अमरीका और यूरोप के बीच होगी चीन के मुद्दे पर चर्चा – यूरोप ने अमरिकी विदेशमंत्री का प्रस्ताव स्वीकार किया

वॉशिंग्टन – अमरीका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने चीन के मुद्दे पर चर्चा करने से संबंधित दिया प्रस्ताव यूरोप ने स्वीकारने के संकेत प्राप्त हुए हैं। अगले कुछ दिनों में ही यह चर्चा होगी, ऐसा कहा जा रहा है और यह बात चीन के लिए बड़ा झटका देनेवाली है। अमरीका ने सार्वजनिक स्तर पर चीन के खिलाफ़ राजनीतिक संघर्ष शुरू किया है और इसके खिलाफ़ यूरोप का समर्थन प्राप्त करने के लिए चीन की कोशिश जारी थी। लेकिन, बीते कुछ महीनों में यूरोप में भी चीन के खिलाफ़ काफी असंतोष बढ़ा है और इनके संबंध पहले की तरह नहीं रहेंगे, ऐसा स्पष्ट इशारा भी यूरोपिय नेतृत्व ने दिया है।

कोरोना की महामारी की पृष्ठभूमि पर अमरीका ने बीते कुछ महीनों में चीन के खिलाफ़ जारी संघर्ष अधिक तीव्र करना शुरू किया है। चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत की नीति और हरकतों का पर्दाफाश करके चीन की हरकतें रोकने के लिए आक्रामक निर्णय किए जा रहे हैं। इसी के एक हिस्से के तौर पर चीन के खिलाफ़ व्यापक जागतिक मोर्चा खोलने की जोरदार गतिविधियां शुरू हुई हैं। यूरोपिय देश इसमें शामिल हों, इसके लिए अमरीका कोशिश कर रही है। हाँगकाँग और उइगरवंशियों पर हो रहे अत्याचार के मुद्दे पर यूरोप ने अमरीका की भूमिका के साथ खड़ा होने का कदम उठाया था। इसके अलावा ५ जी तकनीक, व्यापार, साउथ चायना सी, तैवान जैसे मुद्दों पर भी यूरोप ने अमरीका का साथ देने के लिए कदम उठाए हैं।

बीते कुछ महीनों में अमरीका ने यूरोप के साथ की गई अधिकांश राजनीतिक चर्चाओं के दौरान चीन का मुद्दा उठाया था। चीन के मुद्दे पर यूरोप भी पुख्ता नीति का स्वीकार करे, यह भूमिका अमरीका अपना रही है। लेकिन, चीन का सबसे बड़ा व्यापारी साझेदार यूरोप इस पर ज्यादा सकारात्म रिस्पान्स नहीं दिया। इस पृष्ठभूमि पर अमरिकी विदेशमंत्री पोम्पिओ के ‘चायना डायलॉग’ का प्रस्ताव स्वीकार करके यूरोपिय नेतृत्व ने चीन के मुद्दे पर स्पष्ट और आक्रामक नीति अपनाने के संकेत दिए हैं।

यूरोप का यह निर्णय चीन के लिए बड़ा झटका साबित हुआ है। बीते महीने से चीन ने अपने विदेशमंत्री वैंग यी और वरिष्ठ नेता यांग जिएची इन दो प्रमुख नेताओं को यूरोप दौरे पर भेजा था। कोरोना और अन्य मुद्दों पर यूरोप के साथ बिगड़ रहे संबंध दुबारा ठीक करने और अमरीका के खिलाफ़ सहयोग प्राप्त करने के उद्देश्‍य इन दौरों के लिए रखे गए थे। लेकिन, चीन के यह इरादे मिट्टी में मिलने की बात अमरीका और यूरोप में होनेवाले ‘चायना डायलॉग’ से स्पष्ट हुई है।

इसी बीच, यूरोपिय नेतृत्व के साथ चीन के मुद्दे पर चर्चा करने के साथ ही अमरिकी विदेशमंत्री यूरोप की यात्रा करेंगे, यह बात भी सामने आ रही है। विदेशमंत्री पोम्पिओ इटली का दौरा कर रहे हैं। चीन के साथ जारी प्रकल्पों से इटली बाहर निकले, इस मुद्दे पर पोम्पिओ अपनी इटली यात्रा में बातचीत करेंगे, यह जानकारी सूत्रों ने प्रदान की है।

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