भूमध्य समुद्री क्षेत्र के देशों की संप्रभुता का सम्मान करना आवश्‍यक – इजिप्ट, ग्रीस और सायप्रस की माँग

अथेन्स/कैरो – भूमध्य समुद्री क्षेत्र के देशों की संप्रभुता और समुद्री क्षेत्र के सार्वभूम अधिकारों का सम्मान करना ही होगा, ऐसी माँग बड़ी तीव्रता से इजिप्ट, ग्रीस और सायप्रस ने संयुक्त निवेदन जारी करके रखी हैं। ग्रीस की राजधानी अथेन्स में शनिवार के दिन इन तीनों देशों के विदेशमंत्रियों की बैठक हुई। इस दौरान हुई चर्चा के बाद भूमध्य समुद्री क्षेत्र से संबंधित माँग करने के साथ ही तीनों देश संयुक्त राष्ट्रसंघ के समुद्री क्षेत्र से संबंधित कानून का पालन करने के लिए वचनबद्ध होने का बयान भी किया गया हैं। इजिप्ट, ग्रीस और सायप्रस ने जारी किया यह संयुक्त निवेदन तुर्की पर दबाव बढ़ाने की कोशिशों का हिस्सा समझा जा रहा हैं।

संप्रभुताभूमध्य समुद्री क्षेत्र में बड़ी मात्रा में ईंधन का भंड़ार मौजूद होने की बात अंतरराष्ट्रीय सर्वे और रपटों से सामने आयी हैं। इनमें से अधिकाधिक क्षेत्र पर कब्जा करने के लिए तुर्की ने गतिविधियां शुरू की हैं। भूमध्य समुद्र में ग्रीस और सायप्रस के अधिकार में होनेवाले क्षेत्र पर अपना हक होने के दावे तुर्की कर रहा हैं। इसी के तहत तुर्की ने बीते वर्ष ‘नैव्हटेक्स अलर्ट’ जारी करके अपना ‘ओरूक रेईस’ नामक ‘रिसर्च शिप’ अन्य दो जहाज़ों के साथ भूमध्य समुद्री क्षेत्र में अनुसंधान के उद्देश्‍य से तैनात किया था। इसके बाद अपना वर्चस्व दिखाने के लिए तुर्की ने इस क्षेत्र में लगातार युद्धाभ्यास भी किए थे।

तुर्की की इस आक्रामकता को प्रत्युत्तर देने के लिए ग्रीस ने भी गतिविधियां तेज़ की हैं। बीते वर्ष के अगस्त महीने से ग्रीस ने अमरीका, फ्रान्स समेत यूएई के साथ स्वतंत्र युद्धाभ्यास किए हैं। नवंबर महीने में भूमध्य समुद्री क्षेत्र में हुए बहुराष्ट्रीय युद्धाभ्यास में इजिप्ट, सायप्रस, फ्रान्स और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) भी शामिल हुए थे। इस युद्धाभ्यास के दौरान सौदी अरब निरिक्षक देश के तौर पर शामिल हुआ था। ऐसी घटनाएँ तुर्की की हरकतों को रोकने के लिए ग्रीस ने अपने सहयोगी देशों के साथ व्यापक संगठन खड़ी करने की दिशा में शुरू की हुई कोशिशों का हिस्सा समझी जा रही हैं।संप्रभुता

दुसरीं ओर भूमध्य समुद्र एवं अफ्रीकी क्षेत्र में तुर्की का बढ़ रहा वर्चस्व इजिप्ट जैसे देश को काफी परेशान करनेवाला साबित हो रहा हैं। इस वजह से तुर्की की हरकतों को रोकने के लिए इजिप्ट ने भी तुर्की के प्रतिद्वंद्वि देशों से सहयोग बढ़ाना शुरू किया हैं। इनमें इस्रायल, यूएई, ग्रीस जैसें देशों का समावेश हैं। इजिप्ट और ग्रीस ने बीते वर्ष भूमध्य समुद्री क्षेत्र में मौजूद ईंधन क्षेत्र से संबंधित एक समझौता भी किया था। इसके बाद इजिप्ट और ग्रीस के नेतृत्व की लगातार बातचीत हो रही हैं और तुर्की के विरोध में मज़बूत गठबंधन तैयार करने की गतिविधियों को गतिमान किया गया हैं। शनिवार के दिन हुई बैठक इन्हीं गतिविधियों का हिस्सा समझा जाता हैं।

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