चीन के साथ जारी विवाद अधिक बढ़ने पर फिलिपाईन्स अमरीका की सहायता प्राप्त करेगा – फिलिपाईन्स के रक्षा मंत्रालय का इशारा

china-philippines-conflict-usमनिला – ‘वेस्ट फिलिपाईन्स के समुद्री क्षेत्र में निर्माण हुए तनाव की पृष्ठभूमि पर फिलिपाईन्स मित्रदेश अमरीका की सहायता प्राप्त कर सकता है। दोनों देशों के बीच हुए लष्करी समझौते की तरह यह सहयोग भी बाध्यकारी होगा’, इन शब्दों में फिलिपाईन्स ने चीन को इशारा दिया। चीन के दो सौ से अधिक मिलिशिया जहाज़ों ने अपनी समुद्री सीमा में घुसपैठ करने से गुस्सा हुए फिलिपाईन्स ने चीन को यह सूचक संदेश भेजा हुआ दिख रहा है। इसी बीच, अमरीका की विमान वाहक युद्दपोत ‘यूएसएस रुज़वेल्ट’ अपने विध्वंसकों के बेड़े के साथ साउथ चायना सी में दाखिल हुई है।

china-philippines-conflict-usचीन के २२० से अधिक जहाज़ों ने फिलिपाईन्स के ‘जुलियन फिलिप’ द्विप की समुद्री सीमा में घुसपैठ की है। इस घटना को एक महीना बीता है और फिलिपाईन्स ने लगातार आवाहन करने के बावजूद चीन के यह जहाज़ इस समुद्री क्षेत्र से पीछे नहीं हटे हैं। लष्करी प्रशिक्षण प्राप्त करनेवाले ‘मिलिशिया’ यानी सशस्त्र बल इन जहाज़ों का नेतृत्व कर रहे हैं, ऐसा आरोप फिलिपाईन्स ने लगाया था। साथ ही इन जहाज़ों पर नज़र रखने के लिए फिलिपाईन्स ने समुद्री एवं हवाई गश्‍त भी जारी रखी है। अपने जहाज़ों की तैनाती का समर्थन कर रहे चीन को फिलिपाईन्स ने इशारा दिया था। चीनी जहाज़ों की घुसपैठ जारी रही तो फिजूल बैर निर्माण होगा, यह इशारा फिलिपाईन्स ने दिया था।

इसके बावजूद चीन के जहाज़ वहां पर तैनात हैं। साथ ही चीन ने इस समुद्री क्षेत्र में खनन शुरू करने की खबरें भी सामने आ रही हैं। फिलिपाईन्स दावा कर रहे समुद्री क्षेत्र में चीन ने खनन करके कृत्रिम निर्माण कार्य शुरू करने की बात कही जा रही है। इसके अलावा चीन की गश्‍तपोतों की गश्‍त भी जारी है। चीन अधिकार जता रहे समुद्री क्षेत्र में विदेशी जहाज़ों ने घुसपैठ की तो उस पर गोलीबारी करने की अनुमति चीन ने अपने गश्‍तपोतों को दो महीने पहले ही दी थी। इस वजह से चीन के गश्‍तपोतों की वहां पर तैनाती तनाव बढ़ा रही है।

china-philippines-conflict-usऐसी स्थिति में फिलिपाईन्स के रक्षा मंत्रालय ने इस समुद्री क्षेत्र में मौजूद अपने हितों की सुरक्षा के लिए अमरीका की सहायता प्राप्त करने का ऐलान किया है। अमरीका के साथ हुई ‘म्युच्युअल डिफेन्स ट्रीटि’ के अनुसार फिलिपाईन्स अपने सहयोगी देशों से लष्करी सहायता प्राप्त कर सकता है, ऐसा सूचक संदेश फिलिपाईन्स के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता अर्सेनियो ऐंडोलौंग ने दिया। फिलिपाईन्स के इस इशारे से कुछ घंटे पहले अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने फिलिपाईन्स के विदेशमंत्री थिओडोर से फोन पर बातचीत की। अमरीका की विशाल विमान वाहक युद्धपोत इसी समुद्री क्षेत्र में दाखिल हुई है और जल्द ही यह युद्धपोत फिलिपाईन्स पहुँचेगी, ऐसी संभावना जताई जा रही है।

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