रशिया के साथ यूरोपीय देशों पर ‘बॅड रॅबिट’ सायबर हमले – मीडिया और हवाई अड्डों को लक्ष्य

मोस्को: पिछले साल भर में दुनिया के करोड़ों कंप्यूटर यंत्रणाओं को निष्क्रिय करने वाले ‘वॉन्नाक्राय’ और ‘नॉट पेट्या’ इस रॅन्समवेअर सायबर हमले के बाद फिर एक बार नया सायबर हमला सामने आया है। ‘बॅड रॅबिट’ नाम के इस सायबर हमले में रशिया के साथ कुछ यूरोपीय देशों को लक्ष्य बनाया गया है। रशिया की प्रमुख मीडिया के साथ, युक्रेन का ओडेसा हवाई अड्डा, मेट्रो सेवा साथ ही जर्मनी और तुर्की की कंप्यूटर यंत्रणाओं को सायबर हमले से नुकसान हुआ है।

‘बॅड रॅबिट’मई महीने में दुनिया के १५० देशों के लाखों कंप्यूटर्स को ‘वॉन्नाक्राय’ इस रॅन्समवेअर सायबर हमले से नुकसान हुआ था। उसके बाद जून महीने में ‘नॉट पेट्या’ इस सायबर हमले में भी लाखों कंप्यूटर बंद पड़ गए थे। इन दोनों सायबर हमलों ने ‘रॅन्समवेअर’ प्रकार के सायबर हमलों का प्रमाण बढ़ रहा है, यह दिखा दिया है। इन दोनों हमलों में ‘बिटकॉइन’ के रूप में फिरौती मांगी गई थी।

पिछले कुछ दिनों में रशिया, युक्रेन, जर्मनी और तुर्की इन देशों की कंप्यूटर यंत्रणाओं को भी ‘रॅन्समवेअर’ ने अपना लक्ष्य बनाया था। रशिया की मीडिया इस हमले का प्रमुख लक्ष्य बनने का दावा ‘कैस्परकी लैब’ इस सायबर सुरक्षा कंपनी ने किया है। रशिया की प्रमुख वृत्तसंस्था ‘इंटरफैक्स’ को इसका बड़ा नुकसान हुआ है। उसके बाद युक्रेन का ओडेसा हवाई अड्डा और मेट्रो सेवा को भी नुकसान हुआ है।

‘विंडोज फ़्लैश अपडेट’ के माध्यम से ‘बॅड रॅबिट’ मालवेअर कंप्यूटर यंत्रणा में प्रवेश करने की बात सामने आई है। उसके बाद कंप्यूटर की सारी जानकारी ‘एन्क्रिप्टेड’ हुई है, ऐसा कहकर वह उपलब्ध करके देने के लिए २१० पौंड से अधिक मूल्यों के ‘बिटकॉइन’ की मांग की रही है। ‘बॅड रॅबिट’ सायबर हमला शुरू था, तभी ‘डीडीओएस’ प्रकार का नया सायबर हमला भी सामने आया है।

‘इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्ज’ का समावेश वाली विविध यंत्रणाओं पर ‘रिपर’ इस बोटनेट की सहायता से सायबर हमला किया जाएगा, ऐसा इशारे में कहा गया है। दुनिया के कुछ देशों में इसकी शुरुवात हुई है, ऐसा दावा भी इस्त्राइल की एक सायबर सुरक्षा कंपनी ने किया है। इस सायबर हमले में दुनिया का इन्टरनेट व्यवहार बंद करने की क्षमता है, ऐसा भी कहा गया है।

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