संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में गाजा में युद्ध विराम कराने का प्रस्ताव पारित – असल युद्ध विराम करने के लिए हमास पर दबाव बनाने की इस्रायल ने उठाई मांग

न्यूयॉर्क – बीते ६८ दिनों से गाजा पट्टी में हो रहा संघर्ष खत्म करके वहां शीघ्रता से मानवीय युद्धविराम करें, ऐसी मांग का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा में बहुमत से पारित किया गया है। साथ ही संयुक्त राष्ट्र संघ ने यह भी कहा है कि, अगवा नागरिकों को बिना शर्त रिहा किया जाए। लेकिन, यह कहते हुए राष्ट्र संघ ने फिर से अपने निवेदन में आतंकी संगठन ‘हमास’ का जानबूझकर ज़िक्र नहीं किया है, ऐसा आरोप इस्रायल ने लगाया है। साथ ही असल युद्ध विराम के लिए राष्ट्र संघ हमास पर दबाव बनाए और इस संगठन का नेता याह्या सिन्वर से संपर्क करें, ऐसी फटकार भी इस्रायल के राजदूत गिलाड एर्डन ने लगाई है।

संयुक्त राष्ट्र संघ के संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में गाजा में युद्ध विराम कराने का प्रस्ताव पारित - असल युद्ध विराम करने के लिए हमास पर दबाव बनाने की इस्रायल ने उठाई मांगमहासचिव एंटोनियो गुतेरस ने पिछले हफ्ते ‘आर्टिकल ९९’ लागू करने की मांग उठायी थी। इसके अनुसार गाजा में तुरंत युद्ध विराम लागू करने की सूचना गुतेरस ने की थी। इस्रायल और अमेरिका ने राष्ट्र संघ के प्रमुख का यह प्रस्ताव ठुकराकर गुतेरस हमास के पक्ष होने का आरोप लगाया था। संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में यह प्रस्ताव लागू करने के लिए पांच स्थायी और १० अस्थायी ऐसे कुल १५ सदस्यों ने मतदान किया था। लेकिन, अमेरिका ने नकाराधिकार इस्तेमाल करके ध्यान रखा था कि, यह प्रस्ताव सुरक्षा परिषद में पारित नहीं होगा।

लेकिन, मंगलवार के दिन राष्ट्र संघ की आम सभा में यह प्रस्ताव आने के बाद १९३ में से १५३ सदस्य देशों ने इसके पक्ष में वोट किया। इस्रायल और संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में गाजा में युद्ध विराम कराने का प्रस्ताव पारित - असल युद्ध विराम करने के लिए हमास पर दबाव बनाने की इस्रायल ने उठाई मांगअमेरिका सहित अन्य आठ मिलकर कुल १० देशों ने इस प्रस्ताव के विरोध में वोट किया। इनमें झेक रिपब्लिक, ऑस्ट्रिया, ग्वातेमाला, लाइबेरिया, माइक्रोनेशिया, नाऊरू, पापुआ न्यू गिनी और पराग्वे का समावेश है। इनके अलावा २३ देश इस प्रस्ताव पर तटस्थ रहे। इस वोट से पहले ऑस्ट्रेलिया, कनाडा और न्यूझीलैण्ड जैसे इस्रायल के मित्र देशों ने संयुक्त निवेदन जारी करके गाजा पट्टी में शुरू सैन्य कार्रवाई की आलोचना की थी।

चीन, ईरान, कतर, तुर्की सहित अरब देशों ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया। लेकिन, इस्रायल ने इसपर बड़ा गुस्सा जताया है। क्यों कि, यह प्रस्ताव हमास जैसी आतंकवादी संगठन को क्लिन चिट देने वाला है, ऐसी आलोचना इस्रायल के राजदूत एर्डन ने की। संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में गाजा में युद्ध विराम कराने का प्रस्ताव पारित - असल युद्ध विराम करने के लिए हमास पर दबाव बनाने की इस्रायल ने उठाई मांगइस युद्ध विराम के कारण हमास का अन्त दूर होगा और इससे हजारों इस्रायली और पैलस्टिनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए खतरा बनेगा, ऐसा दावा एर्डन ने किया।‘यह युद्ध विराम यानी इस्रायल और ज्यूधर्मियों का विनाश करने की कोशिश में लगी हमास को सीर्फ और सीर्फ सुरक्षित करना ही हैं’, यह आरोप इस्रायल के राजदूत ने लगाया। साथ ही इस पुरी रपट में हमास का ज़िक्र कही भी नहीं हैं, यह कहकर राष्ट्र संघ हमास का हितचिंतक होने का आरोप एर्डन ने लगाया।

साथ ही हमास का प्रमुख याह्या सिन्वर का फोन नंबर राष्ट्र संघ की बैठक के दौरान सार्वजनिक करके सिन्वर से युद्ध विराम की उम्मीद रखे, ऐसी फटकार एर्डन ने लगायी सिन्वर के साथ हमास ने हथियार रखकर अगवा नागरिकों को बिना शर्त रिहा करने के बाद ही हम युद्ध विराम का निर्णय करेंगे, ऐसा इशारा एर्डन ने दिया।

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