कम्युनिस्ट पार्टी को बड़े संघर्ष के लिए एकजुट रहना आवश्यक है – चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग

बीजिंग – चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत अपने उद्देश्य पूरे करने के लिए पहले से अधिक करीब आई है। लेकिन, आखरी चरण का यह सफर काफी चुनौतीभरा और खौफनाक है। इसका मुकाबला करने के लिए कम्युनिस्ट पार्टी को एकजुट होना पडेगा, ऐसा आवाहन करके चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने ध्यान आकर्षित किया है। कम्युनिस्ट पार्टी का चुनाव कुछ ही हफ्तों में हो रहे हैं और ऐसें में राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग का यह आवाहन ध्यान आकर्षित करता है।

चीन पर कम्युनिस्ट पार्टी का एकाधिकार है और इस दल का चुनाव चीन के राज्यकर्ता तय करते हैं। इस महीने यह चुनाव हो रहे हैं। इससे पहले चीन के राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग का स्थान असुरक्षित होने के संकेत मिलने लगे थे। कुछ दिन पहले जिनपिंग को नज़रबंद रखे जाने की खबरें भी प्रसिद्ध हुई थीं। लेकिन, बाद में राष्ट्रीय समाचार चैनल से चीनी जनता को संबोधित करके राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने इस मुद्दे पर चर्चा खत्म करने की कोशिश की। फिर भी चीन में सबकुछ ऑलवेल नहीं हुआ है, ऐसे दावे विश्लेषक कर रहे हैं। 

लेकिन, कम्युनिस्ट पार्टी में ही एकमत ना होने की बात राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग के बयान से स्पष्ट हो रही है। पिछले दो चुनाव जीतकर जिनपिंग ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी पर लगातार दस साल राज किया है। इस दौरान जिनपिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी के साथ चीन की सेना एवं अन्य अहम पद अपने नियंत्रण में रखे। १६ अक्तुबर को हो रही कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक में जिनपिंग के भविष्य पर निर्णय होगा। राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग तीसरा चुनाव जीतेंगे, यह विश्वास उनके सहयोगी नेता और विश्लेषक व्यक्त कर रहे हैं। लेकिन इसके लिए जिनपिंग को पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों का समर्थन पाने की जरुरत।

लेकिन, पिछले दो सालों के दौरान जिनपिंग की नीति की वजह से कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ सदस्यों में नाराज़ी की खबरें सामने आयी थीं। पूव राष्ट्राध्यक्ष जियांग ज़ोमिन और हु जिंताओ और पूर्व प्रधानमंत्री वेन जिआबाओ तीनों जिनपिंग के निर्णय से सहमत ना होने के दावे किए जा रहे थे। वर्तमान प्रधानमंत्री ली केकियांग ने खुलेआम राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग की आर्थिक नीति की आलोचना की थी। इससे सरकार के कुछ नेताओं के अलावा अन्य कम्युनिस्ट पार्टी जिनपिंग के खिलाफ होने की चर्चा शुरु हुई थी। जिनपिंग की सत्ता पर पकड़ कमज़ोर करने के लिए कम्युनिस्ट पार्टी ने कुछ वरिष्ठ सेना नेताओं को हटाया है, यह दावे किए जा रहे हैं।

इससे पहले चीन के राष्ट्राध्यक्ष ने देश की जनता में सेना में एकजुट होने के साथ कम्युनिस्ट पार्टी के साथ वफादार रहें, यह आवाहन किया था। लेकिन, पिछले दस सालों में पहली बार राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग द्वारा कम्युनिस्ट पार्टी की एकजुट होने की जरुरत का बयान करना पड़ा। इसी से कम्युनिस्ट पार्टी में सबकुछ ऑलवेल ना होने की बात दिखती है।

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