इंधन भंड़ारों के लिए तुर्की भूमध्य समुद्र में गतिविधियां बढ़ाएगा – राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन की धमकी

इस्तंबूल – दो सप्ताह पहले तुर्की ने ग्रीस की समुद्री सीमा के करीब भेजे जहाज़ से निर्माण हुआ तनाव अभी बरकरार है और इसी बीच तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने नई धमकी दी है। इस वर्ष के अन्त तक तुर्की भूमध्य समुद्र में और एक जहाज़ की तैनाती करेगा और इंधन भंड़ारों के लिए मुहीमों का दायरा भी बढ़ाएगा, ऐसी धमकी एर्दोगन ने दी है। भूमध्य समुद्र में नई मुहीम चलाकर उकसा रहे तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने ब्लैक सी के समुद्री क्षेत्र में ३२० अरब घनमीटर प्राकृतिक गैस के भंड़ार की खोज़ होने का ऐलान किया। इसी पृष्ठभूमि पर यूरोप ने तुर्की की भूमध्य समुद्र की महत्वाकांक्षा को लगाम लगाने का समय आया है, यह इशारा ग्रीक विश्‍लेषकों ने दिया है।

turkey-bsतुर्की ने दो सप्ताह पहले ‘नैवटेक्स अलर्ट’ जारी करके अपना ‘ओरुक रेईस’ नामक रिसर्च शिप दो जहाज़ों के साथ भूमध्य समुद्री क्षेत्र में अनुसंधान के लिए भेजा था। तुर्की के इस ऐलान पर ग्रीस से कड़ी प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। भूमध्य समुद्र की शांति और स्थिरता को खतरा पहुँचा रही अवैध गतिविधियां तुर्की तुरंत बंद करे, यह इशारा भी ग्रीस ने दिया था। अमरीका के साथ यूरोपिय महासंघ और नाटो ने भी तुर्की की गतिविधियों पर नाराज़गी व्यक्त की थी। तुर्की की हरकतों की वजह से तनाव बढ़ने पर फ्रान्स ने भूमध्य समुद्र में अपनी सुरक्षा सख्त करने का निर्णय करने का ऐलान करके फ्रान्स ने ‘ला फाएत’ नामक विध्वंसक और रफायल विमानों की तैनाती की थी।

लेकिन, तुर्की ने अपनी हरकतें जारी रखने से इस क्षेत्र में तनाव काफी बढ़ा था। अब वर्ष के अन्त में नया जहाज़ भेजकर दुबारा समुद्री मुहिम के संकेत देकर तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने तनाव में और भी बढ़ोतरी की है। शुक्रवार के दिन इस्तंबुल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने ’कानूनी’ नामक नया जहाज़ भूमध्य समुद्र में भेजा जाएगा, यह जानकारी साझा की। साथ ही तुर्की ने ब्लैक सी के समुद्री क्षेत्र में इंधन भंड़ारों के लिए शुरू की हुई मुहीम को बड़ी कामयाबी प्राप्त होने का ऐलान भी एर्दोगन ने किया है।

presidenterdgoanतुर्की के ’फतिह’ जहाज़ ने ३२० अरब घनमीटर प्राकृतिक वायु का भंड़ार खोज निकालने की बात कही गई है। तुर्की के इतिहास में खोज किया गया यह सबसे बड़ा इंधन भंड़ार होने की बात राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने कही है। अगले तीन वर्षों में इस भंड़ार से इंधन खनन शुरू होगा, यह दावा भी उन्होंने किया। इंधन क्षेत्र में निर्यातक देश का स्थान प्राप्त होने तक तुर्की अपनी मुहीम बंद नहीं करेगा, यह इशारा भी एर्दोगन ने इस दौरान दिया।

इसी बीच, तुर्की की बढ़ती गतिविधियों पर ग्रीस से चिंता का स्वर उठना शुरू हुआ है। भूमध्य समुद्र में तुर्की की गतिविधियां अब द्विपक्षिय मसला नहीं रहा बल्कि यूरोपिय देशों ने अब एर्दोगन की महत्वाकांक्षा पर लगाम लगाने के लिए तुरंत हस्तक्षेप करना आवश्‍यक है, यह बात भी ग्रीक विश्‍लेषक मार्को विसेंज़िनो ने कही है।

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