कश्मीर को लेकर शोरगुल कर रहा पाकिस्तान उघुरवंशी इस्लामधर्मियों पर चीन में हो रहे अत्याचारों पर चुप क्यों? – अमरिकी अधिकारी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को लगाई फटकार

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरन्यूयॉर्क: चीन अपने देश के लाखों उघुरवंशी इस्लामधर्मी लोगों पर लगातार अत्याचार कर रहा है और ऐसे में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इन अत्याचारों के विषय में कुछ भी क्यों नही बोलते, ऐसा करारा सवाल वरिष्ठ अमरिकी अधिकारी एलिस वेल्स ने किया है| अमरिकी अधिकारी वेल्स ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की महासभा की बैठक में ही यह सवाल करके पहले ही मुश्किलों में फंसे पाकिस्तान की मुश्किलें और भी बढाई है|

पिछले कुछ दिनों से अमरिका में हो रही संयुक्त राष्ट्रसंघ की आमसभा की पृष्ठभूमि पर पाकिस्तान लगातार कश्मीर का मुद्दा उपस्थित करने की कोशिश कर रहा है| लेकिन, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने पाकिस्तान की इन कोशिशों की ओर साफ अनदेखा किया है और इसी कारण प्रधानमंत्री इम्रान खान को बडा अवमान भुगतना पड रहा है| पाकिस्तान के प्रसार माध्यम और विपक्षी नेता भी प्रधानमंत्री इम्रान खान और पाकिस्तान के शिष्टमंडल के हाथ लगी नाकामयाबी पर बडा हमलां कते दिखाई दिए है| ऐसे में वेल्स ने किए वक्तव्य से उनका स्वर और भी तेज होने के संकेत प्राप्त हुए है|

अमरिकी विदेश विभाग की अधिकारी एलिस वेल्स ने संयुक्त राष्ट्रसंघ की बैठक में चीन में उघुरवंशी लोगों पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उपस्थित किया| इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान की आलोचना करके आप सीर्फ कश्मीर संबंधी बोलते है, लेकिन चीन में लाखों उघुरवंशी लोगों पर हो रहे अत्याचारों के मुद्दे पर आप एक अक्षर भी नही बोलते, यह कहकर उन्होंने पाकिस्तान को करारा तमाचा जडा है| जितनी आर्तता से कश्मीर संबंधी बोला जाता है, उसी तीव्रता के साथ पाकिस्तान से उघुरवंशी लोगों पर हो रहे अत्याचारों के विषय पर बोला जाएगा, यह उम्मीद हमें है, ऐसा वेल्स ने कहा|

पिछले वर्ष अगस्त महीने में चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने अपने ही देश दे ११ लाख उघुरवंशी नागरिकों को नजरकैद करने के रपट प्रसिद्ध हुए| संयुक्त राष्ट्रसंघ की इस रपट के बाद चीन के उघुरवंशियों का मुद्दा फिर एक बाद उठाया गया था| इस रपट से ‘एज्युकेशनल ट्रेनिंग सेंटर’ के नाम से बनाए गए शिविरों में चीन ने लाखों उघुरवंशी इस्लामधर्मीयों को कैद करके रखा था|

इसके बाद संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानव अधिकारो संबंधी बैठक में लगभग २२ देशों ने चीन को फटकार लगाई है और उघुरवंशियों पर हो रहे अत्याचार बंद करने की मांग की थी|

लेकिन, पाकिस्तान ने अभी इस मुद्दे पर एक भी शब्द नही कहा है| चीन को दुखाया तो पाकिस्तान में चीन से हो रहे निवेश के लिए खतरा बनेगा, यह डर पाकिस्तानी नेताओं को सता रहा है| इस वजह से प्रधानमंत्री इम्रान खान हमें इस मामले का जरा भी ज्ञान नही है, ऐसा पाकिस्तानी नेता समझ रहे है| इसी वजह से इस मामले की जरा भी जानकारी ना होने की बात कहकर इस मुद्दे पर बात करने से दूर रहे है| लेकिन, इस वजह से पाकिस्तान का दोगलापन दुनिया के सामने स्पष्ट हुआ है, यह बात पाकिस्तान के कुछ विश्‍लेषक भी अब स्वीकार कर रहे है| एलिस वेल्स ने पाकिस्तान के इस ढोंग पर ही ध्यान आकर्षित करके पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को मुश्किलों में फंसाया दिख रहा है|

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