जम्मू-कश्‍मीर राज्य का बटवारा करके लद्दाख और जम्मू-कश्‍मीर इन केंद्र शासित प्रदेशों का निर्माण किया गया है। इसके बाद ५८,६२७ करोड़ रुपयों की ५४ परियोजनाएं जम्मू-कश्‍मीर के केंद्र शासित प्रदेश में और २१४४१ करोड़ रुपयों की ९ परियोजनाओं का काम केंद्र शासित लद्दाख में होगा।

जम्मू-कश्‍मीर में जारी रेल मार्ग और रास्तों के निर्माण कार्य जल्द से जल्द पुरा करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जम्मू-कश्‍मीर में हो रहे रेल और रास्तों का यह निर्माण कार्य रणनीतिक नज़रिए से भी अहम है। हाल ही में जम्मू-कश्‍मीर में रणनीतिक नज़रिए से सबसे अहम छह पुलों का लोकार्पण रक्षामंत्री राजनाथ सिंग के हाथों किया गया। सीमा रेखा पर रणनीतिक नज़रिए से अहम साबित होनेवाले १७ पुलों का निर्माण कार्य ‘बीआरओ’ के हाथों दिया गया है और छह परियोजनाओं का काम पूरा हो चुका है। यहां की बुनियादी परियोजनाओं के काम गतिमान किए गए हैं और वर्ष २०१८ में ७ परियोजनाओं का काम पूरा हो चुका था। जुलाई २०२० में १७ परियोजनाओं का काम पूरा किया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.