आयएस के तेल की हिफाजत के लिए तुर्की ने गिराया रशिया का प्लेन, रशियन राष्ट्रपति पुतिन का आरोप

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आयएस द्वारा तुर्की को तेल की आपूर्ति की जाती है। इसी आपूर्ति की हिफाजत के लिए तुर्की ने पिछले हफ्ते रशिया के प्लेन को मार गिराया था, ऐसा आरोप रशिया के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने किया है। साथ ही राष्ट्रपति पुतिन ने रशिया के प्लेन को मार गिराने की घटना को बड़ी गलती करार दिया। इस गलती की सजा भुगतने के लिए तुर्की तैयार रहें ऐसी चेतावनी भी रशिया के राष्ट्रपति ने दी। इससे पहले ईरान और सीरिया ने भी तुर्की के आयएस के साथ संबंध होने का दावा किया था।

पॅरीस में हुई ‘ग्लोबल वॉर्मिंग’ की परिषद के दौरान रशियन राष्ट्रपति ने तुर्की पर यह आरोप लगाए। पिछले दो महिनों से रशिया के लड़ाकू प्लेन सीरिया में आयएस के ठिकानों पर तथा तेल डिपो पर बमबारी कर रहें है। इन हवाई हमलों में ‘आयएस’ के सैकडो तेल डिपो बरबाद हो चुके है। वहीं छिपते-छिपाते आयएस के आतंकियों से तेल की आपूर्ति लेनेवाले तुर्की को रशिया के इन हमलों से भारी नुकसान हुआ है। इसी कारण ‘आयएस’ से मिलनेवाली तेल की आपूर्ति की हिफाजत के लिए तुर्की ने रशिया के प्लेन पर हमला किया, ऐसा आरोप पुतिन ने किया।
साथ ही रशियन राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि, प्राप्त जानकारी के अनुसार इराक और सीरिया में आयएस ने अपने कब्जे में कर लिए तेल प्रकल्पों से तुर्की बड़ी मात्रा में तेल की खरीदारी करता है, जो कि एक गुनाह है। ‘आयएस’ के साथ चल रहें इस तेल के गैरकानूनी कारोबार के संदर्भ में इससे पहले तुर्की प्रशासन को सूचना की गई थीकि इस व्यवहार पर नजर रखे और इसे जल्द ही बंद करे, ऐसा आवाहन भी किया था, ऐसी जानकारी पुतिन ने पॅरीस के परिषद में दी।

वहीं ‘आयएस’ के साथ तेल के कारोबार से जुड़े इन अधिकारियों को विशेष सैनिकी सुरक्षा मुहैया करायी गई है, ऐसा आरोप भी पुतिन ने किया। तुर्क अधिकारियों से मिल रहें समर्थन के कारण ‘आयएस’ के आतंकी रशिया के कॉकेशस प्रांत में घुसपैठी करने की कोशिश में है, यह जानकारी भी दी गई थी, ऐसा पुतिन ने कहा।

लेकिन बारबार चेतावनी देने के बावजूद तुर्की ने ‘आयएस’ और संदिग्ध अधिकारियों की गतिविधियों को नजरअंदाज कर दिया, ऐसा आरोप रशियन राष्ट्रपति ने किया है। तुर्की के इसी गलती के कारण रशिया के दो वैमानिकों की जान जा चुकी है। तुर्की की इस गलती को माफ नहीं किया जाएगा, ऐसी चेतावनी भी रशियन राष्ट्रपति ने दी। तुर्की की वजह से दोनों देशों के बीच संबंधों में दरार पैदा हो गई है, ऐसी आलोचना भी उन्होंने की।

इससे पहले भी रशिया के राष्ट्रपति ने तुर्की और ‘आयएस’ में सहयोग होने का आरोप किया था। तुर्की द्वारा प्लेन गिराने की घटना पर अपना तीव्र असंतोष व्यक्त करते हुए आतंकियों से सहयोग रखनेवालों ने हमारे प्लेन को मार गिराने की गलती की है, ऐसा आरोप पुतिन ने किया था। वहीं रशिया के प्रधानमंत्री मेदवेदेव्ह और विदेश मंत्रालय ने खुलकर तुर्की के कुछ राजनीतिक अधिकारी और ‘आयएस’ के बीच सहयोग होने का आरोप किया था। सीरिया की खुली सीमारेषा पर तुर्की ‘आयएस’ से तेल का कारोबार करती है, ऐसा आरोप किया था। लेकिन इस बार रशिया के राष्ट्रपति ने अन्तरराष्ट्रीय परिषद में सभी देशों के नेताओं के सामने तुर्की और ‘आयएस’ में सहयोग होने का आरोप कर खलबली मचा दी है। इन आरोपों से ‘आयएस’ के खिलाफ चल रहे संघर्ष में तुर्की की भूमिका पर सवाल खड़े हो सकते है।

तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तय्यीप एर्दोगन ने रशिया के इन आरोपों को झुठलाते हुए, अगर रशिया के पास इससे जुड़े सबूत हो तो वे पेश करे, मैं अभी इस्तिफा देने के लिए तैयार हूँ, ऐसी घोषणा की है। वहीं रशिया ने भी सभी सबूत होने का दावा किया है। वहीं तुर्की के हवाई हमलों का समर्थन करनेवाले नाटो पर भी रशियाने ने तीखा प्रहार किया।

दरमियान, अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रशिया और तुर्की को शांति बनाए रखने का सुझाव दिया है। साथही ‘आयएस’ जैसी समस्या से एकसाथ निपटने का आवाहन किया है। रशियन राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात करते हुए ओबामा ने रशिया को सीरिया स्थित ‘आयएस’ के ठिकानों पर हमला करने का आवाहन किया है।

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