पहला बम हमला होने तक उत्तर कोरिया से समझौते के प्रयत्न शुरू रहेंगे – अमरिका के विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन

वॉशिंगटन / सेउल: अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प को उत्तर कोरिया से युद्ध नहीं करना है, उन्हें उत्तर कोरिया का यह विवाद राजनीतिक चर्चा से सुलझाना है। पहला बम हमला होने तक अमरिका के राजनीतिक चर्चा के प्रयत्न रहेंगे, ऐसी घोषणा अमरिका के विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन ने की है। कुछ दिनों पहले राष्ट्रपति राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने उत्तर कोरिया को चर्चा की भाषा नहीं समझ मे आती, ऐसा कहकर टिलरसन अपनी ऊर्जा और समय उनके लिए न गवाएं ऐसी सूचना की थी। इस पृष्ठभूमि पर टिलरसन ने इस बारे मे खुलासा करने के बाद दिखाई दे रही है।

रेक्स टिलरसनविदेश मंत्री टिलरसन ने १० दिनों पहले चीन का दौरा किया था। इस दौरे मे चीन के नेताओं के साथ हुई चर्चा मे टिलरसन ने परमाणु एवं मिसाइल परीक्षण लेने वाले करने वाले उत्तर कोरिया की समस्या समझौते से सुलझाने की बात कही थी। पर आने वाले कुछ ही घंटों मे अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ने टिलरसन कि यह भूमिका ठुकराई थी। तथा उत्तर कोरिया के बारे मे अन्य विकल्प खुले होने की बात स्पष्ट की थी। उसके बाद अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष एवं विदेश मंत्रियों मे एक वाक्यता न होने की खबरें माध्यम होने प्रसिद्ध की थी।

पर विदेश मंत्री टिलरसन ने अमरिका के अग्रणी वृत्त माध्यम को ही मुलाकात मे राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प इनके साथ कोई भी विवाद होने की बात स्पष्ट की है। तथा उत्तर कोरिया का यह विवाद राजनैतिक समझौते से सुलझाया जा सकता है, ऐसा ट्रम्प इनकी भूमिका होने की बात भी टिलरसन ने कही है। पर संयुक्त राष्ट्रसंघ मे अमरिका की राजदूत निकी हैले इन्होने विसंगत भूमिका स्वीकारी है। उत्तर कोरिया अपना परमाणु कार्यक्रम अगर तुरंत बंद करेगा, तो ही अमरिका उत्तर कोरिया से चर्चा करेगा। अथवा उत्तर कोरिया के साथ चर्चा संभव न होने की बात हैले ने स्पष्ट शब्दों मे सूचित की है।

अमरिकी विदेश मंत्री उत्तर कोरिया का मुद्दा राजनीतिक चर्चा से सुलझाने के लिए पहल करते समय, अमरिकी एवम दक्षिण कोरिया नौदल का युद्धाभ्यास सोमवार से शुरु हुआ है। अमरिका के ‘यूएसएस रोनाल्ड रीगन’ इस विमान वाहक युद्धनौका के साथ लगभग ४० विनाशिका का इस युद्धाभ्यास मे शामिल हुए है और हफ्ते भर के लिए कोरियन क्षेत्र मे यह युद्धाभ्यास शुरू रहने वाला है। यह युद्धाभ्यास नियोजित न होते हुए अमरिका एवं दक्षिण कोरिया नौदल का सामर्थ्य प्रदर्शित करने के लिए यह अभ्यास आयोजित करने की जानकारी अमरिकी नौदल कमांडर ने दी है।

अमरिका एवं दक्षिण कोरिया का युद्धाभ्यास अपने विरोधी होने का आरोप उत्तर कोरिया कर रही है। तथा उत्तर कोरिया पर हमले की तैयारी के तौर पर अमरिका एवं दक्षिण कोरियाने युद्धाभ्यास आयोजित करने का आरोप उत्तर कोरिया ने किया है। दौरान अमरिका और दक्षिण कोरिया के नौदल का यह युद्धाभ्यास शुरू होते समय, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया इन नाटो देशों के युद्ध नौका भी इस सागरी क्षेत्र मे दाखिल हुए है।

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