मलेशिया की सागरी सीमा में घुसपैठ करनेवाली चीन के छह जहाज़ जब्त – ६० चीनी नागरिकों की हुई गिरफ्तारी

कौलालंपूर – मलेशिया की समुद्री सीमा में घुसपैठ करनेवाले छह जहाज़ जब्त किए गए हैं। इन जहाज़ के साथ ६० चीनी नागरिकों की भी गिरफ्तारी हुई है। गिरफ्तार किए गए यह चीनी नागरीक अफ्रीका जाने के लिए निकले थे, यह दावा किया गया है। लेकिन, साउथ चायना सी के अलग अलग हिस्सों पर दावा जताने के लिए चीन ने इससे पहले भी तटरक्षक बल एवं नेवल मिलिशिया का इस्तेमाल करने की बात स्पष्ट हुई है। इसी कारण मलेशिया ने की हुई यह कार्रवाई ध्यान आकर्षित कर रही है।

China-malaysiaचीन की नौसेना ने बीते कुछ महीनों में ‘साउथ चायना सी’ में अपनी गतिविधियां बड़ी मात्रा में बढ़ाई हैं। चीन के युद्धपोतों के साथ ही तटरक्षक बल के जहाज़ और चीन के हथियारबंद मछुआरों के जहाज़ों का दल (नेवल मिलिशिया) की मौजूदगी बढ़ी है। चीन के युद्धपोत और जहाज़ इस समुद्री क्षेत्र में सफर करनेवाली अन्य देशों के जहाज़ों को लगातार परेशान कर रहे हैं। अप्रैल महीने में चीन की गश्‍तीपोत वियतनाम के मछुआरे के जहाज़ से टकराई थी। हाँगकाँग स्थित ‘साउथ चायना मॉर्निंग पोस्ट’ नामक समाचार पत्र ने साउथ चायना सी के क्षेत्र पर अपना हक स्थापित करने के लिए चीन ने ‘एअर डिफेन्स आयडेंटिफिकेशन ज़ोन’ (एडीआयज़ेड) घोषित करने की तैयारी करने का वृत्त भी जारी किया था।

मई महीने में चीन के जहाज़ों ने मलेशिया के समुद्री क्षेत्र के करीब डेरा जमाया था। इन चीनी जहाज़ों को वहां से हटाने के लिए अमरिकी नौसेना की सहायता प्राप्त करना आवश्‍यक बना था। इसके बाद भी चीनी जहाज़ों ने मलेशिया की सीमा में घुसपैठ करने के लिए दो बार कोशिश की थी। चीन की ऐसी बढ़ती हरकतों के विरोध में मलेशिया ने सीधे संयुक्त राष्ट्रसंघ में अपनी भूमिका स्पष्ट करनेवाला निवेदन रखा था। इसमें साउथ चायना सी पर चीन के सभी दावों से इन्कार करके सख्त भुमिका अपनाई गई थी। इस पृष्ठभूमि पर मलेशिया ने चीनी जहाज़ों पर की हुई कार्रवाई अहमियत रखती है। चीन की आक्रामकता बर्दाश्‍त नहीं करेंगे, यह संदेश भी इसके ज़रिये स्पष्ट तौर पर दिया गया है, यह भी समझा जा रहा है।

मलेशिया की ‘मेरिटाईम एन्फोर्समेंट एजन्सी’ ने शुक्रवार के दिन जोहोर प्रांत के करीब की हुई कार्रवाई के दौरान छह चीनी जहाज़ों को हिरासत में लिया गया। इस दौरान छह कैप्टन्स और ५४ कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया गया है। यह सभी जहाज़ चीन के किंहुआंगदाओ में पंजीकृत होने की बात सामने आयी है। अफ्रीका के मॉरिशानिया में जाने के लिए निकलने का दावा इन चीनी कैप्टन्स ने किया है। इनकी गहराई से जाँच जारी होने की बात मलेशियन सूत्रों ने साझा की है।

बीते तीन वर्षों में चीन के जहाज़ों ने ९० बार मलेशिया की सीमा में घुसपैठ करने की बात स्पष्ट हुई है। चीन के जहाज़ों की घुसपैठ एवं आक्रामकता की वजह से मलेशिया के मछुआरों के कारोबार पर असर होने की शिकायत भी स्थानीय नागरिक कर रहे हैं। इसी कारण चीनी जहाजों पर कार्रवाई करके मलेशिया ने चीन को इशारा दिया हुआ दिख रहा है। मलेशिया की यह भूमिका बीते कुछ महीनों में चीन की आक्रामकता के विरोध में सख्त नीति अपना रहे आसियान देशों से मेल करती हुई दिख रही है। मलेशिया से पहले वियतनाम, फिलिपाईन्स, थायलैण्ड एवं इंडोनेशिया ने भी चीन की हरकतों को चुनौती देने के निर्णय किए थे।

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