अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प द्वारा ‘एफबीआय’ प्रमुख पदच्युत

वॉशिंग्टन, दि. १० : अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ‘एफबीआय’ निदेशक ‘जेम्स कॉमे’ को अपने पद से हटा दिया है| अमरीका के चुनाव अभियान के दौरान ट्रम्प को रशिया से मिली कथित सहायता के इल्जामों की पूछताछ ‘एफबीआय’ द्वारा शुरू थी| इसके चलते, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प द्वारा कॉमे के ऊपर की हुई पदच्युती की कार्रवाई पर सवाल उठाये जा रहे हैं| विपक्षी दल तथा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की पार्टी से भी, ट्रम्प द्वारा की गई इस कार्रवाई की आलोचना शुरु हुई है|

 ‘एफबीआय’ राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ‘जेम्स कॉमे’ को पत्र लिखकर अपना फैसला बताया| ‘कॉमे ‘एफबीआय’ का नेतृत्व करने के काबिल नहीं रहे और इस जाँच एजन्सी पर जनता का भरोसा फिर से स्थापित करने के लिए उन्हें सेवा से तुरंत हटाया जा रहा है’, ऐसा अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने पत्र में लिखा है| अमरीका के न्याय विभाग द्वारा किया गया फैसला राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के फैसले के लिए ज़िम्मेदार है, ऐसा व्हाईट हाऊस द्वारा स्पष्ट किया गया है|

अमरीका के मुख्य ऍटर्नी जनरल ‘जेफ सेशन्स’ और डेप्युटी ऍटर्नी जनरल ‘रॉड रॉसेंटेन’ द्वारा ‘एफबीआय’ के प्रमुख कॉमे के खिलाफ फैसला सुनाया गया था| सन २०१६ में चुनाव अभियान के बीच कॉमे द्वारा, अपने पद का दुरुपयोग करते हुए राष्ट्राध्यक्षपद की उम्मीदवार हिलरी क्लिंटन के ‘ई-मेल्स मामले’ की कुछ जानकारी प्रकाशित की गयी थी| इससे राष्ट्रध्यक्षपद के दौड़ में रहनेवाली हिलरी को जोरदार राजनीतिक झटका लगा था| इसके बाद हिलरी इस दौड़ में पिछड़ती गयी, ऐसा उनके समर्थक और राजनीतिक अभ्यासकों का दावा है|

इस पृष्ठभूमि पर, डेमोक्रॅट पार्टी के सिनेटर्स ने ‘एफबीआय’ प्रमुख कॉमे के खिलाफ शिकायत दर्ज करते हुए जाँच के आदेश दिये थे| सेशन्स और रॉसेंटेन द्वारा, इस मामले में कॉमे को दोषी ठहराते हुए पद से हटा देने का फैसला सुनाया गया था| इस फैसले के अनुसार ही कॉमे को पद से बर्खास्त किया गया, ऐसी जानकारी ‘व्हाईट हाऊस’ के प्रवक्ता सीन स्पायसर ने दी|
लेकिन डेमोक्रॅट पार्टी के वरिष्ठ सिनेटर चक शूमर ने राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प द्वारा लिये गये फैसले की घड़ी पर सवाल खड़ा किया है| ‘ऍटर्नी जनरल और ट्रम्प प्रशासन को यदि कॉमे पर शक़ था, तो राष्ट्राध्यक्षपद का स्वीकार करने के बाद ही उनपर कार्रवाई होनी चाहिए थी| यह कार्रवाई अब क्यों की गई?’ ऐसा सवाल शूमर ने किया है|

राष्ट्राध्यक्षपद चुनाव के अभियान दौरान ट्रम्प को रशिया द्वारा सहायता मिल रही थी, ऐसा इल्ज़ाम लगाया गया था और उसकी जाँच कॉमे पर सौंपी गयी है| कुछ घंटे पहले कॉमे द्वारा, सिनेट की विदेशी नीति समिति के सामने इस जाँच की जानकारी देते हुए यह स्पष्ट किया गया था कि रशिया द्वारा अमरिकी चुनाव में दखलअंदाजी की गयी होने की संभावना है| साथ ही, ट्रम्प को प्रचार अभियान के दौरान रशिया द्वारा सहायता मिली होने की संभावना नाकारी नहीं जा सकती, ऐसे संकेत भी कॉमे द्वारा दिये गये थे| इस घटना के कुछ घंटो बाद ही राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने, कॉमे को पद से हटाने की वजह से विपक्षियों द्वारा आलोचना का सूर तीव्र हो चुका है|

इस बीच, ‘एफबीआय अमरीका की सबसे सम्मानित जाँच एजन्सी है और हमारी व्यवस्था के सरताज में अमूल्य हीरा रही यह संस्था आज नयी शुरुआत करने जा रही है’ ऐसी घोषणा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कॉमे को बर्खास्त करने के बाद की है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.