सीरिया में हुए हवाई हमलें में ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् के सैनिक ढेर

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरदुबई/जेरूसलम: सीरिया के दमास्कस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्थित लष्करी भंडार पर हुए मिसाइळ हमले में सात लोग मारे गए है| इनमें सीरियन सेना के तीन और ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् के चार सैनिकों का समावेश है| यह हमला इस्रायल ने किया है, यह आरोप भी सीरियन सेना ने रखा| तभी, इस हमले के पीछे ‘बेल्जियम की वायुसेना’ हो सकती है, ऐसा चौकानेवाला दावा इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने किया है|

गुरूवार रात करीबन ११.४५ बजे राजधानी दमास्कस के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर स्थित मिसाइलों के पांच भंडारों पर मिसाइल हमलें हुए| इस दौरान लष्करी चौकी को भी मिसाइल से लक्ष्य किया गया है, यह दावा खाडी क्षेत्र की वृत्तसंस्था ने किया| मिसाइलों का भंडार तेहरान ने यहा उतारा गया था, तभी यह हमला होने का दावा ब्रिटेन के मानव अधिकार संगठन ने किया है| इशी जगह पर सीरियन सैनिकों समेत ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् के सैनिक भी मौजूद थे|

सीरियन सेना और मानव अधिकार संगठनों ने इस हमले के लिए इस्रायल को जिम्मेदार कहा है| ‘इस्रायल के गोलान पहाडियों से यह मिसाइल हमला होने का दावा किया गया| इनमें से कुछ मिसाइल गिराने में सफलता प्राप्त होने का दावा सीरियन सेना ने किया| इस्रायली सेना इस पर प्रतिक्रिया देने से दूर रही है| तभी इस्रायल के प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने स्थानिय रेडियो से की बातचीत के दौरान बोलते समय इस हमले को लेकर किए सवाल का चौकानेवाला जवाब किया|

इस एक या अन्य किसी दुसरी कार्रवाई पर हम प्रतिक्रिया नही देते| गुरूवार की रात क्या हुआ हमें ज्ञात नही| संभव है बेल्जियम की वायुसेना ने यह हमला किया होगा’, यह बयान नेत्यान्याहू ने किया है| इस हमले से बेल्जियम का संबंध होने की जरा भी संभावना नही है| इस कारण नेत्यान्याहू ने इस सवाल का जवाब देने से दूर रहने के लिए बेल्जियम का नाम लिया दिखाई दे रहा है| दो दिन पहले इस्रायल के रक्षामंत्री नफ्ताली बेनेट ने सीरिया में ईरान के ठिकानों पर हुए हमलें इस्रायल ने ही किए थे, यह बात स्वीकारी थी| सीरिया में ईरान का बढता प्रभाव रोकने के लिए यह हमलें जरूरी ही थे, यह भी बेनेट ने कहा था|

इसी बीच, इस हमले से कुछ घंटे पहले ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् के प्रमुख मेजर जनरल हुसेन सलामी ने अमरिका और इस्रायल को सामने रखकर धमकाया था| ‘अमरिका या इस्रायल ने ईरान पर हमलें करने की गलती की तो ईरान इन दोनों पर हमलें करेगा’, यह धमकी मेजर जनरल सलामी ने दी थी| वही, रिव्होल्युशनरी गार्डस् के अन्य एक अफसर ने हम इस्रायल का ‘तेल अवीव’ तबाह करने के लिए अवसर मिलने की प्रतिक्षा कर रहे है, यह उकसानेवाला बयान किया था|

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