सीरियन सेना के साथ साथ अमरीका समर्थक बागी ‘देर अल-झोर’ में दाखिल

बैरुत: सीरिया के ‘देर अल-झोर’ इस इंधन संपन्न प्रान्त में ‘आयएस’ विरोधी मुहीम अधिक तीव्र हुई है। सीरियन सेना ने ‘आयएस’ का कवच तोड़कर इस प्रान्त में प्रवेश किया था। इसके बाद अमरीका समर्थक ‘सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस’ (एसडीएफ) के बागी ‘देर अल-झोर’ में दाखिल हुए हैं। इस वजह से आनेवाले कुछ दिनों में ‘आयएस’ के खिलाफ संघर्ष में सहमिल हुई सीरियन सेना और बागी आमने सामने खड़े होने की कड़ी संभावना निर्माण हुई है।

इराक सीमा के पास का और सीरिया के पूर्व का ‘देर अल-झोर’ यह प्रान्त सामरिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। पिछले तीन साल से ‘आयएस’ ने इस इंधन संपन्न प्रान्त पर कब्ज़ा कर रखा था। इसका सीरिया की अर्थव्यवस्था पर परिणाम हुआ था। पिछले डेढ़ साल में रशिया की लष्करी सहायता की वजह से सिरिया ने ‘आयएस’ के आतंकवादियों के खिलाफ बड़ा नेतृत्व लिया है और होम्स, हमास, राक्का इन इलाकों से ‘आयएस’ के आतंकवादियों को भगाया है। ‘देर अल-झोर’ इलाके में आयएस का वर्चस्व बाकी है और अन्य प्रान्तों से भागे हुए आतंकवादी यहाँ पर दाखिल हुए हैं। इसलिए इन आतंकवादियों को मार भगाने के लिए सीरियन सेना ने पिछले हफ्ते बड़ी मुहीम हाथ में ली थी।

‘देर अल-झोर’हफ्ते पहले सीरियन सेना ने ‘देर अल-झोर’ प्रान्त में ‘आयएस’ का कवच तोड़ने में सफलता पाई थी। तीन साल के बाद सीरियन सेना को ‘देर अल-झोर’ में मिली यह सफलता बहुत बड़ी मानी जा रही थी। शुक्रवार को सीरियन सेना ने ‘आयएस’ के कब्जे से ‘देर अल-झोर’ के मयादिन शहर का महत्वपूर्ण इंधन क्षेत्र जीत लिया है। मयादिन शहर से आयएस के आतंकवादियों को भगाते हुए सीरियन सेना ने की इस कार्रवाई का रशिया और ईरान ने जोरदार स्वागत किया है। मयादिन इंधन क्षेत्र पर नियंत्रण पाने के बाद सीरियन सेना ने ‘तेम’ इंधन क्षेत्र की तरफ मोर्चा मोड़ा है।

‘तेम’ शहर के पुर्वीय इलाके पर साथ ही दक्षिण की ओर के हवाई अड्डे पर सीरियन सेना ने नियंत्रण पाया है और जल्द ही यह शहर भी सीरियन सेना के कब्जे में आएगा, ऐसा दावा किया जा रहा है। मयादिन और तेम यह दोनों इंधन संपन्न शहर ‘युफ्रेटस नदी’ के किनारे पर हैं और सीरियन सेना ने ‘आयएस’ के खिलाफ बड़ी सफलता प्राप्त करने का दावा विश्लेषकों ने किया है। सीरियन सेना की इस कार्रवाई की वजह से ‘आयएस’ के आतंकवादी घेरे गए हैं, ऐसा दावा ब्रिटिश विश्लेषक कर रहे हैं।

सीरियन सेना को ‘देर अल-झोर’ में सफलता प्राप्त हो रही थी तब अमरीका समर्थक ‘एसडीएफ’ के बागियों का एक पथक इस शहर में दाखिल हुआ है। अरब और कुर्द बागियों के समावेश वाले इस पथक ने ‘देर अल-झोर’ के उत्तरी क्षेत्र को घेरना शुरू कर दिया है। जल्द ही यहाँ पर ‘आयएस’ के खिलाफ संघर्ष शुरू करके ‘देर अल-झोर’ की पूर्व की तरफ बह रही ‘युफ्रेट्स नदी’ तक प्रभाव बढाने के संकेत ‘एसडीएफ’ के बागियों ने दिए हैं। सीरियन सेना इस प्रान्त के पश्चिमी और दक्षिणी इलाके में जोरदर कार्रवाई कर रही है।

दौरान, सीरियन सेना और बागी एक ही वक्त पर ‘देर अल-झोर’ के संघर्ष में शामिल होने से इन दोनों गुटों में संघर्ष की चिंगारी भडकने की संभावना जताई जा रही है। अमरिका और रशिया पहल करके सीरिया के दक्षिणी इलाके में सीरियन सेना और बागियों के बीच संघर्षबंदी लागू की है। फिर भी पिछले कुछ हफ़्तों में सीरिया के अन्य इलाकों में सेना और बागियों में गोलीबारी होने के खबरें भी सामने आई थी।

उसी समय जून महीने में अमरीका ने राक्का शहर में सीरिया के लड़ाकू विमान को लक्ष्य बनाया था।

सीरियन बागियों की सुरक्षा के लिए यह कार्रवाई करनी पड़ी, ऐसा खुलासा अमरीका ने किया था। इस वजह से ‘देर अल-झोर’ के संघर्ष का महत्व बढ़ गया है।

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