अफगानिस्तान से आक्रमण हुआ, तो रशिया ताजिकिस्तान की रक्षा करेगा – रशिया के उप विदेश मंत्री की घोषणा

Andrei-Rudenkoमॉस्को – ‘उत्तरी अफगानिस्तान में परिस्थिति हद से बाहर जा रही होकर, तालिबान वाकई उस पर नियंत्रण नहीं पा सकने की बात दिखाई दे रही है। फिर भी पड़ोसी देशों पर हमले नहीं किए जाएँगे, इन अपने वचनों का तालिबान पालन करेगा ऐसी उम्मीद है। लेकिन इसके बाद भी अगर वैसे ही हालात पैदा हुए, तो रशिया अफगानिस्तान के आतंकवादियों से ताजिकिस्तान की रक्षा करेगा’, ऐसी घोषणा रशिया के उप विदेश मंत्री आंद्रेई रूदेन्को ने की।

रशियन माध्यमों ने दी जानकारी के अनुसार, तालिबान ने अफगानिस्तान के ताजिक आतंकवादियों के साथ सहयोग स्थापित किया है। ये आतंकवादी ताजिकिस्तान की सीमा पर घुसपैंठ करने की अथवा इस इलाके में हमले करने की तैयारी में होने का दावा किया जाता है। तालिबान की हुकूमत के खिलाफ भूमिका अपनानेवाले और तालिबान के विरोध में जंग का ऐलान करनेवाले अमरुल्ला सालेह और अहमद मसूद को आश्रय दिए ताजिकिस्तान को सबक सिखाने के लिए यह हमला किया जा सकता है, ऐसा रशियन माध्यमों का कहना है।

Afghanistan-Tajikistanवहीं, कुछ हफ्ते पहले तालिबान ने भी ताजिकिस्तान की सीमा के पास ‘मन्सूरी इस्लामिक एमिरात आर्मी’ के हजारों आतंकी रवाना किए होने की खबरें आई थी। तालिबान में यह गुट आत्मघाती हमलों के लिए पहचाना जाता है। ऐसी परिस्थिति में तालिबान ने मन्सूरी तथा ताजिक आतंकवादियों की ताजिकिस्तान की सीमा के पास तैनाती करके बड़े घातपात की तैयारी की होने का दावा किया जाता है।

रशिया ने इसकी गंभीर दखल लेकर ताजिकिस्तान की रक्षा के लिए अपना लष्कर भेजने के संकेत दिए हैं। रशिया और सोवियत रशियन सदस्य देशों में हुए ‘कलेक्टिव्ह सिक्युरिटी ट्रिटी ऑर्गनायझेशन-सीएसटीओ’ इस समझौते के तहत तथा द्विपक्षीय सहयोग के अंतर्गत रशिया ताजिकिस्तान की रक्षा करेगा, ऐसा उपविदेशमंत्री रूदेन्को ने कहा। ताजिकिस्तान के दुशान्बे में रशिया का बड़ा लष्करी अड्डा है। साथ ही, कुछ ही दिन पहले रशिया ने ताजिकिस्तान समेत अफगानिस्तान की सीमा के पास युद्धाभ्यास में सहभाग लिया था।

इसी बीच, रशिया ने अगले हफ्ते तालिबान को चर्चा के लिए आमंत्रित किया है। उससे पहले रशिया ने ताजिकिस्तान की सुरक्षा के मुद्दे पर तालिबान को चेतावनी दी दिख रही है।

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