चीन के साथ बढ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर ऑस्ट्रेलिया टिंडाल अड्डे आधुनिकीकरण करेगा

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कैनबेरा – ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने टिंडाल हवाई अड्डे का आधुनिकीकरण करने के लिए ७२ करोड डॉलर्स की योजना को मंजुरी दी है| साथ ही इस हवाई अड्डे पर अतिप्रगत स्टेल्थ एफ३५विमान तैनात करने की जानकारी भी प्रधानमंत्री मॉरिसन ने साझा की| ऑस्ट्रेलिया के नजदिकी समुद्री क्षेत्र में चीन की बढ रही लष्करी गतिविधयों की पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री मॉरिसन ने यह निर्णय किया है, यह दावा आंतरराष्ट्रीय माध्यम कर रे है| इस हवाई अड्डे पर ऑस्ट्रेलिया की तरह अमरिकी मरीन्स का भी ठिकाना है|

ऑस्ट्रेलिया के डार्विन लष्करी अड्डे से ३०० किलोमीटर दूरी पर दक्षिणी दिशा में बने टिंडाल हवाई अड्डे के आधुनिकीकरण के लिए मॉरिसन की सरकार कोशिश कर रही है, यह दावें पिछले कुछ दिनों से हो रहे थे| ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इससे जुडी जानकारी साझा करने से इन्कार किया था| पर, दो दिन पहले प्रधानमंत्री मॉरिसन ने टिंडाल हवाई अड्डे से जुडी इस खबर की पुष्टी की| इस अड्डे का आधुनिकीकरण ७२.६० करोड डॉलर्स खर्च करके अगले पांच वर्षों में पुरा होगा, यह दावा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने किया है

टिंडाल हवाई अड्डे का आधुनिकीकरण होने से ऑस्ट्रेलिया की हवाई ताकत बढेगी और अमरिका के साथ बना लष्करी सहयोग नई उंचाई प्राप्त करेगा| ऐसे में इंडोपैसिफिक क्षेत्र की हवाई सुरक्षा में भी यह अड्डा अहम भुमिका निभाएगा, यह बयान प्रधानमंत्री मॉरिसन ने दिया है| फिलहाल इस हवाई अड्डे पर रॉयल ऑस्ट्रेलियन एअर फोर्सके ७५ स्क्वाड्रन तैनात है और इसमें लडाकू एफ/१८एविमान भी मौजूद है|

पर, इस हवाई अड्डे के आधुनिकीकरण के बाद यहां पर ७५ एफ३५विमान तैनात होंगे| इसके अलावा लंबी दूरी तक सफर करने की क्षमता रखनेवाले बी५२ बॉम्बर्सविमान भी अमरिकी मरीन्स की सहायता के लिए इस अड्डे पर रखे जाएंगे| इसके अलावा अन्य हथियारों का भंडार भी इस अड्डे पर रहेगा, यह दावा अंतरराष्ट्रीय माध्यम कर रहे है| इसी बीच, इस अड्डे के आधुनिकीकरण करने से संबंधित ऑस्ट्रेलिया प्रधानमंत्री ने किया निर्णय और इस अड्डे पर अमरिकी विमानों की हो रही तैनाती चीन के लिए इसारा साबित होगा, ऐसी बातचीत शुरू हुई है|

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