‘इस्राइल-ग्रीस-सायप्रस’ का रक्षा सहकार्य मजबूत करने पर एकमत

लार्नाका: ‘खाड़ी और आसपास के क्षेत्र को संभाव्य आतंकवादी हमलों का खतरा और अवैध शरणार्थियों की वजह से निर्माण हुई चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए एक होने की आवश्यकता है’, इन शब्दों में इस्राइल के रक्षा मंत्री ‘एविगदोर लिबरमन’ ने ग्रीस और सायप्रस जैसे देशों के साथ सहकार्य के महत्व को रेखांकित किया है। ईरान और तुर्की के साथ बने तनाव की पृष्ठभूमि पर इस्राइल ने विश्व के विविध देशों के साथ सहकार्य बढाने की भूमिका अपनाई है। सायप्रस में ‘इस्राइल-ग्रीस-सायप्रस’ के रक्षा मंत्रियों के बीच पूरी हुई बैठक उसीका ही एक हिस्सा दिखाई दे रही है। पिछले महीने में ही इस्राइल के प्रधानमंत्री ने सायप्रस का दौरा किया था।

ईरान के परमाणु अनुबंध से अमरिका का पीछे हटना और पॅलेस्टाईन की समस्या के मुद्दे को लेकर पिछले कुछ महीनों में खाड़ी का तनाव लगातार बढ़ता दिखाई दे रहा है। इन दो मुद्दों को लेकर इस्राइल और यूरोपीय देशों के बीच संबंध बिगड़े हैं। उसी समय अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने इस्राइल को समर्थन देने का निश्चित निर्णय लिया है और अन्य देश भी इस्राइल की भूमिका का समर्थन करें, इसके लिए कोशिशें शुरू की हैं। अमरिका के ज्यू वंशियों के समूहों की तरफ से ग्रीस और सायप्रस के साथ संबंध दृढ करने के लिए गतिविधियाँ शुरू हैं।

इस्रायल, ग्रीस, सायप्रस, रक्षा, सहकार्य, मजबूत करने, एकमत, लार्नाका, आतंकवादीइस पृष्ठभूमि पर, पिछले महीने में इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने सायप्रस का किया हुआ दौरा और उसके बाद लिबरमन ने हाल ही में किया हुआ दौरा महत्वपूर्ण साबित हुआ है। नेत्यान्याहू और लिबरमन इन दोनों देशों के नेताओं के दौरे ‘इस्राइल-ग्रीस-सायप्रस’ त्रिपक्षीय परिषद के लिए हुआ है, यह स्पष्ट हुआ है। प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू की मुलाकात के दौरान इन तीन देशों के बीच इंधन सहकार्य के मुद्दे पर प्राधान्य रूपसे चर्चा हुई है, ऐसा सामने आया है।

रक्षा मंत्री लिबरमन की भेंट में सुरक्षा, रक्षा सहकार्य, साइबर क्षेत्र इन मुद्दों पर चर्चा होने की जानकारी सूत्रों ने दी है। इस दौरान इस्राइल के रक्षा मंत्री ने रखे एकजुट के मुद्दे की ग्रीस के रक्षा मंत्री ‘पैनोस कैमेनोस’ और सायप्रस के रक्षा मंत्री ‘सैव्होस अँजेलाईड्स’ने पुष्टि कि है। इस्राइल और अन्य दो यूरोपीय देशों के बीच सहकार्य बढाने के लिए तीनों देशों के मंत्रियों की अगली बैठक इस्राइल में ली जाएगी, ऐसी घोषणा इस्राइली रक्षामंत्री लिबरमन ने की है।

इस्राइल-ग्रीस-सायप्रस के रक्षा मंत्रियों की बैठक के साथ ही तीनों देशों में रक्षा क्षेत्र में कार्यरत कंपनियों की भी परिषद आयोजित की गई थी। इस तरह से तीनों देशों की कंपनियां पहली बार एकजुट हुईं हैं। इस समय सायप्रस और ग्रीस के रक्षा मंत्रियों ने आने वाले समय में इस्राइल के साथ सहकार्य मजबूत किया जाएगा, ऐसा आश्वासन दिया है। सायप्रस के रक्षा मंत्री ने भूमध्य समुद्र के इंधन उत्खनन के लिए भी इस्राइल से सहायता ली जाएगी, ऐसा कहकर यह सहकार्य अन्य किसी भी देश के खिलाफ नहीं है, यह स्पष्ट किया है।

पिछले महीने में सायप्रस में हुई तीन देशों की बैठक में इस्राइल ने ‘सायप्रस और ग्रीस’ के रास्ते यूरोप को इंधन की आपूर्ति करने का प्रस्ताव रखा था। इस्राइल और सायप्रस इन दोनों देशों के समुद्री क्षेत्र में बड़े पैमाने पर इंधन मिला है और इन देशों ने एकजुट होकर यूरोप को इंधन की आपूर्ति शुरू करने के संकेत दिए हैं। ग्रीस को यूरोप का प्रवेश द्वार माना जाता है, इस वजह से इसमें ग्रीस का समावेश महत्वपूर्ण माना जाता है।

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