‘यूएई’ इस्रायल में करेगा १० अरब डॉलर्स का निवेश

अबू धाबी – ‘यूएई’ ने इस्रायल के अहम क्षेत्रों में १० अरब डॉलर्स निवेश करने का निर्णय किया है। ‘यूएई’ के क्राउन प्रिन्स शेख मोहम्मद बिन झायद और इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने फोन पर बातचीत करने के बाद यह निर्णय किया गया। छह महीने पहले इस्रायल के साथ सहयोग स्थापित करने के बाद ‘यूएई’ द्वारा इस्रायल में हो रहा यह अरबों डॉलर्स का निवेश ध्यान आकर्षित कर रहा है। इसी बीच इस्रायली उद्योजकों ने ‘यूएई’ में बड़ी मात्रा में कारोबार शुरू करने के लिए पहल करने के दावे भी किए जा रहे हैं। ‘यूएई’ और इस्रायल का यह सहयोग खाड़ी क्षेत्र में बदलाव की हवा तेज़ चलने की बात दिखा रहा है।

uae-israel-investmentइस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू गुरूवार के दिन ‘यूएई’ का दौरा करनेवाले थे। ‘यूएई’ और इस्रायल के सहयोग के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ‘यूएई’ के क्राउन प्रिन्स मोहम्मद बिन झायद से बातचीत भी करनेवाले थे। लेकिन, ऐन मौके पर जॉर्डन ने इस्रायल के प्रधानमंत्री के विमान को अपनी हवाई सीमा से सफर करने की अनुमति देने में देरी करने से नेत्यान्याहू को ‘यूएई’ का दौरा रद करना पड़ा था। इसके बाद इस्रायली प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू और क्राउन प्रिन्स झायद की फोन पर चर्चा हुई। ‘यूएई’ के मुखपत्र ने दोनों नेताओं की हुई इस चर्चा का ब्यौरा प्रसिद्ध किया।

‘दोनों नेताओं के बीच रचनात्मक बातचीत हुई। इसके बाद क्राउन प्रिन्स झायद ने इस्रायल में १० अरब डॉलर्स निवेश करने का ऐलान किया। इसके तहत इस्रायल के ऊर्जा, उत्पादन, जल, अंतरिक्ष, स्वास्थ्य और कृषि तकनीक जैसे अहम क्षेत्रों में निवेश करने का ऐलान ‘यूएई’ ने किया है। ‘यूएई’ की सरकार एवं निजी कंपनियां यह निवेश करेंगी’, यह जानकारी वर्णित मुखपत्र ने प्रदान की है।

ऐतिहासिक अब्राहम समझौते की पृष्ठभूमि पर यूएई ने इस्रायल में यह निवेश करना तय किया है। इस्रायल और यूएई इस क्षेत्र की धनिक अर्थव्यवस्थाएं हैं। इस निवेश की वजह से दोनों देशों का अधिक विकास होगा, यह दावा यूएई की वृत्तसंस्था ने किया। इस तरह इस्रायल में व्यापारी निवेश करनेवाला ‘यूएई’ तीसरा अरब देश है। इससे पहले वर्ष १९७९ में इजिप्ट और वर्ष १९९४ में जॉर्डन ने इस्रायल में व्यापारी निवेष किया था।

लेकिन, इस अहम निवेष के अलावा इस्रायल और यूएई के बीच रक्षा संबंधित सहयोग भी स्थापित होने का दावा किया जा रहा है। विमान निर्माण क्षेत्र की अग्रिम इस्रायली कंपनी ‘आयएआय’ और ‘यूएई’ की ‘एज’ कंपनियां ‘ड्रोन’ विरोधी तकनीक के लिए ‘टीम’ बनाई है। इस्रायली कंपनी ने गुरूवार के दिन इस सहयोग का ऐलान किया है, यह जानकारी ईरान के समाचार चैनल ने प्रदान की।

‘यूएई’ ने इस्रायल के साथ राजनीतिक सहयोग स्थापित करने के बाद आर्थिक स्तर पर सहयोग बढ़ाने के लिए प्रदान की हुई गति दोनों देशों के संबंध अधिक मज़बूत करने का कारण बनी हैं। खास तौर पर दोनों देशों के नागरिक इस सहयोग का स्वागत करने लगे हैं, यह दावा कुछ विश्‍लेषकों ने किया है। कुछ इस्रायली कारोबारियों ने ‘यूएई’ में कारोबार शुरू करने के लिए पहल की है। इसी दौरान इस्रायल में प्रवेश कर रहे ‘यूएई’ के नागरिकों का जोरदार स्वागत होने का दावा इन विश्‍लेषकों ने किया है।

अगले दिनों में इस सहयोग का काफी बड़ा असर खाड़ी क्षेत्र में दिखाई दे सकता है। अमरीका के ज्येष्ठ कुटनीतिज्ञ हेन्री किसिंजर ने इस्रायल ने अरब-खाड़ी क्षेत्र के देशों के साथ किया हुआ अब्राहम समझौता काफी अहम होने का बयान करके इससे पैलेस्टिन की समस्या में अटके हुए खाड़ी क्षेत्र के देशों के बीच सहयोग होने का अवसर खुला है, यह दावा भी उन्होंने किया था। इसका असर दिखाई देने लगा है और ‘यूएई’ ने इस्रायल में खुले तौर पर निवेष करना इसी की गवाही दे रहा है।

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