उत्तर कोरिया ने किया अंतरमहाद्विपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण – अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान द्वारा उत्तर कोरिया को चेतावनी

सेउल – उत्तर कोरिया की सेना ने गुरुवार को अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष युन सूक येओल जापान पहुंचने से कुछ ही घंटे पहले उत्तर कोरिया ने सी ऑफ जापान की दिशा में यह मिसाइल दागी। इसकी वजह से वर्णित परीक्षण के साथ उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया और जापान को धमकाने का दावा किया जा रहा है। इसी बीच, उत्तर कोरिया ने किसी भी तरह से परमाणु अस्त्र का इस्तेमाल किया तो वह किम जाँग उन की हुकूमत का अन्त होगा, ऐसी कड़ी चेतावनी अमरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन ने दी है।

अंतरमहाद्विपीय बैलेस्टिक मिसाइलचीन की ‘बीजिंग इन्स्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम इंजिनियरिंग’ के टैंग युआन ने तैयार की हुई रपट के अनुसार उत्तर कोरिया के मिसाइल हमले अमरीका को बड़ी आसानी से लक्ष्य कर सकते हैं। अमरीका की हवाई सुरक्षा यंत्रणाओं की खामियों की वजह से उत्तर कोरिया के परमाणु वाहक ‘हॉसौंग-15’ अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल महज 33 मिनटों में सेंट्रल अमरीका को लक्ष्य कर सकते हैं। 13 हज़ार किलोमीटर मारक क्षमता वाली इस मिसाइल को रोकने में अमरीका असफल होगी, ऐसा इशारा युआन ने अपनी रपट में दिया है।

फ़रवरी में ‘मॉडर्न डिफेन्स टेक्नॉलॉजी जर्नल’ में प्रसिद्ध युआन का यह इशारा बुधवार की खबरों में सामने आया। इसके महज़ कुछ ही घंटों में गुरुवार को उत्तर कोरिया ने अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। राजधानी प्योंगगैन्ग से सुबह तकरीबन सात बजे के बाद दागी गई इस मिसाइल ने एक हज़ार किलोमीटर की दूरी तय करके ‘सी ऑफ जापान’ में गिरी। उत्तर कोरिया की सैन्य गतिविधियों पर नज़र रखनेवाले दक्षिण कोरिया और जापान ने इस परीक्षण का ब्यौरा सार्वजनिक किया।

दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष युन सूक येओल के जापान पहुंचने से पहले यह परीक्षण करके उत्तर कोरिया ने चेतावनी दी है। दक्षिण कोरिया और जापान ने उत्तर कोरिया के इस मिसाइल परीक्षण की कड़ी आलोचना की है। उत्तर कोरिया की आक्रामकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी, ऐसा ऐलान दोनों देशों ने किया। 12 साल बाद दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष पहली बार जापान की यात्रा पर हैं। राष्ट्राध्यक्ष येओल का जापान में सैन्य संचलन से स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा के साथ मुलाकात के दौरान द्विपक्षीय सहयोग के साथ ही गोपनीय जानकारी का आदान-प्रदान करने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। चीन और उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरे की पृष्ठभूमि पर दक्षिण कोरिया और जापान के राष्ट्राध्यक्ष की यह मुलाकात अहमियत रखती है।

इसी बीच, अमरीका, दक्षिण कोरिया और जापान को परमाणु युद्ध की धमकी देने वाली उत्तर कोरिया की हुकूमत को पेंटॅगॉन ने कड़ी चेतावनी दी है। उत्तर कोरिया ने परमाणु अस्त्र इस्तेमाल करने की तैयारी की तो इस देश की हुकूमत खत्म की जाएगी, ऐसा इशारा पेंटॅगॉन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट रायडर ने दिया है।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.