असम में पांच आतंकी संगठनों के हज़ार आतंकियों का आत्मसमर्पण

गुवाहाटी – असम में विद्रोही ‘नैशनल डेमॉक्रैटिक फ्रन्ट ऑफ बोड़ोलैण्ड’ (एनडीएफबी) संगठन का ‘मोस्ट वॉन्टेड’ आतंकी इन्गाती गोंगब्जीत के साथ १,०३९ आतंकियों ने आत्मसमर्पण किया है। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल की मौजुदगी में इन आतंकियों ने हथियार रखे। इनमें से अधिकांश आतंकी कार्बी वंश के हैं और बीते डेढ़-दो वर्षों में सैकड़ों बोडो आतंकियों ने आत्मसमर्पण किया है। साथ ही ईशान्य भारत में मौजूद कई विद्रोही संगठन शांतिवार्ता में शामिल हुई हैं। आत्मसमर्पण करनेवाले आतंकियों ने मुख्य धारा में शामिल होने का उचित रास्ता चुना है, ऐसा बयान असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने इस दौरान किया।

assam-terroristsविद्रोही संगठन हिंसा रोककर असम और ईशान्य भारत के विकास में योगदान दें। वहां पर शांति स्थापित होने पर इस क्षेत्र का विकास बड़ी तेज़ी से होगा, यह उद्देश्‍य रखकर विद्रोही संगठनों के साथ पांच वर्ष पहले शांतिवार्ता शुरू की गई थी। एक ओर म्यांमार की सेना की सहायता से आतंकियों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई करते हुए, दूसरी ओर विकास योजनाओं को गति प्रदान की गई है। साथ ही, आत्मसमर्पण करनेवाले आतंकियों के पुनर्वास की योजना भी शुरू की गई। इस वजह से बीते कुछ वर्षों के दौरान ईशान्य भारत में खास तौर पर असम में अलग अलग संगठनों के आतंकी और उनके नेताओं ने बड़ी संख्या में आत्मसमर्पण किया है। इनमें उल्फा के आतंकियों का भी समावेश है।

बुधवार के दिन आत्मसमर्पण करनेवाले आतंकियों में ‘कर्बी पिपल्स लिब्रेशन टायगर’ (केपीएलटी), ‘पिपल्स डेमॉक्रैटिक काऊंसिल ऑफ कर्बी लोंगर’ (पीडीसीके), ‘कर्बी लोंगर एनसी हिल्स लिब्रेशन फ्रन्ट’ (केएलएनएलएफ), ‘कुकी लिब्रेशन फ्रन्ट’ (केएलएफ) और ‘युनायटेड पिपल्स लिब्रेशन आर्मी’ (यूपीएलए) संगठन के आतंकियों का समावेश है।

‘एनडीएफबी’ जैसे संगठन में शामिल होकर बड़ी मात्रा में हिंसा करनेवाले इन्गाती सोंगब्जीत ने भी आत्मसमर्पण किया है। वर्ष २०१४ में हुए कई बड़े आतंकी हमलों में इसका हाथ था। सोंगब्जीत ने कुछ वर्ष पहले ही ‘एनडीएफबी’ को छोड़ा था और उसने ‘पीडीसीके’ नामक स्वतंत्र संगठन का गठन किया था। सोंगब्जीत के सिर पर २०० से भी अधिक लोगों की हत्या करने का आरोप है। छह वर्ष पहले ही उसे ‘मोस्ट वॉन्टेड’ घोषित किया गया था। इस दौरान सोंगब्जीत म्यांमार में छुपकर हिंसक गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। लेकिन, अब म्यांमार से भारत पहुँचकर सोंगब्जीत ने आत्मसमर्पण किया है।

आत्मसमर्पण करनेवाले आतंकियों से ३३८ हथियार बरामद किए गए हैं। इनमें ५८ ‘एके-४७ रायफल’, ११ ‘एम१६ रायफल’, ८ हल्की ‘मशिनगन्स’ समेत ११,२०३ बुलेटस्‌ प्राप्त किए गए हैं।

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