अफ़्रीकी देश अमरिकी डॉलर को हटाकर अन्य वैकल्पिक मुद्राओं का इस्तेमाल करें – केनिया के राष्ट्राध्यक्ष का आवाहन

नैरोबी – अफ़्रीका महाद्वीप के देश व्यापार तथा निवेश के लिए अमरिकी डॉलर को हटाकर वैकल्पिक मुद्राओं (करेंसी) का इस्तेमाल करें, ऐसा आवाहन केनिया के राष्ट्राध्यक्ष विल्यम रुटो ने किया। अफ़्रीकी देशों के लिए स्वतंत्र पेमेंटस्‌‍ तथा सेटलमेंट सिस्टम विकसित किया गया होकर, इस यंत्रणा का इस्तेमाल करना यह इस दिशा में उठाया महत्त्वपूर्ण कदम साबित होता है, ऐसा दावा भी राष्ट्राध्यक्ष रुटो ने किया। कुछ ही दिन पहले रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने केनिया का दौरा किया था। इस मुलाक़ात के दौ व्यापार तथा निवेश के लिए स्थानीय मुद्राओं के इस्तेमाल के संदर्भ में चर्चा हुई थी। इस पृष्ठभूमि पर केनिया के राष्ट्राध्यक्ष ने किया आवाहन ग़ौरतलब साबित होता है। 

अमरिकी डॉलर को हटाकरपिछले कुछ सालों से जागतिक अर्थव्यवस्था में होनेवाले अमरिकी डॉलर के वर्चस्व को चुनौति देने के लिए ज़ोरदार गतिविधियाँ जारी हैं। रशिया और चीन जैसे देशों ने इसके लिए पहल की होकर, उसे अब आन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ता प्रतिसाद मिलता हुआ दिखाई दे रहा है। दुनिया की उदयोन्मुख अर्थव्यवस्थाओं का समावेश होनेवाले ‘ब्रिक्स’ गुट ने वैकल्पिक मुद्रा (करेंसी) के स्पष्ट संकेत दिये होकर, आनेवाले कुछ महीनों में उसकी घोषणा हो सकती है। इस पृष्ठभूमि पर, दुनिया के अन्य देशों ने वैकल्पिक करेंसी विषयक योजनाओं को फिर से तेज़ करने की शुरुआत की है। 

अफ़्रीका महाद्वीप में गत दो दशकों से ‘समान मुद्रा’(कॉमन करेंसी) तथा ‘एक ही चलन’ (सिंगल करेंसी) इन दोनों योजनाओं पर काम जारी है। सन 2019 में पश्चिमी अफ़्रीकी देशों का संगठन होनेवाले ‘इकोवास’ इस गुट ने ‘इको’ नामक चलन विकसित करने की घोषणा की थी। पश्चिम अफ़्रीका के 15 देश इस चलन का स्वीकार करेंगे. ऐसे संकेत प्राप्त हुए थे। सन 2021 में हुई बैठक में, 2027 साल तक सदस्य देश इको करेंसी का इस्तेमाल शुरू करेंगे, ऐसा फ़ैसला किया गया था। 

पूर्वी अफ़्रीका के सात देशों का समावेश होनेवाले ‘ईस्ट आफ्रिकन कम्युनिटी’ इस गुट से भी 2020 में ‘सिंगल करन्सी’ के इस्तेमाल के सन्दर्भ में घोषणा की गयी थी। 2024 साल तक इस करेंसी की घोषणा एवं प्रक्रिया शुरू होगी, ऐसा बताया गया था। केनिया यह देश ‘ईस्ट आफ्रिकन कम्युनिटी’ का सदस्य है। पूर्वी एवं मध्य अफ़्रीका की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होनेवाले केनिया का समावेश अफ़्रीका के दस अग्रसर देशों में होता है। इस पृष्ठभूमि के मद्देनज़र, केनिया के राष्ट्राध्यक्ष ने अमरिकी डॉलर का इस्तेमाल कम करने के सन्दर्भ में किया आवाहन महत्त्वपूर्ण साबित होता है।

नैरोबी शहर में ‘आफ्रिकन कॉन्टिनेन्टल फ्री ट्रेड एरिआ’ की ओर से आयोजित परिषद में राष्ट्राध्यक्ष रुटो ने, अफ़्रीकी देशों ने उनकी अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण प्राप्त करने की आवश्यकता भी ज़ाहिर की। बाह्य जगत में घटित होनेवालीं गतिविधियों के, अफ़्रीकी देशों पर होनेवाले परिणामों को टालने के लिए स्थानीय करेंसी और पेमेंटस्‌‍ सिस्टम का इस्तेमाल ज़रूरी साबित होता है, इस बात पर उन्होंने ग़ौर फ़रमाया। 2022 में, ‘आफ्रिकन कॉन्टिनेन्टल फ्री ट्रेड एरिआ’ तथा ‘आफ्रिकन एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बँक’ ने ‘पैन आफ्रिकन पेमेंटस्‌‍ एण्ड सेटलमेंट सिस्टिम’ (पीएपीएसएस) विकसित की होने की याद केनिया के राष्ट्राध्यक्ष ने इस समय करा दी। अफ़्रीका महाद्वीप के अधिक से अधिक मध्यवर्ती बैंक्स तथा प्राइवेट बैंक्स इस यंत्रणा का इस्तेमाल शुरू करें और उसके लिए संबंधित देश की सरकार पहल करें, ऐसा आवाहन विल्यम रुटो ने किया।

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