सालभर में युरोप में १० लाख निर्वासित दाखिल

नक़ली निर्वासितों पर कार्रवाई करने की फ़्रान्स द्वारा माँग

Migrants gather outside the closed Eastern Railway Station in Budapest, Hungary, Wednesday, Sept. 2, 2015, after they were not allowed to board trains bound for Germany. Over 150,000 migrants have reached Hungary this year, most coming through the southern border with Serbia. Many apply for asylum but quickly try to leave for richer EU countries. (Zoltan Mathe/MTI via AP)

आयएस की दहशत के कारण युरोपीय देशों में आश्रय लेनेवाले निर्वासितों की संख्या दस लाख से भी उपर पहुँच चुकी है। लेकिन इन निर्वासितों में से सभी लोग आयएस की दहशत से ग्रस्त रहनेवाले न होकर, उनमें बड़ी संख्या में पाकिस्तानी, अफ़गानी, नायजेरियन, इथिओपियन, अल्बेनिअन घुसपैठी भी होने की बात स्पष्ट हो चुकी है। इस पार्श्वभूमि पर, नक़ली निर्वासितों को गिरफ़्तार करके उनपर कार्रवाई करने की माँग फ़्रान्स के विदेशमंत्री ने युरोपीय महासंघ के पास की है। इन घुसपैठियों में आतंकवादी होने का दावा किया जा रहा है। पॅरिस पर हुए आतंकवादी हमलों के पीछे ऐसे ही घुसपैठी थे, यह स्पष्ट हुआ था। इस पार्श्वभूमि पर फ़्रान्स द्वारा की गयी माँग अधित ही मायने रखती है।

संयुक्त राष्ट्रसंघ द्वारा प्रकाशित की गयी जानकारी के अनुसार, दूसरे विश्वयुद्ध के बाद प्रथम ही इतने बड़े पैमाने पर नागरिकों का स्थानांतरण हुआ है। तुर्की के मार्ग से हररोज़ हज़ारों निर्वासित भूमध्य सागरस्थित ग्रीस के द्वीपों पर दाख़िल हो रहे हैं। पिछले सालभर में निर्वासितों की नावों को हुए अपघातों में ३७०० लोगों को अपनी जान गँवानी पड़ी है। लेकिन यह संख्या केवल अधिकृत रूप में दर्ज़ की गयी संख्या होकर, ग़ैरक़ानूनी रूप में घुसपैठी करने की कोशीश में जान गँवा चुके लोगों की संख्या असल में इससे अधिक हो सकती है, ऐसा कहा जाता है। बाल्कन देशों में भी निर्वासितों के झुँड़ सर्वाधिक प्रमाण में आ रहे है।

eu nirvasit

भूमध्य सागरी मार्ग से युरोप में दाखिल हुए निर्वासितों की संख्या दस लाख से भी अधिक होकर, लिबिया, अल्जेरिया इन उत्तरी अफ़्रीकी देशों से भी स्थानांतरित ग्रीस और स्पेन में दाखिल हो रहे हैं। स्थानांतरितों का यह प्रश्न भी युरोपीय देशों के लिए चिंता का कारण बन चुका है। जर्मनी एवं अन्य युरोपीय देशों ने इससे पहले निर्वासितों के लिए अपने देशों की सीमाएँ खुली करने का निर्णय लिया था। इसलिए निर्वासितों के झुँड़ों पर रोक लगा पाना युरोपीय देशों की सुरक्षायंत्रणाओं के लिए मुश्किल साबित होता जा रहा है। उसीमें, युरोपीय देशों में दाखिल हो चुके निर्वासितों की ओर शक़ की निगाह से देखा जा रहा है।

जाली कागज़ात, पासपोर्ट लेकर युरोप में दाखिल हुए निर्वासितों के वाकये सामने आये हैं। बनावट सिरियन पासपोर्ट बनवाकर ब्रिटन तथा अन्य युरोपीय देशों में आश्रय लेने की तैयारी में रहनेवाले पाकिस्तानी घुसपैठियों की घटनाएँ कुछ हफ़्ते पहले सामने आयी थीं। वहीं, डेन्मार्क के प्रधानमंत्री के नाम से जाली सिरियन पासपोर्ट बनाने का रॅकेट भी सामने आया है।

हज़ार डॉलर्स की क़ीमत पर जाली सिरियन पासपोर्ट बनाकर युरोपीय देशों में घुसपैठी की जा रही होने की घटनाएँ उजागर हो गयी हैं। इन निर्वासित स्थानांतरितों में आयएस के आतंकवादी भी होने की बात स्पष्ट हो चुकी है। पॅरिस पर हुए हमले में, कुछ आतंकवादी जाली कागज़ातों की सहायता से फ़्रान्स में दाखिल हुए थे। ऐसे ही पासपोर्टस् का इस्तेमाल करके आतंकवादी युरोप में बेझिझक घूम रहे होने की चिंता दर्शायी जा रही है।

इन बातों को मद्देनज़र करते हुए फ़्रान्स के विदेशमंत्री बर्नार्ड कॅझेनेवू ने, इन नक़ली निर्वासितों पर कड़ी कार्रवाई करने की माँग युरोपीय महासंघ से की है। आयएस के साथ साथ तुर्की भी जाली पासपोर्ट बनवाकर देने के काम में सहभागी होने का गंभीर आरोप भी फ़्रान्स के विदेशमंत्री ने किया है। युरोपीय महासंघ निर्वासित एवं स्थानांतरितों को प्रवेश देने से पहले उनकी कड़ी जाँच करें, साथ ही, युरोप मे दाख़िल हो चुके नक़ली निर्वासितों को ढूंढ़कर गिरफ़्तार करें, ऐसी माँग फ़्रेंच विदेशमंत्री ने की है।

 

 

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