पाकिस्तान को करारा ज़वाब देने के लिए अफ़गानिस्तान की सेना तैयार रहे – अफ़गान सेनाप्रमुख के आदेश

काबुल – सीमा पर हो रहे पाकिस्तान के हमलों को करारा प्रत्युत्तर देने के लिए अफ़गान सेना तैयार रहे, ऐसे आदेश अफ़गानिस्तान के सेनाप्रमुख ने दिए हैं। बीते पंद्ररह दिनों में पाकिस्तानी सेना ने किए तोप के हमलों में ९ अफ़गानी मारे गए हैं और ५० लोग घायल हुए हैं। इसके बाद गुस्सा हुए अफ़गानिस्तान ने पाकिस्तान को सबक सिखाने की ठान ली है। बीते सप्ताह में अफ़गानिस्तान-पाकिस्तान की बीच स्थित ड्युरंड लाईन के करीब तीन बार युद्धाभ्यास करके अफ़गान सेना ने पाकिस्तान को चेतावनी दी थी।

pakistan-afghanकुछ दिन पहले ही पाकिस्तान की सेना ने ड्युरंड लाईन के करीब स्पिन बोल्दाक के इलाके में हमले करके १५ अफ़गानियों को ढ़ेर किया था। इसके बाद अफ़गानिस्तान की सेना ने अपनी गतिविधियां बढ़ाई हैं। हाल ही में अफ़गान सेनाप्रमुख जनरल यासिन ज़िया ने अफ़गान सेना को पाकिस्तानी सेना को करारा प्रत्युत्तर देने के आदेश भी दिए थे। साथ ही अफ़गान सेना के ‘अटल २०५’, ‘सेलाब २० टी’ और ‘थंडर २०१’ युनिट के सैनिकों को पाकिस्तान के खिलाफ़ संघर्ष करने के लिए तैयार रहने के आदेश दिए गए हैं। तभी ड्युरंड लाईन के करीबी इलाके में सैनिकों की तैनाती बढ़ाई गई है। इन्हीं गतिविधियों के बीच अफ़गान सेना ने ड्युरंड लाईन के करीब युद्धाभ्यास किए हैं। इसकी वज़ह से नज़दिकी दिनों में कुछ तो बड़ा होगा और पाकिस्तान को इसके परीणाम भुगतने पडेंगे, यह दावा किया जा रहा है।

इसी बीच, अफ़गान सेनाप्रमुख ने पाकिस्तान के खिलाफ़ लड़ने के लिए तैयार रहने के आदेश दिए हैं। इसी दौरान अफ़गानिस्तान में तालिबान के हमलें भी बढ़े हैं। बुधवार के एक ही दिन में तालिबान ने अफ़गानिस्तान में किए हमलों में १८ अफ़गान सैनिक मारे गए हैं। अफ़गानिस्तान के ताखर प्रांत में तालिबान ने अफ़गान सुरक्षा बलों को लक्ष्य करके १४ सैनिकों को ढ़ेर किया है। इसके कुछ ही घंटे बाद नांगरहार में तालिबान ने सुरक्षा बल पर किए हमले में चार सैनिक मारे गए। इस दौरान सुरक्षा बल और तालिबान के बीच हुए संघर्ष में १० तालिबानी मारे गए हैं। इसके अलावा तालिबान ने हेरात-बदगाघी महामार्ग बंद करवाया होने का समाचार प्राप्त हुआ है। इस पृष्ठभूमि पर अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने तालिबान से हिंसा बंद करने के लिए निवेदन किया है। साथ ही तालिबान ने अफ़गानिस्तान की सरकार के साथ शांतिवार्ता करने के लिए तैयार रहे, यह बयान भी राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी ने किया है।

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