पाक़िस्तान की आतंकवाद-परस्त नीतियों की अफगानी राष्ट्रपति ने की आलोचना

वॉर्सा, दि. १० (वृत्तसंस्था) – पोलंड की राजधानी वॉर्सा में संपन्न हुई नाटो की बैठक में, अफ़गानी राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने – ‘पाक़िस्तान आज भी आतंकवाद में ‘अच्छा’ और ‘बुरा’ ऐसा फ़र्क़ कर रहा है’ इन तीखे शब्दों में पाक़िस्तान की आलोचना की|

ghani-sharif-nawazउसके जवाब में पाक़िस्तान ने, ‘अफगानी राष्ट्रपति का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है’ ऐसा दोषारोपण किया| साथ ही, अफगानिस्तान अपनी गलतियों का ज़िम्मा पाक़िस्तान के माथे पर थोंप रहा है, ऐसी आलोचना पाक़िस्तान के विदेश मंत्रालय ने की|

इन दिनों अपने पड़ोसी देशों से अच्छे संबंध बनाने के लिए अफगानिस्तान ने पहल की है| इन कोशिशों को, पाक़िस्तान को छोड़कर बाक़ी सभी पड़ोसी देशों से उत्तम प्रतिसाद मिल रहा है| इसी मुद्दे को लेकर अफ़गानी राष्ट्राध्यक्ष गनी ने नाटो की बैठक के दौरान पाक़िस्तान की आतंकवादपरस्त नीतियों को लक्ष्य बनाया| पाक़िस्तान इस संदर्भ में किसी भी नियम का पालन करने के लिए तैयार नहीं है, ऐसा कहते हुए गनी ने, ‘पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता’ ऐसे संकेत दिए|

‘आतंकवाद के खिलाफ़ युद्ध पुकारने की घोषणा करनेवाले पाक़िस्तान द्वारा, छिपतेछिपाते अफ़गानिस्तान के तालिबानियों की सहायता की जाती है| पाक़िस्तान सबके सामने चाहे कितनी भी डींगें क्यों न हाँकें, लेकिन पाक़िस्तान की नीतियों में इसका प्रतिबिंब नहीं दिखायी देता’ ऐसा राष्ट्राध्यक्ष गनी ने नाटो की बैठक में, चुनिंदा शब्दों में स्पष्ट किया| पाक़िस्तान की इन आतंकवादपरस्त नीतियों का अफ़गानिस्तान की सुरक्षा पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है, इस बात पर भी अश्रफ गनी ने सबका ग़ौर फ़रमाया| साथ ही, नियमों को हमेशा ठुकरानेवाले पाक़िस्तान पर आंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा दबाव डाला जाना अनिवार्य बनता जा रहा है, ऐसा भी गनी ने इस बैठक में स्पष्ट किया|

इसी दौरान, राष्ट्रपति गनी द्वारा की गई इस आलोचना पर पाकिस्तान से तुरन्त प्रतिक्रिया आयी| ‘अफ़गानी राष्ट्राध्यक्ष द्वारा इस प्रकार की आलोचना दुर्भाग्यपूर्ण है’ ऐसा दावा पाक़िस्तान के विदेश मंत्रालय ने किया| ‘अफ़गानिस्तान में शांति क़ायम रहें, इसलिए पाकिस्तान ईमानदारी से कोशिशें कर रहा है| लेकिन अफ़गानिस्तान अपनी गलतियों का ज़िम्मा पाक़िस्तान के माथे पर थोंप रहा है’  ऐसा पाक़िस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा| ‘पाकिस्तान को निशाना बनानेवाले अफगानिस्तान के आतंकवादियों पर कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान ने अफ़गानिस्तान के सामने सहायता माँगी थी| साथही, दोनों देशों की सीमा पर नियोजन करने के लिए भी पाकिस्तान ने पहल की थी| इसलिए, अफगानिस्तान के नेता आरोप करने के बजाय आतंकवाद के खिलाफ चल रहे युद्ध में पाकिस्तान की सहायता करें’ ऐसा इस प्रवक्ता ने कहा है|

nato-obama-ghaniपाक़िस्तान की प्रतिक्रिया चाहे जो भी हो, मग़र अफगानी राष्ट्राध्यक्ष द्वारा नाटो की बैठक में की गई आलोचना को महत्व मिल रहा है| राष्ट्रपति गनी ने अफगानिस्तान की सत्ता पर आने के बाद पाकिस्तान से संबंध सुधारने के लिए जोरों से कोशिशे की थी| इसके लिए उन्होंने अपने सहयोगियों और वरिष्ठ अधिकारियों के विरोध का भी सामना किया था| लेकिन कुछ ही दिनों में पाकिस्तान ने अपनी आतंकवादपरस्त नीतियों के कारण अपना विश्‍वासघात किया, ऐसी भावना गनी ने व्यक्त की|

आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिए अफगानिस्तान में आये हुए नाटो को यदि सफलता प्राप्त करनी हों, तो उसे आतंकवाद को समर्थन देनेवाले पाकिस्तान को रोकना ही होगा| अन्यथा अफगानिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ के संघर्ष को जीतना संभव नहीं है, ऐसा संदेश राष्ट्राध्यक्ष गनी ने नाटो के व्यासपीठ पर से दिया| नाटो की नीतियों पर इसका असर यक़ीनन ही पड़ेगा, ऐसा माना जा रहा है|

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