उघुरवंशी इस्लामधर्मियों पर अत्याचार कर रहे चीन को संयुक्त राष्ट्रसंघ में २२ देशों की फटकार

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरसंयुक्त राष्ट्रसंघ: झिंजियांग प्रांत में उघुरवंशी इस्लामधर्मियों का अत्याचार करनेवाले चीन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा झटका लगा है| संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानव अधिकार आयोग की बैठक में लगभग २२ देशों ने चीन को फटकारा है और उघुरवंशियों पर हो रहे अत्याचार रोकने की मांग की है| संयुक्त राष्ट्रसंघ की बैठक में इस झटके की वजह से चीन बदनाम होने की प्रतिक्रिया अंतरराष्ट्रीय प्रसार माध्यम एवं विश्‍लेषकों में उमड़ी है|

पिछले वर्ष अगस्त महीने में चीन के सत्ताधारी कम्युनिस्ट प्रशासन ने अपने देश के नागरिक होनेवाले ११ लाख उघुरवंशियों को नजर कैद में रखने का रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया था| संयुक्त राष्ट्रसंघ ने प्रसिद्ध किये इस रिपोर्ट के बाद चीन में उघुरवंशियों का मुद्दा फिर से ऊपर आया है| इस रिपोर्ट से ‘एज्युकेशनल ट्रेनिंग सेंटर’ के नाम में निर्माण किए शिविर में चीन ने लाखों उघुरवंशी इस्लामधर्मियों को कैद रखने की बात उजागर हुई है|

उघुरवंशियों को कट्टरपंथियों के प्रभाव से बाहर निकालने के लिए यह कार्रवाई होने का बचाव चीन से किया जा रहा है| उघुरवंशियों पर योग्य ध्यान दिये जाने का दावा भी चीन ने किया था| पर वास्तव में परिस्थिति ही बहुत ही अलग होकर इन शिविरों में उघुरवंशियों पर दबाव डालने की बात उजागर हुई है| इस समुदाय की धार्मिक पहचान मिटाने का चीन का प्रयत्न होने की आलोचना दुनिया भर से हो रही है|

मानव अधिकार आयोग की बैठक में आयोग के सदस्य होनेवाले कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, जापान, यूरोपीय देशों ने उघुरवंशियों के मुद्दे पर चीन पर निशाना साधा है| इन सदस्य देशों ने आयोग के प्रमुख को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा है| जिसमें चीन के प्रशासन से किए जानेवाले अत्याचार का मुद्दा उपस्थित किया है| इस मामले में चीन पर जोरदार आलोचना हुई है और उघुरवंशियों को मिलनेवाले बर्ताव के बारे में तीव्र चिंता व्यक्त की गई है| यह पत्र मतलब अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने एक होकर उघुरवंशियों के मुद्दे पर चीन को संदेश देने का दावा किया है|

कुछ दिनों पहले संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद की बैठक में उघुरवंशियों पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उपस्थित हुआ था| इससे पहले भी चीन ने अपने देश में अल्पसंख्यक होनेवाले उघुरवंशी इस्लाम धर्मियों पर नजर रखने के लिए ‘फैशियल रिकग्निशन’ का उपयोग शुरू करने का दहला देनेवाला वास्तव सामने आया था| लगभग एक करोड़ से अधिक उघुरवंशियों की जानकारी चीन के यंत्रणा ने संग्रहित की है और देश के किसी भी कोने में सुरक्षा यंत्रणा तकनीक के जोर पर उन पर नजर रख सकते है, ऐसी दिल दहलानेवाली बात उजागर हुई है|

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