आतंकवाद के खिलाफ सभी देश ‘एकजूट’ करें – ‘एससीओ’ की बैठक में उप-राष्ट्रपति नायडू ने किया आवाहन

नई दिल्ली – ‘राष्ट्रीय नीति के हथियार की तरह आतंकवाद का इस्तेमाल करनेवालों के खिलाफ सभी देशों ने एकजूट करने की आवश्‍यकता हैं, इन शब्दों में भारत के उप-राष्ट्रपति व्यंकय्या नायडू ने पाकिस्तान को तमाचा जड़ा। ‘शांघाय को-ऑपरेशन ऑर्गनायझेशन’ (एससीओ) की बैठक में उप-राष्ट्रपति नायडू ने सीधे पाकिस्तान का ज़िक्र किए बगैर इस देश की आतंकी नीति को लक्ष्य किया। इसके साथ ही कोरोना वायरस की महामारी के बाद अर्थव्यवस्था पटरी पर लाने की कोशिश कर रहें देश शांति के बिना विकास संभव नही होगा, इस बात पर गौर करें, यह इशारा भी भारत के उप-राष्ट्रपति ने दिया हैं।

fight-against-terrorism‘आतंकवाद मानवता का शत्रु बनता हैं। सीमा के उस ओर से निर्यात हो रहें आतंकवाद का सभी देशों ने एकजूट के साथ मुकाबला करना होगा। खास तौर पर अपनी विदेश नीति के हत्यार की तरह आतंकवाद का इस्तेमाल करना ‘एससीओ’ बुनियादी सिद्धांतों के ही विरोध में जाता हैं’, यह बयान करके उप-राष्ट्रपति नायडू ने सीधे नाम का ज़िक्र किए बिना पाकिस्तान को फटकार लगाई। ‘आतंकवाद को खत्म किए बगैर, देश की क्षमता का पुरा इस्तेमाल नही हो सकता। आतंकवाद की वजह से स्थिर और सुनिश्‍चित विकास के लिए आवश्‍यक माहौल का निर्माण भी नही होगा’, इस ओर उप-राष्ट्रपति नायडू ने ध्यान आकर्षित किया।

‘इसी कारण आतंकवादियों का सुरक्षित स्वर्ग, आतंकियों से संबंधित आर्थिक नेटवर्क नष्ट करने के लिए ‘एससीओ’ के सदस्य देश अंतरराष्ट्रीय कानुन का प्रभावी इस्तेमाल करें’, यह आवाहन भी उप-राष्ट्रपति व्यंकय्या नायडू ने किया। इसी बीच, बीते कुछ सप्ताहों से अपने खिलाफ हो रहें आतंकवाद के आरोपों से स्वयं को रिहा करने के लिए पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ ही आतंकवाद के आरोप लगाना शुरू किया हैं। इस माध्यम से भारत अपने खिलाफ कर रहें आरोपों की तीव्रता कम करने की कोशिश पाकिस्तान कर रहा हैं। लेकिन, पाकिस्तान की ऐसीं साज़िशों का भारत पर असर नही होगा और भारत हर व्यासपीठ पर पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकवाद का पर्दाफाश करता ही रहेगा, यह संदेश उप-राष्ट्रपति व्यंकय्या नायडू ने दिया हैं।

इसके साथ ही ‘एससीओ’ जैसीं संगठन में द्विपक्षीय मुद्दे उपस्थित करने की दुष्प्रवृत्ति को भी उप-राष्ट्रपति ने लक्ष्य किया। पाकिस्तान ने ‘एससीओ’ की बैठक में कश्‍मीर का मसला उपस्थित करके भारत को उकसाया था। इसका स्पष्ट ज़िक्र किए बगैर उप-राष्ट्रपति नायडू ने द्विपक्षीय मुद्दे ‘एससीओ’ में उपस्थित करने से इस संगठन की बुनियादी प्रेरणा को झटका लग रहा हैं, यह आरोप किया। इसके साथ ही भारत तेज़ी से आर्थिक प्रगति कर रहा हैं, यह बात दर्ज़ करके उप-राष्ट्रपति नायडू ने वर्ष २०२५ तक भारतीय अर्थव्यवस्था ‘पांच ट्रिलियन डॉलर्स’ का उद्देश्‍य प्राप्त करेगी, यह विश्‍वास भी व्यक्त किया।

भारत में मोबाईल उपभोक्ताओं की संख्या बढ़कर १०० करोड़ तक जा पहुँची हैं। साथ ही भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या भी ६० करोड़ से अधिक हुई हैं। विश्‍व की सबसे बड़ी ‘डिजिटल इकोसिस्टिम’ के तौर पर भारत उभर रहा हैं, यह कहकर उप-राष्ट्रपति व्यंकय्या नायडू ने भारत की विशाल क्षमता रेखांकित की। कोरोना वायरस की महामारी की वजह से ‘एससीओ’ के सभी सदस्य देशों की अर्थव्यवस्था की गति धीमी हुई हैं। लेकिन, भारत ने इस महामारी का मुकाबला करने के साथ ही बड़ा अच्छा आर्थिक प्रदर्शन किया हैं, यह दावा उप-राष्ट्रपति नायडू ने किया।

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