रशिया ने कुरिल द्विपों पर मिसाइल यंत्रणा तैनात की

मास्को – जापान के साथ विवाद का मुद्दा बने कुरिल द्विपों पर रशिया ने मिसाइल यंत्रणा तैनात कर दी है। यहां के पारामूशीर द्विप पर इस यंत्रणा की तैनाती करने की जानकारी रशियन रक्षा मंत्रालय ने साझा की। रशिया की इन सैन्य गतिविधियों पर हमारी कड़ी नज़र हैं, ऐसा जापान ने कहा है। कुछ हफ्ते पहले ही रशिया ने जापान के साथ किए शांति समझौते से बाहर होने का निर्णय किया था। इस वजह से दोनों देशों के संबंधों में तनाव बनेगा, ऐसी चेतावनी जापान ने दी थी।

मिसाइल यंत्रणारशिया के पूर्वीय ओर के कामचाटका पेनिन्सूला में स्थित पारामूशीर में रशियन सेना के बैस्टियन मोबिल कोस्टल डिफेन्स सिस्टिम्स के तहत ‘के-३००पी’ स्थापित की गई है। रशिया के पैसिफिक फ्लिट ने इस क्षेत्र की सुरक्षा के लिए यह तैनाती की, ऐसी जानकारी रशियन रक्षा मंत्रालय ने साझा की। यह यंत्रणा कम से कम एक साल के लिए कुरिल द्विपों की सीमा में तैनात रहेगी।

मिसाइल यंत्रणारशियन मिसाइल यंत्रणा की तैनाती पर जापान सरकार की प्रतिक्रिया सामने आयी है। जापान के लिए ‘नॉर्दन टेरिटरिज्‌‍’ द्विपों की सीमा में रशिया ने की हुई इस तैनाती को जापान बड़ी सावधानी से देख रहा हैं। यूक्रेन पर हमले करने के साथ ही रशिया ने पूर्व के क्षेत्र में बढ़ाई सैन्य गतिविधियों पर भी जापान ने ध्यान आकर्षित किया है। कुछ ही दिन पहले रशिया के लड़ाकू विमानों ने जापान की हवाई सीमा के करीब उड़ान भरी थी, इसकी याद जापान ने करायी हैं।

‘के-३०० पी’ यंत्रणा करीबन ५०० किलोमीटर के दायरे में मौजूद लक्ष्य को निशाना करने की क्षमता रखती है। शत्रु के विमान वाहक युद्धपोत, विध्वंसक, एम्फिबियस युद्धपोत और जहाज़ों के बेड़े को लक्ष्य करने के लिए ‘के-३००पी’ का इस्तेमाल होता है। इस वजह से यह यंत्रणा जापान के लिए नहीं, बल्कि अमरीका के लिए तैनात होने की बात दिखती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.