१७७ उत्पादनों के ‘जीएसटी’ मे १० फिसदी तक कटौती सौंदर्य प्रसाधन, डिटर्जन्ट, कॅमरा, रिस्ट वॉच, होटेलिंग सस्ता होगा

गुवाहाटी: जीएसटी काउंसिल ने १७७ उत्पादन पर ‘वस्तु एवं सेवा’ कर (जीएसटी) १० फिसदी तक कटौती करने का निर्णय लिया है। इनमें सौंदर्य प्रसाधन, डिटरजेंट, मार्बल, कॅमरा के साथ अन्य उत्पादनों का समावेश होकर, इससे पहले जिन उत्पादनों पर २८ प्रतिशत जीएसटी जारी किया था, वह जीएसटी १८ प्रतिशत किया गया है। इसकी वजह से सरकार को मिलने वाला निधि २० हजार करोड़ रुपयों से कम होगा, ऐसा अंदाजा जताया जा रहा है। इसके सिवाय एसी एवं नॉन-एसी रेस्टोरेंट के बिल पर जीएसटी १८ और १२ प्रतिशत से कम करके ५ प्रतिशत किए जाने की वजह से होटेलिंग सस्ता होने वाला है।

कटौती

गुवाहाटी में हुए जीएसटी काउंसिल के २३वें बैठक में इस पर विचार किया गया इस बैठक में फिटमेंट समितिने सुझाए सिफारिश के व्यतिरिक्त और २० वस्तुओं को २८ प्रतिशत जीएसटी के सूची से बाहर निकालकर १८ प्रसिद्ध प्रतिशत की सूची में डालने का निर्णय लिया गया है। इसकी वजह से कुल मिलाकर १७७ उत्पादनों पर जीएसटी २८ प्रतिशत से १८ प्रतिशत तक लाए गए हैं और २८ प्रतिशत जीएसटी लगने वाले वस्तु की सूची में केवल ५० उत्पाद बाकी है। इनमें वाहन, वॉशिंग मशीन, एयर कंडीशनर तथा सिगरेट, पान मसाला इत्यादि वस्तुओ का समावेश है। जीएसटी काउंसिल के इस निर्णय की वजह से अधिकतम वस्तु यह ० से १८ प्रतिशत के स्लैब में आए है।

जीएसटी स्लैब कम हुए वस्तुओं में साबुन, स्किन केयर, शैंपू, शेविंग क्रीम, आफ्टर शेव लोशन, डियोड्रेंट, डिटरजेंट, शॉपिंग बैग, सूटकेस, वॉलेट, हाथ का घड़ी, मार्बल, ग्रेनाइट, कॅमरा, चॉकलेट आदि उत्पादन है। इसकी वजह से इन वस्तुओं की कीमत घटने वाली है। इसके सिवाय १३ उत्पादनों पर जीएसटी १२ प्रतिशत से ५ प्रतिशत और छह उत्पादनों के जीएसटी ५ प्रतिशत से शून्य प्रतिशत तक लाए गए हैं।

उसके आलावा, एसी रेस्टोरेंट और नॉन एसी रेस्टोरेंट के बिल पर लगने वाले जीएसटी में होनेवाला फर्क दूर किया गया है। फिलहाल एसी रेस्टोरेंट १८ प्रतिशत और नॉन एसी रेस्टोरेंट १२ प्रतिशत जीएसटी जारी किया गया था। सरकार रेस्टोरेंट मालिकों को ‘इनपुट टैक्स क्रेडिट’ (आईटीसी) दे रही थी। पर यह फायदा रेस्टोरेंट मालिक से ग्राहकों को न देने की शिकायत आ रही थी। इस पृष्ठभूमि पर एसी एवं नॉन एसी रेस्टोरेंट के बिल पर लगने वाले जीएसटी एक ही स्लैब में ५ प्रतिशत तक लाया गया है और रेस्टोरेंट को दिए जाने वाला आईटीसी फायदा बंद होने वाला है। तारांकित होटल के बिल पर १८ प्रतिशत जीएसटी कायम रखा गया है।

इन सभी निर्णयों की वजह से सरकार को वर्ष के आखिर तक मिलनेवाला २० हजार करोड़ रुपयों का निधी घटेगा ऐसा अंदाजा व्यक्त किया जा रहा है। जीएसटी लागू जारी होने के बाद पहले ३ महीने में सरकार ने २.७८ लाख करोड़ रुपयों का निधि मिला था। जीएसटी कर प्रणाली के अंतर्गत २८ प्रतिशत के स्लैब में आने वाले वस्तु को थोड़े समय बाद १८ प्रतिशत जीएसटी में आए हुए वस्तुओं की सूची में लाने पर सभी का एकमत हुआ था। पर आवक निधि मे बड़ी तादाद में परिणाम होने की वजह से यह निर्णय देरी से लिया गया है, ऐसा बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं जीएसटी काउंसिल के सदस्य सुशील मोदीने कहा है।

इससे पहले हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में १०० वस्तुओं पर कर कम किया गया था।

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