आर्थिक वर्ष २०२१-२२ के दौरान देश में किया गया ‘एफडीआई’ विक्रमी स्तर पर

नई दिल्ली – कोरोना की महामारी और भू-राजनीतिक गतिविधियों से बनी अस्थिरता और अनिश्चितता के दौरान भी अंतरराष्ट्रीय निवेशकों ने भारत पर भरोसा दिखाया है। इसी वजह से साल २०२१-२२ के आर्थिक वर्ष के दौरान भारत में विक्रमी ८३.५७ अरब डॉलर्स निवेश हुआ है। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने यह ऐलान किया। साथ ही पिछले २० सालों से देश में हो रहे प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की २० गुना बढ़ोतरी होने का बयान वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने किया है।

‘एफडीआई'रणनीतिक स्तर पर हुए सुधार और कारोबार सुलभता से करना मुमकिन हो पाए, इसके लिए सरकार द्वारा शुरू किए गए उपक्रमों को काफी बड़ी सफलता मिल रही है। इस वजह से देश में हो रहा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश विक्रमी स्तर पर पहुँचा है। साल २०२१-२२ के दौरान देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश कुल ८३.५७ अरब डॉलर्स तक पहुँचा है। साल २०२०-२१ में देश में ८१.९७ अरब डॉलर्स का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ था। इससे पहले साल २०१९-२० के दौरान देश में ७४.३९ अरब डॉलर्स निवेश हुआ था। इससे पहले के आर्थिक वर्ष २०१८-१९ के दौरान देश में ६२ अरब डॉलर्स प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ था, यह जानकारी वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने साझा की।

कोरोना की महामारी कम होने के दौर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश २३ प्रतिशत बढ़ा है। आर्थिक वर्ष २०२१-२२ के दौरान देश के उत्पादन क्षेत्र में हुए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में ७६ प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज़ हुई है। यह निवेश कुल २१ अरब डॉलर्स था। इससे पहले के साल में यह निवेश १२.९ अरब डॉलर्स था। इस वजह से देश के उत्पादन क्षेत्र तेज़ी से विकसित हो रहा है, ऐसे संकेत मिल रहे हैं। इस वजह से देश में रोज़गार निर्माण को गति मिलेगी और इससे अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ होगा।

भारत में निवेश करने में सिंगापुर सबसे आगे है और सिंगापुर से भारत को २७ प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त हुआ है। वहीं, दूसरे स्थान पर अमरीका है और भारत में हुए निवेश में अमरीका का हिस्सा १८ प्रतिशत है। भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश कर रहे देशों की सूचि में मॉरिशस तीसरे स्थान पर है और भारत में हुए विदेशी निवेश में इसका हिस्सा १६ प्रतिशत है। कम्प्युटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर क्षेत्र में सबसे ज्यादा निवेश हुआ है। इसके बाद सेवा क्षेत्र और ऑटोमोबाइल क्षेत्र में सबसे ज्यादा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हुआ है, यह जानकारी वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने प्रदान की।

सबसे ज्यादा ३८ प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित कर रहे राज्यों में कर्नाटक सबसे ऊपर है। महाराष्ट्र २६ प्रतिशत निवेश का हिस्सा पाकर दूसरे स्थान पर है। इस सूचि में १४ प्रतिशत हिस्सा पाने से दिल्ली तीसरे स्थान पर है।

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