अलगाववादियों के ‘बंद’ की वजह से जम्मू-कश्मीर में तनाव बढ़ गया

नई दिल्ली, दि. २९ : जम्मू-कश्मीर के बड़गाम में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान ही भारतीय सेना के सैनिकों पर पथराव करनेवालों पर की कार्रवाई में तीन लोग मारे गए| इसका फ़ायदा उठाते हुए अलगाववादी संगठनों ने बुधवार के दिन ‘जम्मू-कश्मीर बंद’ का ऐलान किया| इससे इस राज्य में फिर से तनाव निर्माण हुआ होकर, कई जगहों पर आम जीवन बिखरा हुआ है ऐसे दिखाई देता है| विश्‍वविद्यालय की परीक्षा भी इस कारण रद करनी पड़ी थी| इस समय, सोशल मीड़िया का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तान के कुछ लोग इधर के हिंसाचार को प्रोत्साहन दे रहे हैं, ऐसा पुलिस की जाँच में स्पष्ट हुआ है|

‘बंद’मंगलवार के दिन बड़गाम में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान, जम्मू-कश्मीर के अलगाववादियों ने भारतीय सैनिकों पर ज़ोरदार पथराव किया था| इस पथराव में ६४ सैनिक घायल हुए थे| इसमें सीआरपीएफ के ४३ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के २० सैनिकों का समावेश था| इस कारण पथराव करनेवालों पर मजबूरन कार्रवाई करनी पड़ी और उसमें तीन लोगों की जानें चली गयीं| इसका बहाना बनाते हुए अलगाववादी लीडर्स ने बुधवार के दिन ‘बंद’ का ऐलान किया| ‘बंद’ के दौरान कई जगहों पर हिंसाचार और प्रदर्शन हुए| बज़ारपेठ, परिवहन बंद होने की वजह से जम्मू-कश्मीर के लोगों को काफ़ी दिक्कतें झेलनी पड़ीं, ऐेसा दिखाई दे रहा था|

एहतियात के तौर पर रेल की परिवहन सेवा बंद कर दी गयी थी| ‘बंद’ की वजह से शालाएँ और महाविद्यालयों में इस समय चल रही परीक्षा भी रद कर दी गयी थी| बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि पर सुरक्षा दल की अतिरिक्त सुरक्षा यंत्रणा भेजी गयी है| साथ ही, रक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गयी है| कुलगाम में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मकान में घुसपैठ करके आतंकवादियों ने, वहीं पर लूटमार करके उन्हीं के परिजनों को धमकी दी, ऐसी खबर है| पिछले महीने में इस प्रकार का यह तिसरा वाकया है|

साथ ही, पुलिस से हथियार छीन लेने के वाकये भी बढ़ गये हैं| पिछले सप्ताह में तीन लोगों ने जम्मू-कश्मीर के एक पुलिसकर्मी से एके-४७ रायफल खींचकर ली थी| इस मामले में एक को बुधवार के दिन गिरफ्तार किया गया| साथ ही, चोरी की गई रायफल भी कब्जे में ली गयीं| पिछले सालभर में ऐसे ६६ वाकयों की शिकायतें दर्ज हुईं होकर, १७ एके-४७ रायफल और ७ हज़ार राऊंड्स चोरी हुए थे | जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बुधवार के दिन ‘ऍडव्हायजरी’ निकालते हुए लोगों को आतंकवादियों से दूर रहने की सूचना दी है|

इस दौरान, जम्मू-कश्मीर घाटी में फिर से बढ़े पथराव और हिंसा के वाकये के पीछे पाकिस्तान है, यह स्पष्ट हुआ है| सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हुए जम्मू-कश्मीर के युवकों को भड़काया जा रहा है, ऐसे जम्मू-कश्मीर पुलिस की जाँच में स्पष्ट हुआ है| इस संदर्भ में श्रीनगर में गुनाह भी दर्ज किया गया है|

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