रशियन वर्चस्व को जवाब देने के लिए अमरिका करेगी १ अरब डॉलर्स का स्वतंत्र प्रावधान

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंग्टन: रशिया ने ईंधन के बलबुते पर यूरोप में बनाए वर्चस्व को चुनौती देने के लिए अमरिका ने बडी गतिविधियां शुरू की है| पूर्व यूरोप एवं युरेशियन देशों में ईंधन परियोजना एवं इससे संबंधित सुविधाओं के लिए एक अरब डॉलर्स का स्वतंत्र नीधि स्थापित करने का निर्णय अमरिका ने किया है| अमरिका ने हाल ही में रशिया और यूरोप के बीच बनाई जा रही नॉर्ड स्ट्रीम २ईंधन पाईपलाईन पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया था| ऐसे में इस नीधि का प्रावधान करना अमरिका की कोशिशों का अगला स्तर समझा जा रहा है|

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प रशिया के साथ ईंधन सहयोग करनेवाले यूरोपिय देशों के विरोध में लगातार आक्रामक भूमिका अपना रहे है| इस मुद्दे पर उन्होंने जर्मनी जैसे देशों को समय समय पर चेतावनी दी है और उनके लिए मुश्किलें खडी करने की चेतावनी भी दी है| इसके अलावा ट्रम्प ने यूरोप में निर्यात हो रहे ईंधन की मात्रा बढाने की कोशिश शुरू की है और पोलैंड जैसे देशों की सहायता भी प्राप्त की है|

जून महीने में ही अमरिका ने पोलैंड के साथ ईंधन समझौते पर हस्ताक्षर किए है और इसके अनुसार पोलैंड अगले दशक में अमरिका से नैसर्गिक ईंधन गैस की आयात करेगा और इसमें बढोतरी भी करेगा| अमरिका ने यूरोप में ईंधन वायू की निर्यात शुरू करने का लाभ उठाने में पोलैंड सबसे आगे था| रशियन ईंधन को विकल्प के तौर पर हम अमरिका के ईंधन को प्रधानता दे रहे है, यह बात भी पोलैंड ने स्पष्ट की थी|

इस पृष्ठभूमि पर नया नीधि अमरिकी सिनेटर क्रिस मर्फी ने रखें यूरोपिय एनर्जी सिक्युरिटी ऍण्ड डायव्हर्सिफिकेशन एक्टका हिस्सा रहेगा| इस कानून के अनुसार यूरोप ईंधन क्षेत्र में रशिया के वर्चस्व से मुक्त हो, इस उद्देश्य से अलग अलग परियोजनाओं पर काम होगा| इनमें नैसर्गिक ईंधन गैस परियोजना के साथ ही सौर उर्जा और पवन उर्जा की परियोजनाओं का भी समावेश रहेगा| इसके पीछे नॉर्ड स्ट्रीम २जैसी परियोजनाओं के सामने मुश्किलें खडी करने का अहम उद्देश्य है|

नॉर्ड स्ट्रीम २के जरिए रशिया से सीधे जर्मनी तक नैसर्गिक ईंधन गैस की आपुर्ति होगी और यह महत्वाकांक्षी परियोजना पुरी करने के लिए ११ अरब डॉलर्स खर्च हो रहे है| रशिया और जर्मनी इन दोनों देशों ने यह परियोजना काफी अहम होने की बात रेखांकित की है| यूरोपिय महासंघ ने भी इस परियोजना पर अपनी नजर रहेगी, यह घोषित किया था| रशिया ने नॉर्ड स्ट्रीम २ईंदन पाईपलाईन शुरू होने के बाद भी युक्रैन के जरिए यूरोप को ईंधन प्रदान करना जारी रहेगा, यह वादा करने से यूरोपिय देशों ने इस परियोजना के लिए अपनी स्वीकृति दी है|

पर, अमरिका ने शुरू से ही नॉर्ड स्ट्रीम २ईंधन वाहिनी को कडा विरोध किया है और डिफेन्स बजटजैसे अहम विधेयक में इसका समावेश करके इसके विरोध में जारी कोशिशों का दायरा और भी बढाया है| ‘नॉर्ड स्ट्रीम २ईंधन परियोजना के विरोध में कार्रवाई करने के लिए काफी कम समय बचा है| इस परियोजना का अधिकांश काम पूरा हुआ है| पर, संसद के जरिए आक्रामक और सर्वोच्च स्तर पर कार्रवाई होने पर रशिया और यूरोपिय देशों को इस मुद्दे पर काफी बडी किमत चुकानी होगी, यह इशारा अमरिका के वरिष्ठ सिनेटर जिम रिश ने पिछले महीने में ही दिया था|

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