उड़न तश्‍करियों का अध्ययन करने के लिए अमरिकी रक्षा विभाग ने किया ‘टास्क फोर्स’ गठित

वॉशिंग्टन – एलियंस और उड़न तश्‍करियों से संबंधित बीते कुछ सालों से लगातार सामने आ रही जानकारी की पृष्ठभूमि पर अमरिकी रक्षा विभाग ने एक विशेष ‘टास्क फोर्स’ गठित किया है। अमरिकी उपर-रक्षामंत्री डेविड नॉर्क्विस्ट ने ‘द अनआयडेंटिफाईड एरियल फेनॉमेना टास्क फोर्स’ (यूएपीटीएफ) का गठन करने का ऐलान किया है। इस टास्क फोर्स के लिए रक्षा विभाग के साथ ‘ऑफिस ऑफ नेवल इंटेलिजन्स’ का भी योगदान रहेगा। अज्ञात उड़न तश्‍करियों से अमरीका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बन रहा संभावित खतरा ध्यान में रखकर इस टास्क फोर्स का निर्माण करने की जानकारी रक्षा विभाग ने जारी किए निवेदन में साझा की है। वर्ष 2017 में अमरिकी रक्षा विभाग ने पहली बार उड़न तश्‍करियों से संबंधित अनुसंधान का कार्य शुरू होने की बात अधिकृत स्तर पर स्वीकार की थी।

UFO-task-forceअमरिकी रक्षा विभाग ने शुक्रवार के दिन ‘यूएपीटीएफ’ का गठन करने की जानकारी देनेवाला निवेदन जारी किया। उड़न तश्‍करियों की जड़ें, उनका ढ़ांचा और गतिविधियों से संबंधित अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए रक्षा विभाग ने ‘यूएपीटीएफ’ का निर्माण किया है। उड़न तश्‍करियों की गतिविधियां अमरीका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा साबित हो सकती हैं, इस बात का एहसास रखकर उनकी उचित जानकारी रखना और अध्ययन करना ही टास्क फोर्स का उद्देश्‍य रहेगा। अमरिकी हवाई सीमा में पहले दर्ज़ हुई उड़न तश्‍करियों की किसी भी घटना की उचित जानकारी यह टास्क फोर्स प्राप्त करेगी, यह बात अमरिकी रक्षा विभाग ने स्पष्ट की है।

बीते सितंबर महीने में अमरिकी नौसेना ने पहली बार उड़न तश्‍करियों के (अनआयडेंटिफाईड फ्लार्इंग ऑब्जेक्ट’ के जारी हुए वीडियोज्‌ में सच्चाई होने की बात स्वीकार की थी। ‘टॉम डिलाँज’, ‘टूद स्टार्स ऐकेडमी ऑफ आर्टस्‌ ऐण्ड सायन्स’ और ‘द न्यूयॉर्क टाईम्स’ ने मिलकर वर्ष 2017 और 2018 में यह वीडियोज्‌ जारी किए थे। इसके बाद अमरीका के पूर्व सिनेटर हैरी रीड ने इस घटना की जाँच करने की माँग की थी। ‘पेंटॅगॉन’ इससे संबंधित स्वतंत्र जाँच में जुटे होने की बात भी स्पष्ट हुई थी। इसी मुद्दे पर अमरिकी रक्षा विभाग ने संसदिय समिती के चुनिंदा सदस्यों को यह जानकारी प्रदान करने की ख़बर भी प्रसिद्ध हुई थी।

इसके साथ ही वर्तमान वर्ष के अप्रैल और मई महीने में रक्षा विभाग और अमरिकी नौसेना ने उड़न तश्‍करियों के 11 वीडियोज्‌ और जानकारी प्रसिद्ध की थी। इसमें रक्षा विभाग के तीन और नौसेना ने जारी किए आठ वीडियोज्‌ का समावेश है। इन वीडियोज्‌ में वर्ष 2004, 2013, 2014 और 2015 की घटनाओं की जानकारी है। अधिकांश घटना अमरीका के वर्जिनिया और नॉर्थ कैरोलिना राज्य के समुद्री सीमा के करीबी इलाके की होने की बात कही गई थी। कुछ घटनाओं में पायलटों ने ‘ड्रोन’ एवं मिसाइल के आकारों जैसी चीज़ें दिखाई देने की बात कही थी।

UFO-task-forceदिसंबर 2017 में अमरिकी रक्षा विभाग ने पहली बार धरती पर देखी गई उड़न तश्‍करियों की घटनाओं की जाँच शुरू करने की बात स्वीकार की थी। अमरिका के पूर्व गुप्तचर अधिकारी लुईस एलिज़ोन्दो ने पोल खोलने के बाद रक्षा विभाग यह बात स्वीकार ने के लिए मजबूर हुआ था। उस समय अमरिकी रक्षा विभाग ने वर्ष 2007 से 2012 के दौरान उड़न तश्‍करियों का अध्ययन करने के लिए ‘एडवान्सड् एविएशन थ्रेट आयडेंटिफिकेशन प्रोग्राम’ (एएटीआयपी) शुरू करने की जानकारी साझा की थी। इसके बाद बीते वर्ष अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ‘फॉक्स न्यूज’ नामक समाचार चैनल को दी हुई मुलाकात के दौरान उड़न तश्‍करियों से संबंधित सवाल पर जवाब देते समय यह कहा था कि, ‘हम इस बात पर विश्‍वास नहीं रखते लेकिन, कुछ भी मुमकिन है।’

ऐसी पृष्ठभूमि पर अमरिकी रक्षा विभाग ने उड़न तश्‍करियों का अध्ययन करने के लिए स्वतंत्र टास्क फोर्स का गठन करना ध्यान आकर्षित करनेवाली घटना साबित होती है। यह घटना उड़न तश्‍करियां और एलियंस का मुद्दा फिर एक बार सामने लाएगा, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे हैं।

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