अमरिका, इस्राइल और रशिया को भी सीरिया से ईरान की वापसी चाहिए – अमरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन

जेरुसलेम: अमरिका और इस्राइल की तरह रशिया को भी सीरिया में ईरान का लष्करी हस्तक्षेप नहीं चाहिए। इस वजह से अस्साद की राजवट के पक्ष में ईरान के साथ साथ रशिया भी लड़ रहा है, ऐसा होते हुए भी इस समस्या पर रशिया की भूमिका अमरिका और इस्राइल के साथ सुसंगत है, ऐसा अमरिका के सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने कहा है। इस्राइल के दौरे पर गए जॉन बोल्टन ने सीरिया के बारे में किए इस विधान की तरफ मीडिया का ध्यान आकर्षित हुआ है।

‘ईरान की सेना और ईरान से जुडे संगठन सीरिया से वापस लौटे, इस बारे में अमरिका, इस्राइल और रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन के उद्दिष्ट एक जैसे हैं। हिजबुल्लाह को मिल रहा ईरान का समर्थन भी ख़त्म होना चाहिये, ऐसा रशिया को लग रहा है’, ऐसा दावा जॉन बोल्टन ने किया है।

पिछले महीने में रशिया के दौरे पर जाने के बाद रशियन राष्ट्राध्यक्ष के साथ हुई चर्चा के बारे में जानकारी देते समय उन्होंने यह दावे किए हैं। रशिया और ईरान सीरिया में अस्साद राजवट के समर्थन में लड़ रहे हैं, लेकिन पुतिन का सीरिया में ईरान के लष्कर की मौजूदगी के बारे में अलग मत है, यह जानकारी जॉन बोल्टन ने एक न्यूज़ चैनल को दिए साक्षात्कार में दी है।

अमरिका, इस्राइल, रशिया, सीरिया, ईरान, वापसी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, जॉन बोल्टन, जेरुसलेम‘अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प और मेरे साथ हुई भेंट में पुतिन ने सीरिया से ईरान को बाहर निकालने के बारे में चर्चा के लिए उत्सुक हैं, ऐसा कहा था’, ऐसा बोल्टन ने कहा है। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू के रशिया दौरे में भी पुतिन ने सीरिया में तैनात ईरान का सैन्य वापस जाना आवश्यक है इस बात को मान्य किया था, इसकी बोल्टन ने याद दिलाई है।

सीरिया और इराक से ‘आईएस’ इस आतंकवादी संगठन को मार भगाना और ईरान के लष्कर को यहाँ से पीछे हटने पर मजबूर करना’, इसमें अमरिका और इस्राइल का हित होने का दावा बोल्टन ने किया है।

इस्राइल में दाखिल हुए बोल्टन ने नेत्यान्याहू से मुलाकात की है। नेत्यान्याहू और इस्राइल के वरिष्ठ नेता और अधिकारियों से मुलाकात करके ईरान और सीरिया के मुद्दे पर चर्चा करने वाले हैं। उसीके साथ ही आने वाले कुछ दिनों में जिनिव्हा में हुई बैठक में भी रशिया के साथ इन मुद्दों पर चर्चा होने वाली है, यह जानकारी बोल्टन ने दी है।

दौरान, सीरिया की दक्षिण में स्थित सीमा इलाके में ईरान के लष्कर की तैनाती को अमरिका और इस्राइल की तरफ से तीव्र विरोध हो रहा है। ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्ड्स के बसिज आर्मी के प्रमुख जनरल कासेम सुलेमानी के नेतृत्व में ईरानी लष्कर और हिजबुल्लाह इस्राइल की गोलान पहाड़ियों की सीमा तक पहुँचने का दावा इस्राइली यंत्रणा कर रहीं हैं।

इस्राइल की सुरक्षा के लिए खतरनाक साबित होने वाले ईरान को सीरिया से समय पर ही बाहर नहीं निकाला गया तो इसके आगे के परिणामों के लिए इस्राइल जिम्मेदार नहीं रहेगा, ऐसा इस्राइल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने इसके पहले ही कहा दिया है। अब बोल्टन भी यहीं कह रहे हैं, इस वजह से इसकी गंभीरता बढ़ी है।

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