रशिया और चीन इन दो परमाणु प्रतिद्वंद्वियों से संघर्ष करने के लिए अमेरिका तैयार नहीं – अमेरिकी संसदिय आयोग का इशारा

वाँशिंग्टन/मास्को/बीजिंग – रशिया और चीन इन दो देशों ने अपने परमाणु हथियारों का भंड़ार बढ़ाना शुरू किया है। इस पृष्ठभूमि पर रशिया और चीन इन दो परमाणु प्रतिद्वंद्वियों से एक साथ लड़ने के लिए अमेरिका की तैयारी नहीं हैं, ऐसी गंभीर चेतावनी संसदिय आयोग ने दी है। कुछ दिन पहले ही अमेरिका के प्रमुख समाचार चैनल ने रशिया और चीन के बीच शुरू गुप्त परमाणु गतिविधियों के सैटेलाईटस्‌ से प्राप्त फोटो जारी किए थे। इसके बाद रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने इसके संकेत भी दिए थे कि, रशिया नए परमाणु परीक्षण करने की तैयारी कर रही है।

रशिया और चीन इन दो परमाणु प्रतिद्वंद्वियों से संघर्ष करने के लिए अमेरिका तैयार नहीं - अमेरिकी संसदिय आयोग का इशारापिछले दशक से रशिया और चीन ने आक्रामक सैन्य गतिविधियां शुरू की है। यह दोनों देश रक्षा, परमाणु प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष एवं उन्नत तकनीक के क्षेत्र में अधिक से अधिक करीब आते दिख रहे हैं। पिछले साल रशिया ने यूक्रेन पर हमला करके अपनी विस्तारवादी भूमिका दिखाई थी। वहीं, चीन ने ताइवान के साथ साउथ चाइना सी में अपनी हरकतों का दायरा बढ़ाया है और वहां किसी भी क्षण संघर्ष छिड़ने की संभावना है। इसपर ध्यान आकर्षित करके अमेरिका के संसदिय आयोग ने अमेरिका की रक्षा तैयारी का अवलोकर करके गंभीर निरीक्षण दर्ज़ की हैं।‘मौजूदा समय में अंतरराष्ट्रीयस्तर की भू-राजनीतिक स्थिति शीत युद्ध के समय के खतरनाक और कठिन दिनों से काफी अलग हैं। मौजूदा समय पर अमेरिका एक नहीं बल्कि दो परमाणु प्रतिद्वंद्वियों से संघर्ष करने की दहलिज पर खड़ी है। इन दोनों देशों में वैश्विक स्थिति में बदलाव करने की महत्वाकांक्षा हैं। रशिया और चीन इन दो परमाणु प्रतिद्वंद्वियों से संघर्ष करने के लिए अमेरिका तैयार नहीं - अमेरिकी संसदिय आयोग का इशारारशिया और चीन यह दोनों देश इसके लिए ताकत का इस्तेमाल भी कर सकते हैं’, ऐसा गंभीर इशारा अमेरिकी आयोग ने दिया। अमेरिकी नेतृत्व ने ऐसी स्थिति की उम्मीद नहीं की थी और इसके लिए अमेरिका की तैयारी भी नहीं हैं, इसका अहसास वर्णित आयोग ने इस रपट से कराया है।

‘वर्तमान में बड़े परमाणु संघर्ष की शुरूआत होने की संभावना नहीं दिखती। लेकिन, रशिया और चीन के विरोध में अमेरिका को सैन्य संघर्ष करने का खतरा है। हर देश के विरोध में स्वतंत्र या दोनों देशों के खिलाफ एक साथ संघर्ष करने की संभावना इसमें हो सकती है। ऐसे युद्ध में अमेरिका की भूमि पर परमाणु अस्त्रों का प्रयोग होने की संभावना भी है’, इसपर भी संसदिय आयोग ने ध्यान आकर्षित किया। रशिया और चीन इन दो परमाणु प्रतिद्वंद्वियों से संघर्ष करने के लिए अमेरिका तैयार नहीं - अमेरिकी संसदिय आयोग का इशाराअमेरिकी नेतृत्व ने यह नया वास्तव स्वीकार करके नए खतरों के विरोध में तैयार होने के लिए तेज़ गतिविधियां करनी होगी, ऐसी सलाह इस रपट में दी गई है।

रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर चीन और रशिया यह दो देश अधिक से अधिक करीब आ रहे हैं, ऐसी चेतावनीयां बार बार दी जा रही हैं। पिछले साल अमेरिका के जेष्ठ कुटनीतिक हेन्री किसिंजर ने अमेरिकी प्रशासन की कड़ी आलोचना करके अमेरीका और रशिया-चीन संघर्ष के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया था। अमेरिकी नेत्व की दिशाहिन नीति के कारण अमेरिका एक ही समय पर रशिया और चीन विरोधी युद्ध की दहलिज पर खड़ी होने का बयान किसिंजर ने किया था।

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