किसी भी परिस्थिति में देश के आर्थिक विकास पर असर नहीं होने दिया जाएगा – केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन

नई दिल्ली – ‘देश किसी भी परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए सिद्ध है। अमरीका के फेडरल रिजर्व ने कोरोना की महामारी के समय दी हुई छूट अगर हटाई, तो भी उसका असर भारत अपने आर्थिक विकास पर नहीं होने देगा’, ऐसा आत्मविश्वास केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने ज़ाहिर किया। अगले आर्थिक वर्ष में भी भारत, बड़ी अर्थव्यवस्था होनेवाले देशों की सूची में सर्वाधिक तेज़ी से आर्थिक विकास करनेवाला देश होगा, ऐसा यकीन वित्त मंत्री सीतारामन ने दिलाया।

country-economic-growth‘फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज् अँड चेंबर्स ऑफ कॉमर्स-एफआयसीसीआय’ ने आयोजित किए एक कार्यक्रम में सीतारामन बात कर रहीं थीं। कोरोना का संकट जब आया था, तब अमरीका ने अपने उद्योग क्षेत्र के लिए बड़े पैमाने पर सहूलियतें दीं थीं। लेकिन अब ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि अमरीका का फेडरल रिजर्व इन सहूलियतों को हटाकर कुछ कठोर आर्थिक फैसले करनेवाला है। इसका असर अमरीका की अर्थव्यवस्था के साथ ही अन्य देशों के अर्थकारण पर भी हो सकता है। लेकिन भारत किसी भी परिस्थिति का सामना करने के लिए सिद्ध होकर, अपनी आर्थिक प्रगति पर भारत इसका परिणाम नहीं होने देगा ऐसा सीतारामन ने कहा है।

इससे पहले आए आर्थिक मंदी के दौर में भारत के सामने पार्थ तेजी से आर्थिक प्रगति करने का स्वर्णिम अवसर आया था। लेकिन उस समय इस अवसर को साजन नहीं किया जा सका। जब आर्थिक मंदी आई थी, तब अर्थव्यवस्था में नकदी प्रवाह बढ़ाने के लिए किए फैसले उचित समय पर पीछे नहीं लिए गए थे। उसका परिणाम अर्थव्यवस्था पर हुआ और आर्थिक मंदी आई थी, इसकी याद सीतारामन ने करा दी।

उसके बाद के दौर में दुनिया की बीमार अर्थव्यवस्थाओं में भारत का समावेश हुआ था। लेकिन उससे सबक सिखा हुआ आज का भारत फिर ऐसी गलती नहीं करेगा। क्योंकि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर जारी गतिविधियों की ओर भारत बहुत ही सावधानी से देख रहा है। साथ ही, चुनौतियों को मात देकर उचित निर्णय करने की क्षमता देश के पास है। इस कारण देश परिस्थिति का सामना करने के लिए सिद्ध है, ऐसा भरोसा सीतारामन ने ज़ाहिर किया है।

कोरोना की महामारी और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर जारी गतिविधियों के कारण निर्माण हुई अनिश्चितता का असर विकसित और अमीर देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर भी हो रहा है। लेकिन भारत ऐसे चुनौती भरे दौर में भी आश्वासक प्रगति कर रहा होने की बात सामने आ रही है। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था पर अन्तर्राष्ट्रीय निवेशकों का विश्वास अधिक ही दृढ़ हुआ है। लेकिन आनेवाले समय में ईंधन की दरवृद्धि के बाद आर्थिक स्तर पर अनिश्चितता अधिक ही बढ़ती जाएगी। विख्यात अर्थविशेषज्ञों ने इस बारे में चेतावनियाँ दीं हैं। ऐसे दौर में भी भारत की आर्थिक प्रगति पर असर होने नहीं दिया जाएगा, यह वित्त मंत्री ने दिलाया यकीन इसी कारण गौरतलब साबित होता है।

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