मायक्रोसॉफ्ट पर हुए चिनी सायबर हमलों के बाद अमरीका द्वारा ‘इमर्जन्सी ऍलर्ट’ जारी

वॉशिंग्टन/बीजिंग – चीन के हैकर्स ने मायक्रोसॉफ्ट इस अग्रसर कंपनी पर किए सायबर हमले के बाद अमरीका के प्रशासन ने ‘इमर्जन्सी ऍलर्ट’ जारी किया है। इसके अनुसार अमरीका के सभी सरकारी विभागों को ‘कॉम्प्युटर नेटवर्क्स’ की सुरक्षितता जांचने के निर्देश दिए गए हैं। व्हाइट हाऊस की प्रवक्ता जेन साकि ने, नया सायबरहमला यह ‘ऍक्टिव्ह थ्रेट’ है, ऐसा जताया है। अमरिकी सायबर विश्‍लेषक ब्रायन क्रेब्स ने, चीन के साइबर हमलों में लगभग ३० हज़ार उपक्रमों को झटका लगा होने का दावा किया है।

microsoft-cyber-attackआईटी क्षेत्र की शीर्ष कंपनी होनेवाली मायक्रोसॉफ्ट ने पिछले हफ्ते अपने ‘नेटवर्क’ पर बड़ा साइबर हमला हुआ, ऐसा घोषित किया था। ‘हॅफ्नियम’ चीनी हैकर्स के गुट ने यह हमला किया होकर, यह गुट चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट हुकूमत का समर्थन होने वाला ग्रुप है, ऐसा कंपनी ने अपने निवेदन में कहा था। मायक्रोसॉफ्ट की ‘ईमेल सर्व्हिस’ के लिए इस्तेमाल किए जानेवाले ‘एक्सेंज सर्व्हर’ को लक्ष्य किया गया, यह भी कंपनी ने स्पष्ट किया।

अमरीका के सरकारी विभागों से जुड़े कॉम्प्युटर नेटवर्क्स को लक्ष्य करनेवाला यह साल भर में दूसरा बड़ा सायबर हमला साबित हुआ है। पिछले साल ‘सोलरविंडस्’ इस सॉफ्टवेअर कंपनी के नेटवर्क्स पर किए गए सायबर हमले में अमरीका के कई महत्त्वपूर्ण विभागों को लक्ष्य किया होने की बात सामने आई थी। इस सायबर हमले में ‘मायक्रोसॉफ्ट’ कंपनी के नेटवर्क्स पर सायबर हमले होने की बात भी उजागर हुई थी। अमरीका के तत्कालीन विदेश मंत्री माईक पॉम्पिओ तथा गुप्तचर और जांच यंत्रणाओं ने, इसके पीछे रशिया का हाथ होने की जानकारी दी थी।

microsoft-cyber-attackरशियन सायबर हमले के बाद हुआ दूसरा बड़ा सायबर हमला और उसके पीछे होनेवाला चीनी हैकर्स का हाथ, यह गौरतलब घटना साबित हुई है। चीन ने पिछले दशक भर में लगातार अमरीकी यंत्रणाओं और उद्योगों को लक्ष्य किया होकर, पूर्व राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा के कार्यकाल में यह प्रमाण बढ़ा हुआ दिखाई दिया था। ओबामा ने बढ़ते सायबर हमलों को रोकने के लिए चीन के साथ एक समझौता भी किया था। लेकिन उसके बावजूद भी चीन ने अमरीका पर सायबर हमले करने की नीति बरकरार रखी होकर, नया हमला भी उसी का भाग दिख रहा है।

microsoft-cyber-attack‘मायक्रोसॉफ्ट’ पर हुए साइबर हमले के कारण अमरीका के रक्षा विभाग में भी खलबली मची बताई जा रही है। अमरीका के रक्षा विभाग का मुख्यालय होने वाले ‘पेंटॅगॉन’ ने पूरे नेटवर्क की जांच करने के आदेश दिए हैं। अमरीका की ‘सायबर सिक्युरिटी ऍण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर सिक्युरिटी एजन्सी’ ने इमर्जन्सी अलर्ट जारी किया है। इस अलर्ट में अमरीका के सभी सरकारी विभागों को उनके नेटवर्क्स की सुरक्षा जांचने के निर्देश दिए हैं।

अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने इस हमले की गंभीर दखल ली होकर, अमरीका के कई अभ्यासगुट, स्वयंसेवी संगठन और रक्षा क्षेत्र की कंपनियों को झटका लग सकता है, ऐसा जताया है। अमरिकी सायबर विश्लेषक ब्रायन क्रेब्स ने, अमरीका के कई छोटे उद्योगों के साथ शहर की विभिन्न यंत्रणाओं और स्थानीय प्रशासनों के नेटवर्क्स सायबर हमले का लक्ष्य होने का दावा किया है। चीनी सायबर हमले का फायदा उठाकर हैकर्स के अन्य कुछ गुट भी हमले कर रहे हैं, ऐसा क्रेब्स ने कहा।

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