इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा पूरे विश्व में फैले हमास के नेताओं को खत्म करने की तैयारी कर रहा है – अमेरिकी अखबार का दावा

तेल अवीव – इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने लेबनान, तुर्की और कतर में आश्रय पाने वाले हमास के नेताओं को मिटाने के आदेश दिए हैं। इसके बाद दुनियाभर में छुपे हमास के नेताओं को खत्म करने की तैयारी इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा कर रही हैं। ७ अक्टूबर के दिन किए भीषण आतंकवादी हमले जैसा हमला फिर से न हो, इसके लिए आवश्यक योजना पर इस्रायल काम करने मे लगा होने का दावा अमेरिकी अखबार ने किया है। १९७० के दशक में म्युनिक ऑलिम्पिक में शामिल इस्रायली खिलाडियों के हत्याकांड़ का बदला लेने के लिए इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा ने चलाए ‘रैथ ऑफ गॉड’ नामक अभियान की याद इस अमेरिकी अखबार ने ताज़ा की है।

अमेरिका के ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ अखबार ने यह खबर प्रसिद्ध की है। गाजा में मौजूद हमास के कमांडर और सुरंग के नेटवर्क नष्ट करने का ऐलान इस्रायल ने किया है। इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा पूरे विश्व में फैले हमास के नेताओं को खत्म करने की तैयारी कर रहा है - अमेरिकी अखबार का दावाइसके लिए कम से कम एक साल का समय लग सकता है, ऐसा दावा किया जा रहा है। इस्रायल के रक्षा मंत्री योव गैलंट ने भी गाजा में शुरू संघर्ष लंबा चलेगा, यह ऐलान किया था। इस्रायली सेना की गाजा में शुरू कार्रवाई खत्म होने के बाद इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा ‘मोसाद’ दुनियाभर में मौजूद हमास के नेताओं को ठिकाने लगाएगी, ऐसा इस अखबार ने कहा है। लेबनन और कतर में ही हमास के अधिकांश नेता छुपे होने की ओर इस अखबार ने ध्यान आकर्षित किया है।

गाजा पट्टी में हमास का नेतृत्व याह्या सिन्वर करता है। लेकिन, हमास का पूरा नियंत्रण लेबनान और कतर में छुपे इम्साईल हनिया, खालेद मेशाल के हाथों में हैं। ७ अक्टूबर को इस्रायल पर हुए भीषण आतंकवादी हमले का मास्टरमाईंड मोहम्मद दैफ गाजा पट्टी में छुपा होने का दावा किया जा रहा है। वहीं, कुछ सूत्रों की जानकारी के अनुसार दैफ ने हमास के अन्य नेताओं की तरह पहले से ही अरब देशों में आश्रय लिया है। हमास के ऐसे नेता इस्रायल की ‘मोसाद’ के राड़ार पर होने का दावा है।

इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा पूरे विश्व में फैले हमास के नेताओं को खत्म करने की तैयारी कर रहा है - अमेरिकी अखबार का दावाखाड़ी-अरब देशों के साथ ही विश्व के कोने कोने में छुपे बैठे आतंकवादियों पर इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा ने पहले भी कार्रवाई की थी। वर्ष १९७२ में जर्मनी के म्युनिक शहर में आयोजित ऑलिम्पिक प्रतियोगिता में शामिल हुए ११ इस्रायली खिलाड़ियों की पैलेस्टिनी आतंकवादियों ने क्रूरता से हत्या की थी। इसके बाद इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा ने ‘रैथ ऑफ गॉड’ अभियान चलाकर दो सालों में ही उस हत्याकांड़ में शामिल आतंकवादियों को खत्म किया था। इस वजह से पूरे विश्व में इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा का रुदबा बना था।

आगे के समय में खाड़ी देशों में रहकर इस्रायल में हमले करने की कोशिश करने वाले एवं इसकी साज़िश करने वाले आतंकवादियों को इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा ने किसी को भनक भी लगने नही दी और उन्हें खत्म किया था। ऐसे में पिछले कुछ सालों से ईरान में वरिष्ठ सैन्य अधिकारी, परमाणु वैज्ञानिकों की भी हत्या हुई है। साथ ही ईरान के परमाणु एवं सैन्य ठिकानों पर संदिग्ध विस्फोट हो रहे हैं। इसके पीछे इस्रायल की ‘मोसाद’ के एजेन्ट्स होने का आरोप ईरान लगा रहा हैं।

ऐसे में इस्रायली प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने अपनी गुप्तचर यंत्रणा को दिए आदेश ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। गाजा का सैन्य अभियान खत्म होने के बाद हमास के नेताओं के खिलाफ इस्रायल की असल कार्रवाई शुरू होगी, ऐसा दावा अमेरिकी अखबार कर रहे हैं। लेकिन, कतर, लेबनान एवं अन्य देशों में छिपे हमास के नेताओं को ढ़ेर करने में इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा कामयाब हुई तो इस पर उन देशों की प्रतिक्रिया भी सामने आ सकती है। कतर जैसा देश इसी कारण से पुरी तरह से इस्रायल के खिलाफ जा सकता है।

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