अरब देशों की हमास के नेताओं पर कार्रवाई – हमास के वरिष्ठ नेता ने रखा आरोप

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरगाजा – सौदी अरब और यूएई इन मित्रदेशों ने गाजापट्टी में हमास के नेता, अधिकारी और समर्थकों को हिरासत में लिया है| इसके साथ ही पिछले कई वर्षों से अरब मित्रदेशों से हमास को प्रदान हो रही आर्थिक सहायता भी रोक दी गई है| हमास का वरिष्ठ नेता मौसा अबु मरझूक ने एक वेबसाईट के जरिए यह आरोप रखा है| हमास पर कार्रवाई करके अरब देश अमरिका और इस्रायल के हित की रक्षा कर रहे है, यह आरोप मरझूक ने किया है|

कुछ दिन पहलें हमास का नेता मरझूक ने सौदी और यूएई पर कडी आलोचना की| सौदी और अरब देशों ने अपने नेता और समर्थकों को गिरफ्तार किया है, यह आरोप मरझूक ने रखा था| इसमें पैलस्टिनी नागरिकों समेत जॉर्डन और सौदी के लोगों का भी समावेश होने की तक्रार हमास के नेता ने की थी| हमास के लिए आर्थिक सहायता जुटा रहे है, यह आरोप करके सौदी की यंत्रणाओं ने कुल ६० लोगों को हिरासत में रखा है| लेकिन, गिरफ्तारी के साथ ही सौदी और मित्रदेश हमास समर्थकों को उत्पीडित कर रहे है और उनके बैंक खाते भी सील किए गए है, यह आरोप मरझूक ने किया है|

इसके अलावा हमास और हमास से जुडे व्यक्तिओं के बैंक व्यवहारों पर नजर रखी जा रही है, यह तक्रार मरझूक ने किया है| गाजा के लिए दिए जा रहे निधी पर भी काफी मर्यादा लगाई जा रही है| ऐसा ही शुरू रहा तो गाजापट्टी में पैलस्टिनी मुश्किलों में फंसेंगे, यह दावा हमास के वरिष्ठ नेता ने किया है| अप्रैल महीने से यह कार्रवाई शुरू है, ऐसा ऐसा दावा हमास के वरिष्ठ नेता ने किया| अप्रैल महीने से यह कार्रवाई शुरू होने की बात मरझूक ने कही| ‘सौदी और यूएई ने हमास पर हमला करने के लिए उत्सुकता दिखाई है| इस्रायल के साथ संबंध सधार ने के लिए दोनों अरब देशों ने पैलस्टिन के विरोध में भूमिका अपनाई है| सौदी और यूएई अमरिका और इस्रायल के अजोंडों पर निर्णय कर रहे है|’ यह आरोप भी मरझूक ने रखा है|

अपने नेता और समर्थकों की रिहाई के लिए सौदी के राजनयिक अधिकारियों से भेंट भी की थी| लेकिन, पिछले कुछ हफ्तों से शुरू अपनी इन कोशिशों को सफलता नही मिल सकी, ऐसा मरझूक ने कहा| साथ ही लेबनान में रहनेवाले पैलस्टिनी शरणार्थियों को देश के बाहर निकालने के लिए भी कोशिश हो रही है| लेकिन, इन पैलस्टिनी लोगों को कौन सा देश अपनाएगा, यह अभी स्पष्ट नही हुआ है, यह जानकारी मरझूक ने दी|

सौदी या अन्य अरब देश ही नही, बल्कि संयुक्त राष्ट्रसंघ में भी पैलस्टिनी शरणार्थियों के मुद्दे पर बोलने के लिए कोई भी तैयार नह है, यह आलोचना मरझूक ने की है| पैलस्टिनी शरणार्थियों के लिए शुरू राष्ट्रसंघ का निधी बंद करने के लिए अमरिका और इस्रायल कोशिश कर रहे है, ऐसा मरझूक ने कहा है| तभी अंतरराष्ट्रीय व्यासपीठ पर शरणार्थियों का पेश ना हो, इसके लिए अमरिका की कोशिश हो रही है, यह दावा मरझूक ने किया|

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