जम्मू-कश्मीर की सीमा पर गोलीबारी करनेवाले पाकिस्तान को गहरी कीमत चुकानी पड़ रही है- रक्षामंत्री अरुण जेटली

नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में आतंकवादी घुसाने के लिए पाकिस्तान सीमा भाग में जमकर गोलीबारी कर रहा है, पर इससे पाकिस्तान का बड़ा नुकसान हो रहा है। क्योकि भारतीय सेना के जवाब में पाकिस्तान को जीवित हानि झेलनी पड़ रही है यह दावा रक्षामंत्री अरुण जेटली ने किया। भारतीय लष्कर सीमा पर सतर्क है और घुसपैठी आतंकवादीयों के प्रयास बिगाड़ दिए है यह बयान रक्षामंत्री ने लोकसभा में दिया है।

इस साल पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर की सीमा होनेवाली गोलीबारी बढ़ गयी है यह जानकारी जेटली ने लोकसभा में दी। इस साल नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान से १ अगस्त तक २८५ बार संघर्षबंदी का उल्लंघन हुआ है। साथ ही आंतराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी लष्कर ने भारत को चुनौती देने के लिए २२१ बार गोलीबारी करके संघर्षबंदी का उल्लंघन किया यह रक्षामंत्री ने कहा।

पाकिस्तान से आतंकवादीयों को सहायता करने के लिए सीमा पर गोलीबारी की जाती है। पर इसकी गहरी कीमत पाकिस्तान को चुकानी पड़ रही है जिस से पाकिस्तान में बड़ी जीवित हानि हो रही है। साथ ही घुसपैठी करनेवाले आतंकियों का खात्मा करनेवाले भारतीय सैनिकों ने सीमा पर अपना वर्चस्व प्रस्थापित किया है यह रक्षामंत्री ने कहा।

पाकिस्तान के निकट नियंत्रण रेखा और अंतराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठी रोकने के लिए आवश्यक योजनाए शुरू है। इस लिए सीमा पर ‘एंटी इन्फील्ट्रेशन ऑबस्टिकल सिस्टिम’ (एआयओएस) निर्माण किया जा रहा है। रडार, सेन्सर्स और थर्मल इमेजेस जैसे तकनीकों का घुसपैठी रोकने के लिए उपयोग हो रहा है। इस के अलावा बड़े पैमाने पर सीमा तैनात करके सीमा भाग में बाड़ लगाने का काम शुरू है यह जानकारी भी जेटली ने दी।

सीमा पर मजबूत गढ़बन्दी का काम लगातार शुरू है यह बात रक्षामंत्री ने लोकसभा में पूछे सवाल का जवाब देते हुए स्पष्ट किया। साथ ही संरक्षण दल को आत्याधुनिक करने के लिए सरकार जरूरत नुसार कदम उठा रही है। किसी भी मुहीम के लिए या चुनौती का सामना करने के लिए लष्कर को आत्याधुनिक शस्त्र एवं उपकरणों से सुसज्जित किया जा रहा है।

इन अत्याधुनिक शस्त्रों और उपकरणों का उपयोग जानने के किये विशेष प्रशिक्षण लष्कर को दिया जा रहा है। पर राष्ट्रहित ध्यान में रखते इस पर अधिक जानकारी का खुलासा अयोग्य होगा यह रक्षामंत्री ने कहा।

साथी ही सियाचेन जैसे दुनिया के सबसे ऊँचे युद्धभूमि पर प्रतिकूल परिस्थिति में तैनात जवानों को ७वे वेतन आयोग ने किये सिफ़ारिश से ज्यादा भत्ता देने की बात रक्षामंत्री जेटली ने लोकसभा में की।

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