अमरीका अफगान युद्ध की जिम्मेदारी ठेकेदारों पर सौंपेगा – प्रस्ताव पर ट्रम्प प्रशासन की ओर से गंभीरता से सोचने का संकेत

वाशिंगटन: अमरीका को अफगानिस्तान के युद्ध में मिल रही असफलता और राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने उसपर जताई नाराजगी, इस पृष्ठभूमि पर अगले संघर्ष की जिम्मेदारी निजी लश्करी ठेकेदारों को सौंपने का प्रस्ताव सामने आया है। व्हाइट हाउस इस प्रस्ताव पर गंभीरता से सोच रहा है, ऐसी जानकारी सूत्रों ने दी है। विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने भी अफगानिस्तान का युद्ध ख़त्म करने के लिए नई नीतियों पर विचार विमर्श शुरू है, ऐसे संकेत दिए हैं।

युद्ध की जिम्मेदारीपिछले तीन महीनों से अमरीका के राजनितिक साथ ही लश्करी समूह में अफगानिस्तान के युद्ध की नीति, निश्चित करने के लिए जोरदार गतिविधियाँ शुरू हैं। राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प, रक्षा मंत्री जेम्स मैटीस, राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार मैकमास्टर और अफगानिस्तान में अमरीका के कमांड प्रमुख जॉन निकोल्सन में इस मुद्दे पर चर्चा भी हुई है। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने इस सन्दर्भ में जिम्मेदारी रक्षा मंत्री मैटिस पर सौंपने की बात सामने आई है।

लेकिन कुछ दिनों पहले ही अफगानिस्तान नीति अभी तक घोषित करने में असफल रहने से राजनितिक समूह में ट्रम्प को लक्ष्य करना शुरू हुआ था। अमरीका अफगानिस्तान के युद्ध में हार रहा है, ऐसी आलोचना विश्लेषक कर रहे थे। रिपब्लिकन पार्टी के वरिष्ठ नेता और अमेरिकन सीनेट के आर्म्ड कमिटी के अध्यक्ष जॉन मॅक्केन ने ट्रम्प की अफगानिस्तान की समस्या पर कड़ी टीका की थी। इस वजह से नाराज हुए ट्रम्प ने, अमरीका कमांड प्रमुख जनरल जॉन निकोल्सन से इस्तीफा लेने के आदेश देने की बात सामने आई थी।

युद्ध की जिम्मेदारीइस पृष्ठभूमि पर, ‘युएसए टुडे’ इस दैनिक ने अफगानिस्तान युद्ध नीति के सन्दर्भ में नया प्रस्ताव सामने आने का दावा किया है। एक समय में अमरीका के रक्षा क्षेत्र की प्रमुख ठेकेदार कंपनी के तौर पर प्रसिद्ध ‘ब्लैकवाटर’ के संस्थापक एरिक प्रिंस ने यह प्रस्ताव रखने का दावा किया गया है। इसमें अफगानिस्तान का युद्ध निजी कंपनियों को सौंपा जाए, ऐसी सुचना की गई है।

नए प्रस्ताव के अनुसार, अफगानिस्तान के युद्ध के लिए निजी ठेकेदार कंपनियों को ५,५०० जवानों की नियुक्ति करने को कहा गया है। इसके साथ ही ९० विमानों वाली ‘प्राइवेट एयरफोर्स’ भी तैनात करें, ऐसा प्रस्ताव में कहा गया है। सदर योजना के लिए हर साल सिर्फ १० अरब डॉलर्स इतना ही खर्चा करना पड़ेगा और इस वजह से सरकारी खर्चे में बचत होगी, ऐसा दावा इस प्रस्ताव में किया गया है।

यह प्रस्ताव सादर करने वाले एरिक प्रिंस ने ट्रम्प प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारीयों से मुलाकात करने की बात सामने आई है। अपने प्रस्ताव में प्रिंस ने निजी ठेकेदार अफगानी सेना के साथ सीधे युद्धभूमि पर सहभाग लेंगे, ऐसा कहा है। वर्तमान में अफगानिस्तान की ९० से भी ज्यादा बटालियंस तालिबान के खिलाफ प्रत्यक्ष संघर्ष में खड़ी हैं।

वर्तमान में अफगानिस्तान में अमरीका के ८,४०० सैनिक तैनात हैं। अफगानिस्तान के अमरीका के कमांड प्रमुख जॉन निकोल्सन ने अगले संघर्ष के लिए अतिरिक्त ५००० सैनिकों की आवश्यकता होने की माँग रक्षा विभाग के सामने रखी थी।

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